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" सपनों की आसान हुई : शिक्षा की ओर बढ़ता कदम ''

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  शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी समाज के विकास का मूल आधार होती है। खासकर बालिकाओं की शिक्षा, पूरे राष्ट्र की प्रगति के लिए अत्यंत आवश्यक है। आज भी भारत के अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाएं शिक्षा से वंचित हैं, इसका मुख्य कारण संसाधनों की कमी, सामाजिक भ्रांतियां और आर्थिक असमानता है। ग्रामीण स्कूलों में पढ़ने वाली अनेक बालिकाएं आवश्यक शैक्षणिक सामग्री, जैसे स्कूल बैग, किताबें, स्टेशनरी आदि के अभाव में अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ने को मजबूर होती हैं। ऐसे में यदि इन्हें सही समय पर सहयोग और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाए, तो वे आत्मविश्वास के साथ शिक्षा की ओर अग्रसर हो सकती हैं और अपने जीवन को नई दिशा दे सकती हैं। इन्हीं समस्याओं को समझते हुए RSKS India जैसी सामाजिक संस्थाएं आगे आई हैं। RSKS India (Rajasthan Samgrah Kalyan Sansthan) ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चला रही है, जिसके अंतर्गत वे विभिन्न गांवों के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बालिकाओं को निःशुल्क स्कूल बैग, कॉपियाँ, पेन, पेंसिल, रबर, ज्योमेट्री बॉक्स और अन्य स्टेशनरी सामग्री वितरित कर रही है...

महिला हिंसा निवारण में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का योगदान

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महिला हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो न केवल महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि समाज की समग्र प्रगति में भी रुकावट डालती है। इस समस्या के समाधान हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान (RSKS India) ने विशेष कार्यक्रमों की शुरुआत की है, जिनमें से एक प्रमुख पहल 'महिला हिंसा निवारण' पर केंद्रित है।​ राजस्थान राज्य में प्रतिवर्ष लगभग 27,933 महिला हिंसा के मामले पुलिस थानों में दर्ज होते हैं। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि महिला हिंसा एक व्यापक समस्या है, जिसे तत्काल समाधान की आवश्यकता है। RSKS India ने इस समस्या के समाधान हेतु ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिनमें काउंसलिंग, कौशल विकास प्रशिक्षण, और समाज में महिला हिंसा के प्रति जागरूकता फैलाने के उपाय शामिल हैं।​  काउंसलिंग और पुनर्वास: हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाते हैं। इसके माध्यम से उन्हें पुनः समाज में आत्मसम्मान के साथ जीवन जीने की दिशा में मार्गदर्शन मिलता है।​ कौशल विकास प्रशि...

"उद्यमिता में सफलता का मार्ग: "ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक स्वतंत्रता

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उद्यमिता से अभिप्राय अपने सबसे बुनियादी स्तर पर एक व्यक्ति या भागीदारो के एक छोटे समूह से हैं जो एक नया व्यवसाय बनाने के लिए एक मूल मार्ग पर चलते है ! इसमें एक व्यक्ति की विचारों को कार्यवाही में बदलने की क्षमता हैं जो रचनात्मक व् नवाचारों से भरी होती हैं जिसमे परियोजनाओं की योजना बनाने और प्रबंधन करने की क्षमता भी शामिल है राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान ग्रामीण महिलाओ के साथ उद्यमिता विकास कार्यक्रम हमारे गांव में किया गया ! जिसमे लगभग 150  महिलाओ ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया ! सभी महिलाये उत्साहित थी और संस्था प्रतिनिधियों द्वारा इस कार्यक्रम में सम्बोधन के साथ इसे प्रारंभ किया और हमें हमे कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की , जिसमे सभी महिलाओं को इस विषय पर जानकारी दी ! मेरा नाम सविता है मैं एक पढ़ी लिखी साक्षर महिला हूं मैं भी अपना स्वय का कार्य स्थापित करना चाहती हूँ परन्तु सही और सटीक जानकारी और मेरे पास संसाधनो का अभाव था ! जिसके कारण मुझे हर बार अपने कदम पीछे करने पड़ते थे ! लेकिन फिर संस्था प्रतिनिधियों ने जिस प्रकार इस कार्यक्रम में हमें जानकारी दी और वे मार्ग बताये ...