संदेश

आत्मविश्वास लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

महिला कौशल एवं नेतृत्व क्षमता वर्धन कार्यक्रम - मैक्सोसो कार्यक्रम

चित्र
समाज में महिला वो धुरी है जिसके चारों और संसार चलायमान है। हमारे देश में अधिकतर महिलाएँ ग्रामीण भागों में निवास करती है। जो अपनी क्षमताओ से भरपूर होने के वाबजूद भी समाज के बहुत से कार्यों में भाग नहीं ले पाती है ।  उनको यही अनुभव और दक्षता के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के साथ कौशल एवं नेतृत्व क्षमता वर्धन कार्यक्रम करवाये जाते है। जिसका लक्ष्य सभी ग्रामीण भागों की अधिक से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण देना एवं जागरूकता बढ़ाने वाली गतिविधियां प्रदान करना , कौशल निर्माण करना ,सलाह के अवसर प्रदान करना, और सतत विकास प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण संदर्भो में सशक्तिकरण में परिवर्तनकारी बदलाव लाने हेतु यह एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के अनुसार कार्य स्थल पर लैंगिक समानता के लिए प्रयासरत संगठनों और व्यक्तियों को सभी लिंगो की शक्ति का उपयोग करने में सक्षम संस्कृति विकसित करने के लिए प्रणालियों पर पुनर्विचार करने और मान्यताओं को चुनौती देने की आवश्यकता है हम सब साथ मिलकर एक नेटवर्क बनाने में मदद करता है। यह रूढ़िवादिता क...

प्रशिक्षण के साथ आत्मनिर्भरता: महिलाओं के लिए नई दिशा

चित्र
आत्मनिर्भरता जीवन की वो सीढ़ी है जो जीवन में सफलतायें लाती है और आत्मविश्वास को जगाती है एक आत्म  निर्भर व्यक्ति कभी आश्रित नहीं रहता उसका कार्य सदा उसको आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण महिला युवा शक्ति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु संस्था द्वारा खापरी ग्राम में 90 दिवसीय गारमेंट मेकिंग ट्रेनिंग का शुभांरभ किया गया ! जिसमे लगभग 40 महिलाओं ने भाग लिया ! यह कार्यक्रम ग्राम में पड़े लिखे बेरोजगार महिला शक्ति को प्रोत्साहित करता है जो प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं का उद्यम स्थापित कर सकती है और जीवन में अपनी आय बढ़ा सकती है !  संस्था द्वारा यह कार्य प्रक्रियात्मक रूप से पूर्ण किया जाता है जिसमे सर्वप्रथम जो इस कार्यक्रम के लिए इच्छुक महिलायें है उन्हें चिन्हित किया जाता है फिर घर जाकर उनके परिवार के साथ विचार विमर्श कर उन्हें प्राथमिक तालिका में अंकित कर दिया जाता जाता है प्रशिक्षण प्रारम्भ होने पर जो  भी  महिला  शक्ति  तालिका के क्रम के अनुसार यथावत रहती है उसे प्रशिणार्थी मान कर प्रशिक्षण शिविर ...

प्रतिस्पर्धा और प्रेरणा : बच्चों को खेलों में प्रोत्साहन देने की दिशा में कदम

चित्र
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूलो के बच्चो के साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम किये जाते है जो उनको शिक्षा, खेलकूद, छात्रवृति, व् अन्य सामग्री वितरण के कार्य व् इसके साथ कई सामाजिक , वैश्विक, मुद्दों पर कार्यशालायें भी की जाती है जी उनको प्रेरणा देने का कार्य करते है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा नांदला ग्राम के 12 बच्चो को स्पोर्ट्स सूट बांटे गए ! जो की राष्ट्रीय खेल कूद में प्रतिसपर्धा कर रहे थे ! और अपने ग्राम , समाज, देश का नाम बढ़ा रहे है संस्था की तरफ से एक छोटा सा उनको उपहार है जो बच्चे हमारे देश का नाम रोशन करे उनके लिए यह करना सूरज का दीया दिखाने समान है !  खेलकूद से मात्र शरीर ही फ़ीट नहीं रहता है अपितु शरीर मे अत्यधिक ऊर्जा का संचालन होने लगता है जो किसी खेल के माध्यम से अपनी ऊर्जा को प्रसारित करता है ! और अपनी मंजिल को पाता है ! यही बच्चें आगे चलकर देश का नाम रोशन करते है ! कई बार सामाजिक रूप से पिछड़ेपन और गरीबी के कारण यह अपना प्रदर्शन नहीं कर पाते है ! और देश का अपने समर्थन करने से वंचित हो जाते है संस्था द्वारा स्कूलों से प्राप्त जानकारी इकठा कर इन्ह...

स्वच्छता एवं हाइजीन किट का स्कूली बालिकाओ को वितरण

चित्र
  स्वच्छता में ही स्वस्थ शरीर का वास होता है अगर हमारा स्वास्थ्य स्वच्छ व हाइजीन रहेगा तो कोई भी व्याधि हमारे शरीर को नुक्सान नहीं पंहुचा सकती है ! हम सम्पूर्ण जीवन आरोग्य रहकर व्यतीत कर सकते है ! स्वच्छता एक आदत है जो हमे रोजमर्रा के जीवन में नियमित रूप से करनी होती है जिससे हमारे शरीर में कीटाणुओं का प्रवेश न हो सके ! यह एक दैनिक प्रकिर्या है जिसमे शौच, नहाना, स्वच्छ वस्त्र पहनना , अच्छा भोजन करना, निंद्रा पूरी लेना आदि गतिविधियाँ समाहित होती है ! जो हमे स्फूर्ति देती है !और कार्य करने की क्षमता का वर्धन करती है !यह आदतें बाल अवस्था से अपनाना अति आवश्यक है ! इसके न करने से कई दुष्प्रभाव हो सकते है ! व् कई बीमारियाँ हमे ग्रसित कर सकती है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस वर्ष भी सभी ग्रामीण स्कूली बालिकाओं के साथ स्वच्छता एवं हाइजीन किट का वितरण का कार्यक्रम किया जा रहा है ! जिसमे स्कूल की 50 बालिकाओं को यह सामग्री वितरण की जा रही है ! इसमें उनको नेलकटर, रुमाल, सेनेटरी नेपकिन, नहाने का साबुन, कपडे धोने का साबुन, हेयर आयल, टूथ ब्रश, टूथ पेस्ट, आदि सामग्री दी जा रही है ! जो ...

भारत में आत्मविश्वास की और महिला शक्ति के बढ़ते कदम

चित्र
भारत में आज का युग बदलता युग है ! जहा एक और परम्परावादी रूढ़ियों का समाप्तीकरण हो रहा है वही दूसरी और भारत  का हर वर्ग शिक्षित व् आत्मनिर्भर बनता जा रहा है आज के इस बदलते युग में महिलाये भी आगे आकर सशक्तिकरण कर रही है और स्वय को शिक्षा या किसी कार्य  के माध्यम से आत्मनिर्भर बना रही है ! महिलाओ की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ दिया जाये तो  वह स्वय के साथ साथ अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सकती है व् उनका सामाजिक, आर्थिक ,शैक्षिणक स्तर बढ़ाती है स्वरोजगार की भावना को प्रेरित करती है !   राजस्थान सम्रग कल्याण संस्थान द्वारा इसी क्रम में 3 माह की ब्यूटी पार्लर ट्रेनिंग परियोजना का समापन करवाया गया ! जिसमे सभी प्रशिणार्थियों व् संस्था प्रतिनिधियों द्वारा हर्सोउल्लास से समापन गतिविधियाँ करवाई गई ! जिसमे सभी महिलाओ द्वारा मेहंदी प्रतियोगिता , दुल्हन श्रृंगार ,रेमवॉक ,सावन महोत्सव ,रंगोली सजावट , सर्वश्रेष्ठ छात्रा पुरस्कार ,सक्रिय छात्रा पुरस्कार , गीत - संगीत , नृत्य ,व् विभिन गतिविधियों  के माध्यम से हर्ष के साथ इसे समापित किय...

आत्मनिर्भरता का निर्माण: सिलाई कौशल के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण

चित्र
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सतत रूप से महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम किए जाते रहते हैं। संस्था द्वारा इन सभी कार्यों में महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाया जाता है। वह उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाता है। इसमें जरूरत मंद महिलाओं को सर्वे किया जाता है जिसमें 30 से 35 महिलाओं का एक समूह बनाया जाता है। उसके बाद साक्षात्कार करके उनके विचार में गतिविधि पूछ कर आर्थिक गतिविधि से जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया जाता है। शहर के पास में लामाना गांव में संस्था द्वारा सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें महिलाओं से संबंधित व बच्चों के कपड़े सिलना शामिल है। यह कार्यक्रम 90 दिवस का होता है जिसमें प्रत्येक दिन 8 घंटे उनके साथ मौखिक में व्यावहारिक कार्य किए जाते हैं ताकि इस गतिविधि को सीखकर यह सभी अपनी आर्थिक जीवन नैया को आसानी पूर्वक चला सके। इसमें सिलाई से संबंधित सभी बातें उनको बताई जाती है। जैसे सुईयों के प्रकार, उनके नंबर, कपड़ों के विभिन्न प्रकार, सिलाई के तरीके, इससे संबंधित सभी उपकरण के बारे में विस्तृत रूप से बताया जाता है। वह इसके कार्य जैसे धागा भरना, तुरपन, बखियां, गोट ...

विकलांगता को समर्थन - राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की सामाजिक और शारीरिक गतिविधियां

चित्र
  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के द्वारा गांव में विकलांग व्यक्तियों के साथ विभिन्न कार्यक्रम करवाए जाते हैं। इसमें शारीरिक रूप से सक्षम बच्चों के साथ कई गतिविधियां कराई जाती है, जिसमें सर्वप्रथम अन्वेषण किया जाता है। फिर उनके साथ व्यवहारिक होकर उनसे चर्चा की जाती है जिसमें उनकी जगह नाम भाषा अभिरुचि की जानकारी ली जाती है। जब व्यक्ति स्वतंत्राओं के घुल मिल जाता है तब उसके बाद उसके संग खेल को मनोरंजन चर्चाएं यह कार्यक्रम किए जाते हैं। इसमें उनके संग खेल खिलानाखेल के माध्यम से कौशल विकास करना, उनका आत्मविश्वास जगाना उन्हें कहीं घूमने हेतु ले जाना प्रकृति के सभी विषयों के बारे में जानकारी देना, स्वच्छता विश्वास के संबंध विस्तार पूर्वक बताना जल के साथ कार्यक्रम करना, शिक्षा, संबंधीय ज्ञान या बातों का विस्तार करना इसमें शामिल है। विकलांग व्यक्तियों को वो अक्सर नहीं मिलते जो सक्षम व्यक्तियों को मिलते हैं, लेकिन जैसा कहा जाता है। आप कभी भी अपनी तीव्र इच्छा को बहुत लंबे समय तक दबाकर नहीं रख सकते। आप जो जीवन में हासिल करना चाहते हैं, उसमें बाधाएं अवश्य आती है और आप उन बाधाओं को दूर कर सकते ...

विकलांगता प्रमाणन के साथ मेरी यात्रा - मान्यता द्वारा परिवर्तन

चित्र
 राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा वैसे तो बहुत सारे सामाजिक, मानवीय, व पर्यावरणीय कार्य करती है, परंतु इनमें एक विषय है  विकलांगता यह विकलांगता प्रमाण पत्र किसी भी व्यक्ति की विकलांगता और उसकी गंभीरता को प्रमाणित करने वाला सरकारी दस्तावेज है। भारत में यह प्रमाण पत्र अमूमन सरकारी अस्पतालों में गठित चिकित्सीय समिति द्वारा दिया  जारी किया जाता है। विकलांगजन के लिए यह एक जरूरी दस्तावेज है क्योंकि उन्हें मिलने वाली हर सरकारी सुविधा और लाभ इसी प्रमाण पत्र के आधार पर मिलते हैं। केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों ही विकलांग व्यक्तियों के लिए अनेक सुविधाओं का प्रबंध करते हैं। इनमें से किसी भी सुविधा का लाभ उठाने के लिए व्यक्ति के पास विकलांगता प्रमाण पत्र होना चाहिए। मेरा नाम श्रवण है। मुझे जन्म से ही दोनों पैरों से पोलियो हो गया था मैं चलने फिरने में असक्षम था। जानकारी न होने की वजह से मैंने अपना विकलांगता प्रमाण पत्र भी नहीं बनवाया जिससे मुझे किसी भी तरह का कोई सरकारी लाभ नहीं मिल पा रहा था। इस वजह से मैं और भी हताश था। फिर एक दिन हमारे गांव में राजस्थान समग्र कल्याण सं...

आत्मविश्वास को अपनी पहचान बनाना ( बैग मेकिंग कार्यक्रम )

चित्र
  मेरा नाम मोनिका है मैंने बी. ए कर रखा है व मेरे परिवार में माँ, पिताजी, व एक भाई है पढाई पूरी करने के बाद मैं खाली सी हो गई हूँ कोई कार्य हाथ में ना होने के कारण मैं कुछ परेशान सी रहने लगी पर एक दिन  मेरी सहेली के द्वारा पता चला  गाँव में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा हमारे गाँव में महिलाओं के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ होने जा रहा है जिसमें संस्था कार्यक्रता सवऺ हेतु हमारे घर आये और बताया कि किस तरह इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर हम स्वयं का अपना व्यवसाय घर से ही प्रारंभ कर सकते हैं वे एक हुनर को अपना जीवन सफल बना सकते हैं मुझे ये जानकर बेहद खुशी हुई व मैंने इस कार्यक्रम में रूचि दिखाते हुए अपना नाम प्रविष्ट करवा दिया | फिर संस्था द्वारा 3 माह का बैग मेकिंग कार्यक्रम हमारे यहाँ आयोजित किया गया | जिसमें विभिन्न प्रकार के बैग जिसमें कपड़े, रेगजीन, चमड़े, सन, जूट व स्कूल बैग, घरेलू सामान बैग आदि सिखाने का कार्यक्रम रखा |पहले तो कुछ परेशानी हुई परन्तु अच्छे मास्टर टैनर द्धारा बैग मैकिंग के कुछ बारिक बातें बताई गई जिसमें हमारी समस्या का निदान कर हम जल्दी इस ...