संस्थान की पहल से खेत में बदलाव: गरीब किसानों की मदद की एक अनूठी मिसाल
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मेरा नाम पाचूलाल है मैं एक गरीब किसान हूँ मेरे पास मात्र 2 बीघा जमीन है जो भी बारानी है पानी ना होने के कारण मैं वर्ष में 1 फसल बरसात के मौसम में ले पता हूँ जमीं को बराबर खाद न मिलने से उसमे भी पोषक तत्वों की कमी आ गई ! जिसके फलस्वरूप मुझे मेरी फसल में भी कीड़ा लगने की बीमारी या उत्पादन में काम बीज लागत फसल प्राप्त होती है ! इस कारण मेरी स्थिति और विकट हो गई ! फिर एक दिन मुझे अन्य किसान ने बताया की राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान इस विषय पर और हम जैसे किसान भाइयों की मदद करती है ! यह सुनकर मुझे अच्छा लगा और मैंने उनसे सम्पर्क किया ! फिर मुझे संस्था प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिय और मेरे गांव आने की बात बोली ! दो चार दिन बाद संस्था के प्रतिनिधि गांव आये और जो किसान गरीब है छोटे पैमाने पर खेती करके अपनी गुजर बसर करते है उन्हें एकत्रित कर उनसे उनकी परेशानियां पूछी व् सर्वे प्रपत्र फॉर्म भरा गया ! इसके पश्च्यात उन्होंने एक सप्ताह बाद आने की बात कही और फिर जब वो आये तो हम किसानों के साथ खाद बीज वितरण का कार्यक्रम किया ! जिसमे हमको खाद व् उनत्त किस्म के प्रजनक बीजो का वितरण किया गया ! ...