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महिला हिंसा रोकथाम व् नियम , कानून के बारे में जागरूकता ( स्ट्रीट बच्चों के साथ कार्यक्रम )

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महिला हिंसा मानवीय व्यवहार का वो कृत्य है जो मानवता को शर्मशार करता है। और समाज में हमारी गिरी हुई मानसिकता को दर्शाता है। हमारे आस- पास महिला हिंसा के कई रूप प्राय हमें देखने को मिल जाते है जिसमें एक पुरुष प्रधान समाज की नकारात्मक छवि प्रकट होती है। महिला को सामान अवसर और समानता न देना , उनका शोषण व् विरोध करना, और किसी सम्मानीय अवस्था में न लाना महिला हिंसा को प्रदर्शित करता है। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा दुनिया के सबसे प्रचलित मानवाधिकार उलांघनो में से एक है। जो दुनिया के हर कोने में हर दिन कई बार हो रही है। इसका महिलाओं और लड़कियों पर गंभीर अल्पकालिक और दीर्धकालिक शारारिक, आर्थिक,मनोवैज्ञानिक परिणाम होता है। जो समाज में उनकी पूर्ण और समान भागेदारी को रोकता है।  व्यक्तियों और परिवारों व् पुरे समाज के जीवन में इसके प्रभाव की भयावहता अथाह है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा शहर के झुग्गी-झोपड़ी ,स्लम, स्ट्रीट, डेरों में व् निचली बस्तियों के बच्चों के साथ महिला हिंसा रोकथाम व् नियम कानून के बारे में जागरूकता कार्यक्रम किया गया। इस 1 दिवसीय कार्यक्रम में बालिकाओ के ...

मेक ए विश कार्यक्रम के तहत स्ट्रीट बच्चों को ट्रैक सूट व् मिठाई का वितरण

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा मेक ए विश कार्यक्रम के तहत स्ट्रीट बच्चों को ट्रैक सूट व् मिठाई का वितरण किया गया। संस्थान द्वारा शहर के लगभग 26 स्थानों पर 525 बच्चों को ट्रैक सूट दिया गया।  संस्था हर सर्दी के मौसम में इन जरूरतों से वंचित बच्चों को बचाव हेतु पूर्ण ध्यान रखती है।  यह समाज के वो वंचित परिवारों के बच्चें होते है जो प्रकार से अपनी जरूरतों व् आवश्यकताओ की नहीं कर पाते है और न ही अपने तन का बचाव कर पाते है। समाज का यह वर्ग सदा कोई न कोई अभाव में जीवन यापन करता रहता है।  बीते कई दिनों में मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। ठंड को देखते हुये संस्था ने यह कार्यक्रम किया। शहर की इन गरीब बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवार के बच्चें सर्दी के इस मौसम में ठिठुरन को मजबूर है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का यह मानना है यह कार्य मात्र गर्म वस्त्रों की वितरण ही नहीं करेगा बल्कि सर्दी से बचाव कर उनके शरीर व् प्राणों की रक्षा भी करेगा। जो उनके लिए यथा संभव नहीं हो पाता है।  कही न कहीं चाह कर भी यह प्रयास ये लोग नहीं कर पाते क्योंकि गरीबी का जाल इनको ज...

"जल की महत्ता और संरक्षण पर जागरूकता: समाज में बदलाव लाने की कोशिश"

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जल का संरक्षण मानव जीवन संरक्षित करने के समान है बिना जल के जीवन की व्याख्या करना अधूरा सा है जल हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है यह सबको ज्ञात है वर्षा के जल को हम किस तरह से संग्रहित करके उसे अपने दैनिक जीवन में उपयोग के योग्य बना सकते है और किस तरह समाज को जल संरक्षण का अर्थ व् पानी बर्बादी तथा प्रदूषण को रोकने के लिए हम प्रेरित कर सकते है यह सभी बाते इस कार्यक्रम में स्कूली छात्र - छात्राओं के मध्य की जाती है और इस विषय पर गहनतम पूर्व विचार लिए व् दिए जाते है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा 1 दिवसीय इस विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाता है !  संस्था द्वारा पोस्टर, सेल्फी, नारे, रैली, सम्बोधन, संवाद, चित्रकला, अभिव्यक्ति और अनेको गतिविधियों के माध्यम से यह बातें इनको समझाई जाती है ! संस्था के कुशल प्रतिनिधि इस कार्यक्रम को संचालित करते है और साथ ही जो भी विषय मानव जीवन के लिए ख़तरा बने हुए है उसका समाधान योजना बहुत आवश्यक है वही तो हमारी आने वाली पीढ़ियों को और अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा ! समय रहते हमे इसके बचाव के उपाय खोजने होंगे तभी इस समस्या से हमे निजात पा ...

"आर्थिक स्वतंत्रता: वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं नई आर्थिक संभावनाएँ "

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  हमारा भारत बदल रहा है देश व समाज सभी प्रकृति की राह में अग्रसर है जो नए आयामों से अवगत करवाता है और सभी को जागरूक व् सजग बनाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम किया है जिसमें उनको आधुनिकतम तरीकों के उपयोग के बारे में बताया जाता है जिसमें उनको डिजिटल लेन देन के लिए प्रोत्साहित करना है ! व् इनके जरिये नगदी रहित आर्थिक प्रणाली को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है इसके कई लाभ हमे देखने को मिलते है लोगों को समय पर जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है ! इसमें अप्रत्याशित स्थितियों का सामना करने में मदद मिलती है वित्तीय साक्षरता के लिए बजट बनाना ,कमाई करना , निवेश करना , ऋण प्रबंधन और निरंतर शिक्षा जैसे कौशल सिखने होते है यह हमे कुशल प्रबंधन करना सिखाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इन्हें बैंकिंग व्यवस्थाओं के बारे में बताया व् समझाया जाता है ! जिसमें बैंक की समस्त जानकारियां समाहित होती है ! जो उन्हें आर्थिक सुविधा व् जानकारियां प्राप्त करवाती है ! इन सभी बातों का अर्जन करना हमारे जीव...

जल की शक्ति और जिम्मेदारी: स्कूली गतिविधियों और जागरूकता का महत्व

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मेरा नाम मुकेश चौधरी है ! मैं अजमेर के पास एक सरकारी स्कूल में टीचर हूँ  ! व् स्कूल में विज्ञान पढ़ाता हूँ ! जो यथार्थ को सर्वोत्तम स्थान देती है ! ऐसे मिथक जो समाज को गुमराह करते है ! उन सभी का जवाब विज्ञान के पास होता है ! हमारे देश, दुनिया, में बहुत सारे मुद्दे चल रहे है ऐसा ही एक मुद्दा है ! जो वर्तमान में चिंता का विषय है ! वह जल है ! जल की हमारे जीवन में क्या अहमियत है ! यह बात सभी को पता है ! मानव शरीर का निर्माण 65 / जल से बना होता है ! हम बिना भोजन किये तो कई दिनों तक रह सकते है ! परन्तु जल के बिना जीना संभव नहीं होगा ! पानी हमारे जीवन के हर कामों में अति आवश्यक है ! जो हमारी दैनिक पूर्ति को पूरा करता है !  इसी विषय को लेकर हमारे स्कूल प्रागण में अजमेर की राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन द्वारा स्कूली बच्चों के साथ जल जागरूकता कार्यक्रम किया जिसमे सभी को जल के प्रति जागरूक करने की बात बताई गई ! संस्था ने बताया हमें किस तरह जल का मितव्यता के साथ उपयोग करना चाहिये , उसको प्रदूषित होने से बचाना चाहिये ,वृक्षारोपण कर उसके संचय होने पर ध्यान देना चाहिये व् वर्षा के जल को व्य...

जल जागरूकता एक विश्वसनीय पहल की जरूरत

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जल हमारे जीवन का पर्याय है इस से ही जीवन का संचालन होता है ! यह हमारे दैनिक रोजमर्रा की सभी जरूरतों के लिए बहुत जरुरी है हमारी इस दुनिया में स्वच्छ पीने योग्य पानी मात्र 2 / ही है ! हमको इसके संचय करने के अनेको साधन खोजने होंगे तभी हम अपनी पीढ़ी को सुरक्षित रख पाएंगे ! इसी विषय को लेकर आज पूरी  दुनिया में इसको लेकर चिंतन किया जा रहा है ! जिसको लेकर कई सरकारें ,देश, संस्थाए, निकाय इस विषय पर प्रोत्साहन व् जागरूकता कार्यक्रम कर लोगो को सजग कर रहे है ! ताकि सभी इसके प्रति जागरूक बन सके ! इसे सबसे अच्छा बनाने के लिए हमे आने वाली सभी पीढ़ीयों को जागरूक बनाना होगा तभी इसे हम आगे तक बढ़ा पाएंगे ! नव चेतना यदि सजग व् जागरूक हो तो फिर कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसे ही ज्वलन्त मुद्दों को स्कूली बालक-बालिकाओ के साथ कार्यक्रम सम्पादित करती है ! जिसमे उनको पोस्टर प्रदर्शन, व्याख्यान, रैली, खेलकूद, सेल्फी, अभिभाषण, अभिव्यक्ति, नाट्य मंचन, वाद-विवाद , विचार विमर्श व् कई प्रारूपों से समझाने व् बताने का कार्य करती है ! जिसको देख समझ कर सभी बालक बालिकाएं अति ...

ऋतु स्त्राव चक्र और प्रजनन स्वास्थ्य: राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बालिकाओं को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

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मेरा नाम प्रिंयका है मैं कक्षा 10 वी की छात्रा हूँ मेरे माता पिता किसान है हमारी वार्षिक जरूरतें सब खेती कार्य से सम्पन होती है घर में एक भाई व् एक बहन है हम सभी स्कूल में अध्ययनरत है एक दिन मुझे बहुत तेजी से पेट में दर्द हुआ जो बहुत असहनीय था यह बात मैंने अपनी माँ को बताई तो उन्होंने मुझे ऋतू स्त्राव चक्र के बारे बताया और कहा महिलाओ के लिए होना बहुत जरुरी है और उन्होंने मुझे सेनेटरी पेड उपयोग करने को कहा व् सलाह दी ! 5  दिन बाद मुझे राहत महसूस हुई ! फिर यह प्रकिर्या हर माह होने लगी ! वह मुझ में शारारिक बदलाव भी होने लगे जिसको में किसी को बतला नहीं पाती थी ! इसके कुछ दिनों पश्च्यात हमारी स्कूल में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूली बालिकाओ के शिक्षा विकास को लेकर एक कार्यक्रम किया गया ! जिसमे सभी स्कूली बालिकाओ को यौन प्रजनन एवं जागरूकता कार्यक्रम हमारे साथ किया गया ! इस कार्यक्रम में बताया गया किस तरह बालिकाओ में 13 से 15 वर्ष की उम्र में ऋतु स्त्राव चक्र प्रारम्भ होता है ! और यह कब तक रहता है कैसे महिला व् पुरुषों में शारारिक बदलाव होते है और जननांग विकसित होते है ! कैसे...

एक पिता की संघर्ष और समर्पण गरीब परिवार की बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कदम

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मेरा नाम भेरूलाल है मैं एक फुटकर मजदूरी कार्य करता हूँ ! मेरे घर पर पत्नी व् 2 बेटियाँ  है व् दोनों स्कूल पढ़ने जाती है ! मैं एक निरक्षर पिता हूँ ! जो सभी की जानकारी नहीं रख सकता हूँ परन्तु मेरी पत्नी और मैंने शादी के 2 वर्ष बाद अपनी पहली पुत्री को जन्म दिया जो पूर्णता स्वस्थ थी इसमें मैंने पत्नी को पूर्ण आहार जैसे प्रोटीन , विटामिन, व् खाने पिने की सभी जरूरतों का ध्यान रखा !जब यह बच्ची 3 वर्ष की हुई तब मेरी पत्नी को दूसरा गर्भ धारण करवाया ताकि माँ और बच्चा स्वस्थ्य बने रहे ! दूसरी बच्ची होने के बाद मैंने ऑपरेशन करवा लिया क्योकि 2 से ज्यादा बच्चो का लालन पालन मैं अच्छे से नहीं कर पाता ! अंत यही मेरे लिए सब कुछ है मैंने अपनी लड़कियों  को हमेशा लड़को की तरह पाला व् बड़ा किया ! उन्हें वो हर बात कहने की आजादी दी जो सभी के हित में ही हो, मेरी पत्नी भी मेरे कार्यो में पूर्णता सहयोग करती है !  मेरी सबसे बड़ी बेटी 9 क्लास में है व् छोटी 6 क्लास में है ! बच्चियाँ धीरे धीरे बड़ी हो रही है मेरी पत्नी उनके शारारिक विकास, समस्याएं व् कुछ भी बात हो उनका विशेष ध्यान रखती है ! एक बेटी अपनी माँ...

युवा शिक्षा और प्रजनन अधिकार: राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की पहल

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हमारे भारत में आज भी पुराने रीती रिवाज़, लिंग असामनता व् स्त्री शिक्षा पर रोक आदि के कारण आज भी हम खुलकर इस विषय पर बात नहीं कर पाते है ! भारत में पुरुषों और महिलाओं के बीच यौन और प्रजनन स्वास्थ्य ( यौन और रिप्रोडक्टिव हेल्थ ) को लेकर जागरूकता की कमी है जिसके कारण ऐसे लोगों में यौन और गर्भ निरोध  से सम्बंधित मेक्योरिटी और जानकारी की कमी हो जाती है ! यौन हेल्थ कई फ़ैक्टर से सम्बंधित होता है इन फैक्टर्स से सैक्सुयल फंक्शन और प्रजनन प्रभावित होता है ! हमारे देश में काफी समय से से सेक्ससुयल ( यौन )  रिप्रोडक्टिव हेल्थ ( प्रजनन स्वास्थ्य ) के बारे में गलत धारणाएँ और स्पष्ट द्रष्टिकोण की कमी होने से महिलाओं के लिए बहुत सारी समस्याएँ पैदा हुई है सामान्यत जागरूकता की कमी होने से रूढ़ि वादी समाज में जवान लड़कियों के लिए यौन को वर्जित माना जाता रहा है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस विषय पर स्कूली बालिकाओं व् ग्रामीण महिलाओं के साथ यौन प्रजनन रोकथाम एवं जागरूकता कार्यक्रम ( संस्था ) द्वारा किया जा रहा है ! जो सभी को जागरूक करने का काम संस्था प्रतिनिधियों द्वारा करा जाता है ! यौन ए...

शिक्षा और जागरूकता: बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई किए गए प्रयास और रणनीतियाँ

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मेरा नाम मनोज तिवारी है मैं ग्राम पदमपुरा में रा.उ.मा.वि में सरकारी टीचर के रूप में कार्यरत हूँ ! इस गांव में रावत व् गुर्जर जाती बाहुल्य रूप में निवास करती है जिसमे काफी हद तक निरक्षरता विद्यमान है !  जिसके चलते इनके रीती रिवाजो में बहुत सारी  कुरीतियाँ  शामिल है ! जो समाज में हमे नकारात्मकता का सन्देश देती है ! और देश व् राष्ट्र को पीछे धकेलने का कार्य करती है ! कुछ कुरीतियों को जड़ से मिटाना इतना संभव नहीं हो सकता है इस प्रकिर्या में सभी के साथ का होना अति आवश्यक है तभी हम स्वस्थ व् स्वच्छ समाज को पटल पर ला पाएंगे ! बाल विवाह वो दंश है जो एक नहीं समाज की बहुत सारी जिंदगियाँ बर्बाद करती है ! इसमें बालिका का बालपन छिन्न लिया जाता है ! जो उसे नर्क में धकेलने के लिए काफी है ! यहाँ समाज के हर व्यक्ति को इस विषय की सभी नकारात्मक बातों के लिए सोचना बहुत जरुरी है तभी हम बदलाव की किरण को जाग्रत कर पाएंगे !   हमारी स्कूल में पिछले 4-5 वर्षो से जरूरतमंद, वंचित, अनाथ, बेसहारा, गरीब, निर्धन, विकलांग, मानसिक रूप से पीड़ित आदि बालिकाओ की मदद के लिए यह संस्था बेहद सराहनीय व् प...

लैंगिक असमानता: महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और उसकी जटिलताएँ

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लैंगिक असमानता का तात्पर्य लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव से है ! परम्परागत रूप से समाज में महिलाओं को कमजोर वर्ग के रूप में देखा जाता है ! वे घर और समाज दोनों जगहों पर शोषण, अपमान, और भेदभाव से पीड़ित होती है ! महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया में हर जगह प्रचलित है ! यह असमानता कई प्रकार से हो सकती है ! इसमें रोजगार और पदोन्नति के मामले में महिलाओ को अक्सर भेदभाव का सामना करना पड़ता है ! नौकरी के अवसरों और वेतनमान के मामले में पुरुषों को महिलाओँ पर प्राथमिकता दी जाती है ! स्वामित्य असामनता में कई समाजों में सम्पति का स्वामित्व असमान है !  जहा भी पुरुष प्रधान समाज होगा वह स्त्री सदा तिरस्कार पूर्ण जीवन व्यतीत करेगी ! यहाँ पर स्त्री को इतनी प्राथमिकता नहीं दी जायेगी ! ये अक्सर भेदभाव या लिंगवाद के द्वारा ही उत्पन्न होता है ! इसके मुख्य कारण गरीबी, लिंग, धर्म, और जाति है ! लैंगिक भेदभाव, सामाजिक मानदंडो और प्रयासों के प्रचलन के कारण, लड़कियों के बाल विवाह, किशोरावस्था  में गर्भधारण, बाल घरेलु कार्य, ख़राब शिक्षा प्रणाली, ख़राब  स्वास्थ्य, यौन शोषण, शोषण और हिंसा की संभावना ब...

यौन उत्पीड़न हिंसा के रोकथाम जागरूकता कार्यक्रम

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा महिलाओ पर हो रही हिंसा के विरुद कई निवारण कार्यक्रम चलाये जा रहे है ! जो की सभी स्कूली बालिकाओं व् ग्रामीण महिलाओं  के साथ मिलकर किये जाते है ! यौन हिंसा वयक्तियो और समुदायों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य ,सामाजिक न्याय और सुरक्षा का मुद्दा है ! संस्था द्वारा यौन हिंसा , सम्बन्ध हिंसा ,यौन उत्पीड़न और पीछा करने के बारे में गंभीरता से सोचकर की कैसे एक सुरक्षित समुदाय का निर्माण किया जाये और अपने व् दुसरो के लिए जिम्मेदारियाँ ली जाये और नुक्सान पहुचाये गए लोगो के प्रति उचित प्रति क्रिया दी जाये शिक्षा महत्वपूर्ण है ! ज्ञान वयक्तियो और समुदायों को बदलने के लिए सशक्त बनता है ! संस्था द्वारा बताया गया की यह एक सतत प्रक्रिया है ! और इसमें विश्वासों , शब्दो ,व्यवहारों, और कार्यो की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है ! जबकि निरंतरता की शुरुआत में कई व्यवहार हमारी आचार सहिंता के विरुद्व नहीं हो सकते है !यौन हिंसा की रोकथाम एक सामुदायिक प्रयास है ! और रोजमर्रा की गतिविधिया एक अंतर पैदा करती है ! निरंतरता की शुरुआत में वस्तुओँ को सम्बोधित करके हम अपने समाज में पारस्...

जल जागरूकता अभियान कार्यक्रम

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हमारी धरती पर 78 / जल ही जल है परन्तु हमारे उपयोग व् पीने योग्य पानी की मात्रा 2 / ही है ! भविष्य की जरूरतों को देखते हुये यह मात्रा बहुत कम है ! हम सभी को मितव्ययता से इसका उपयोग करना होगा ! इसके दुरुपयोग से हम भविष्य की पीढ़ियों को नुकसान की स्तिथि में पंहुचा देंगे यह जागरूकता हमे समाज के हर वर्ग तक पहुचानी होगी ! जिसमे भविष्य को हम सुरक्षित रख सकेंगे व् इस धरती का संतुलन बनाये रख सके !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण स्कूलो में बच्चों के साथ जल जागरूकता अभियान कार्यक्रम करवाए जाते है ! जिसमे जल की मितव्ययता उसके उपयोग, संधारण, लाभ, व् नुकसानों के बारे में विस्तृत चर्चा की जाती है ! व् उनको पोस्टर , चित्र , सेल्फी, हस्ताक्षर अभियान , रैली ,संगोष्ठी ,चित्रकला प्रतियोगिता व् अन्य माध्यमो से इस विषय पर गहनतापूर्ण जानकारी दी जाती है व् बताया जाता है ! की किस तरह एनीकेट बनाकर वर्षा के जल का संचय करे , झील , तालाब, बावड़ियाँ आदि साफ व् सुरक्षित रखें इसे दूषित होने से बचाये व् इसको मानवीय उपयोग के लिए सफल प्रयास किये जाये इसमें सभी जन की सहभागिता बहुत जरुरी है ! जल हमार...

क़ानूनी जागरूकता: महिलाओं और बालिकाओं के लिए सशक्तिकरण का माध्यम

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स माज के कमजोर और वंचित वर्गों निशुल्क और सक्षम क़ानूनी सेवाएं प्रदान करने की भावना और उद्देश्य विफल हो जायेगा यदि कमजोर वर्ग को उनके विभिन क़ानून और सवैधानिक अधिकारों के बारे जागरूक नहीं किया जा सका। निरक्षरता, वयक्ति को उसके साथ किये गए अन्याय को पहचाने में असमर्थ बनती है जब कोई वयक्ति बुनियादी मानवाधिकारो से अनभिज्ञ होता है तो सामाजिक कल्याण योजनायें प्रभावी नहीं हो पाती है। क्युकी वह सरकार दवारा अपने जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए दिए जाने वाले अवसरों का लाभ उठाने में असमर्थ होता है। क़ानूनी साक्षरता मानवाधिकारों को प्रदर्शित करता है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओ एवं बालिकाओ के साथ क़ानूनी अधिकार पर जागरूकता के बहुत से कार्यक्रम वर्ष भर किये जाते है। जिस में महिलाओ के क़ानूनी अधिकारों के बारे में सभी को विस्तारपूर्ण बताया व् समझाया गया। इस मई सबको फिलिप चार्ट के माध्यम से, कहानी व् नाटकीय रूपांतरण द्वारा, यौन उत्पीड़न, व् उसके रोकथाम और उसके उपाय, महिला हिंसा के बारे में और अपराधिक तत्वों से बचाव हेतु समस्त जानकारियाँ  महिलाओ को क़ानूनी अधिकार के...

मलेरिया से बचाव ही उपचार - एक पहल स्वस्थ्य भविष्य !!

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रा जस्थान सम्रग कल्याण संस्थान द्वारा कई सामाजिक सेवार्थ कार्य वर्ष भर करवाए जाते रहते हैं, जिसमें स्ट्रीट, स्लम एरिया में झुग्गी झोपड़ी वाले इलाके में रहने वाले लोगों के साथ बहुत से कार्यक्रम  किये जाते  हैं। इसके स्वास्थ्य व्  वातावरण को देखते हुए संस्थान द्वारा इन्हे मच्छरदानी वितरण कार्यक्रम इनके बीच में रखा जायेगा।  क्योंकि आसपास का वातावरण प्रदूषित होने से यहां मच्छर बहुत मिलते हैं जिससे मलेरिया फैलने  का डर रहता है बारिश का जल जमाव के कारण मलेरिया  बहुत तेजी से फैलता है। इसके संक्रमण से अनेक बीमारियों का पनपती  है। हर वर्ष हजारों की संख्या में इस बीमारी से लोग तेजी से मरते हैं। इसका बचाव बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए उनके जागरूकता लाना बहुत जरूरी है।संस्था मलेरिया प्रभावित इलाको का सर्वे के उन लोगो को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार करती है।  हमारे भारत में कई भागों में आज भी ऐसे इलाके है जो समस्या से बहुत ग्रसित  है। अत्यधिक गरीबी व संसाधन की पर्याप्त ना होने के कारण वह उसके बचाव के साधन  उपयोग में नहीं ला पाते हैं जिससे उनके बीच में बी...

दिव्यांगों के साथ साझेदारी समृद्ध समाज की नई दिशा

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अजमेर के ग्रामीण भागों में चिन्हित विकलांग जनों के साथ उनके हितार्थ  कई कार्य किए जाते हैं जिसमें उनके साथ बैठकर उनके विचारों को साझा किया जाता है। हाल के वर्षो  में विकलांगों के प्रति समाज का नजरिया तेजी से बदला है। यह माना जाता है कि यदि विकलांग व्यक्तियों के समान अवसर तथा प्रभावी पुनर्वास की सुविधा मिले तो मैं बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन व्यतीत कर सकते हैं। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की टीम के सदस्य दिव्यांगों के घर-घर जाकर उन्हें मीटिंग करने के लिए आमंत्रित करते हैं जिसमें उनके विचार, परेशानियां, समस्याओ को पूछा व् समझा और वह लिखा जा सके क्योंकि स्थिति वह परिस्थिति के अनिरुद्ध सबकी अपनी दिक्कत व परेशानियां होती है। भविष्य में उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में चर्चा की जाती है। वह जागरूकता पूर्ण बातों को इस मीटिंग कार्यक्रम में समावेश किया जाता है जिससे उनको  हर विषय की बारीकी और गहनता का पता चल सके। जिसका वह बाद में लाभ उठा सकते है। संस्था के कुशल प्रतिनिधियों  के द्वारा उनके साथ कई और विषयों पर चर्चा की जाती है। उ...

महिलाओं का सम्मान: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सशक्तिकरण और समानता

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नारी शक्ति, अभिमान, ज्ञान, त्याग, बलिदान, की मूरत है। हमारा भारतीय समाज सर्वप्रथम नारी पूजने से ही अपने कार्य को प्रारंभ करता है। महिलाएं जीवन को गति प्रदान करती है। हमारे यहां नारी को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। महिला दिवस कार्यक्रम का अर्थ है महिलाओं की अहमियत को समझने के लिए लोगों को जागरूक करना उनके लिए ऐसे समाज का निर्माण करना जहां महिलाएं खुद को जुड़ा हुआ और सशक्त महसूस करें। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन का महत्व सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में महिलाओं के अधिकारियों और तरक्की के प्रति जागरूकता को बढ़ाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को समाज में समानता, समरसता और सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा 8 मार्च 2024 को अजमेर के लामाना व नारेली गांव में बड़ी धूमधाम के साथ महिला दिवस कार्यक्रम मनाया गया | जिसमें लगभग 1475 महिलाएं शामिल हुई। महिला जागरूकता और महिला सशक्तिकरण की भावना से संस्था द्वारा उनके साथ सगोष्ठी, नाटक, नृत्य, प्रतियोगिता, रेस, खेलकूद, बैनर, चर्चा, प्रश्नोत्तरी के माध्यम से कई आयोजन ह...

पर्यावरण संरक्षकों का पोषण करना : राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के शैक्षिक प्रयास

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा जिले के हर सरकारी स्कूलों में बच्चों के साथ पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं, जिसमें इस बढ़ती पीढ़ी को पर्यावरण के बारे में एक सामाजिक जागरूक संदेश प्रतिपादित किया जा रहा है कि हमारी प्रकृति में पर्यावरण की कितनी आवश्यकता है। इस कार्यक्रम को और भी अधिक सरल बनाने के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बच्चों के साथ फोटोग्राफी, निबंध, लेखन, वाद विवाद, पोस्टर, सेल्फी, रैली, चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी व कई माध्यम से और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। संस्था द्वारा कराई गई इन गतिविधियों का प्रभाव सबसे ज्यादा पड़ता है जिससे सभी छात्र-छात्राओं द्वारा उत्साह पूर्वक इसमें भाग लिया जाता है। हमारा पर्यावरण कई माननीय कारणों से प्रदूषित हो रहा है जिसमें वृक्षों को काटना, औद्योगिक कचरों का नदियों में बहाना,प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग,पानी का दुरुपयोग, धुएं से वायु प्रदूषण होना, कीट नाशक से मिट्टी की उपजाऊपन  का नष्ट होना, भू क्षरण व कई खतरनाक गैसों के रिसाव से हमारा पर्यावरण लगातार प्रदूषित हो रहा है। पर्यावरण जागरूकता का अर्थ ...

बालकों के साथ पर्यावरण बचाओ: शिक्षा और सकारात्मक प्रेरणा

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मेरा नाम रजनीश सांखला है। मैं दिलवाड़ा सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल हूं। हमारे स्कूल में इस वर्ष अनेकों मुद्दों पर स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ विभिन्न कार्यक्रम किए गए। इसी संदर्भ में अजमेर की प्रतिष्ठित राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था के द्वारा एक दिवसीय पर्यावरण बचाओ कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को फूल के बीजों का वितरण किया गया। इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को यह बताना है की प्रकृति और पर्यावरण मानवता के लिए कितनी आवश्यक है। जीवन के संचार में इनका अभूतपूर्व योगदान है और इसके द्वारा पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना भी है जिससे यह हमारी नई पीढ़ी इनका अच्छे से रखरखाव कर सके वह इसका मूल्य समझ सके। इस कार्यक्रम में बच्चों को पोस्टर,सेल्फी,व्याख्यान,चर्चा,प्रश्नोत्तरी,चार्ट,व अन्य प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों के साथ इस जानकारी साझा किया। वह सभी को विभिन्न कार्य स्कूल में करवाए गए जैसे पेड़ों के चारों तरफ साफ करके गड्ढा करना, पौधों को पानी पिलाना,साफ सफाई करना,खरपतवार हटाकर उनमें फूलों के बीज डालना,स्कूल के अपशिष्ट पानी का रास्ता साफ कर पेड़, पौधों की तरफ करना,आदि कार्य से पर्यावरण के प्रत...

महिला उत्थान: घरेलू स्त्रियों का स्वरोजगार के माध्यम से सफलता का पथ

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  मेरा नाम सीमा शर्मा है। मैं नवविवाहित महिला हूं और B.A पास हूं। घर में पति एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं। इसके अलावा घर में सास,ससुर व देवर है। मैं भी घर के कामों में अपना सहयोग करना चाहती हूं। बचपन से मुझे अपना ब्यूटी पार्लर शॉप खोलने की इच्छा रही है। यह बात मैंने घरवालों को भी बता दी। फिर सब ने मुझे आश्वासन दिया और सहयोग करने की बात कही। उसके बाद मैं RSKS के द्वारा SHG के कार्यक्रम से जुड़ी |  जिसमें मुझे बचत,ऋण , बैंक किश्त अदायगी पर समूह में  कार्य किया | डेढ़ वर्ष बाद मुझे बैंक से समूह ऋण प्राप्त हुआ जिसको मैंने अपने ब्यूटी पार्लर के कार्य में लगाया। इस कार्य में मेरे पति व संस्था ने भरपूर सहयोग दिया। फिर मैंने इनसे प्राप्त पैसों से समस्त ब्यूटी पार्लर का सामान लेकर आई जैसे केश सजा,मेहंदी,फेशियल,मसाज,नेल कटिंग, पेडीक्योर, वैक्सिंग,मैनीक्योर, ब्लीचिंग,बाल काटने के उपकरण,स्ट्रेट करने के उपकरण,बॉडी मसाज, हेड मसाज इत्यादि सामान खरीदे। वह इनको अपने ब्यूटी पार्लर में रखा। फिर अपने कार्य को धीरे-धीरे में बढ़ाने लगी। मैंने यह कार्य पूर्व में अच्छे से सीखा था। इसलिए मुझ...