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''शिक्षा के पथ पर एक सशक्त कदम"

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  शिक्षा मानव जीवन की नींव है। यह केवल ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की कुंजी है। जब एक बालिका शिक्षित होती है, तो न केवल उसका भविष्य उज्जवल होता है, बल्कि पूरे परिवार और समाज में सकारात्मक परिवर्तन आता है। इसी उद्देश्य के साथ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान ने "Education for Every Girl" अभियान के अंतर्गत एक सराहनीय पहल की – विद्यालयी बालिकाओं के बीच स्कूल बैग और स्टेशनरी सामग्री का वितरण। यह पहल न केवल बालिकाओं को उनकी शिक्षा में सहारा देने के लिए की गई, बल्कि समाज में यह संदेश देने के लिए भी कि शिक्षा पर हर बच्ची का समान अधिकार है। यह लेख उसी अभियान को केंद्र में रखकर बालिका शिक्षा के महत्व, आवश्यकताओं और सामाजिक प्रभाव को विस्तार से प्रस्तुत करता है। भारत में आज भी बहुत से क्षेत्रों में बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त करने में कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गरीबी, सामाजिक कुरीतियाँ, लिंग भेदभाव, संसाधनों की कमी और पारिवारिक मानसिकता जैसी बाधाएँ उन्हें स्कूल तक पहुँचने से रोकती हैं। विशेषकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों ...

ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब बालिकाओं को स्कूल फीस देकर शिक्षा के लिए प्रोत्साहन: एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम

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ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब बालिकाओं को स्कूल फीस देकर शिक्षा के लिए प्रोत्साहन: एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम शिक्षा हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है, परंतु भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हजारों-लाखों बालिकाएँ शिक्षा से वंचित हैं। गरीबी, सामाजिक कुरीतियाँ, लैंगिक भेदभाव और संसाधनों की कमी ऐसे प्रमुख कारण हैं, जो इन बालिकाओं के स्कूल पहुँचने की राह में बाधा बनते हैं। जब एक गरीब परिवार के सामने दो समय की रोटी और बच्चों की पढ़ाई में से किसी एक को चुनना होता है, तो अक्सर शिक्षा बलिदान हो जाती है — और सबसे पहले जिसकी पढ़ाई छूटती है, वह होती है बालिका। ऐसे में यदि कोई संस्था या सरकार गरीब ग्रामीण बालिकाओं की स्कूल फीस अदा करके उन्हें स्कूल भेजने में मदद करती है, तो यह केवल आर्थिक सहायता नहीं बल्कि एक सामाजिक क्रांति का बीज होता है। यह एक ऐसा कदम है, जो न केवल किसी लड़की का भविष्य बदलता है, बल्कि पूरे समाज की सोच, स्वास्थ्य और आर्थिक संरचना को भी सुधारता है।भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। कई क्षेत्रों में आज  भी बेटियों को स्कूल भेजने को ज़रू...

बाल विवाह रोकथाम और महिला सशक्तिकरण की दिशा में संस्थान का प्रयास

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  भारत में बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता को प्रभावित करती है। यह न केवल एक व्यक्तिगत अधिकार का हनन है, बल्कि एक समूचे समाज के विकास में भी बाधा बनती है। विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में यह कुप्रथा आज भी जीवित है, जहाँ परंपरा, गरीबी, अशिक्षा और लैंगिक भेदभाव इसके पीछे के प्रमुख कारण हैं। इसी समस्या के समाधान हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान ने एक अहम पहल की है। यह संस्था वर्षों से सामाजिक कल्याण की दिशा में कार्य कर रही है और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हाल ही में संस्था द्वारा एक व्यापक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य था बाल विवाह की रोकथाम, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को कम करना तथा महिलाओं को “एक खुला आकाश” देना , यानी उन्हें स्वतंत्र सोच और निर्णय लेने की शक्ति प्रदान करना। बाल विवाह भारत की उन सामाजिक कुरीतियों में से एक है जो सदियों से प्रचलित है। यह लड़कियों को उनके बचपन, शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता से वंचित कर देता है। छोटी उम्र में वि...

"महिला हिंसा के खिलाफ सामूहिक संघर्ष : हिंसा को खत्म करने की दिशा में कदम"

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महिलाओं पर हिंसा इसकी एक लम्बी गाथा है जहाँ यह हमेशा शोषण का शिकार होती रही है। कभी तो शारारिक रूप से तो कभी मानसिक रूप से हुई है ।  यहाँ हमे समाज का वो विकृत चेहरा देखने को मिलता है ।  जिसकी कल्पना करना बहुत मुश्किल है समाज में इन्हे भी समानता का वही अधिकार है जो एक पुरुष को प्राप्त होता है  । परन्तु कभी-कभी ये सब किताबी बातें लगती है। हमे समाज में सबसे पहले शिक्षा के प्रचार प्रसार को बढ़ाना होगा  तभी हम इसके सबल रूप के सकारात्मक प्रभाव से ये सब दूर कर सकते है। बालिका शिक्षा इसको रोकने का माध्यम बन सकता है। शिक्षा ही जीवन में नकारात्मकता को दूर करती है। और अच्छे सदगुणों का जीवन में विकास करती है। महिला हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो समाज के हर क्षेत्र फैली है। यह एक ऐसी समस्या है  । जो महिलाओं के शारारिक, मानसिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है इस हिंसा को रोकने के लिये हम सबको सकारात्मक कदम उठाने होंगे।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के प्रतिनिधि ऐसे स्थानों पर जाकर जहाँ जीवन की हर आवश्यकता का आभाव हो उन महिलाओं के सकल उत्थान के लिये महिला ...

"बालिकाओं के जीवन कौशल और नेतृत्व की ओर एक कदम"

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  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान वर्ष भर स्कूली बालिकाओं के साथ कई विषयों पर कार्यक्रम करवाती रहती है संस्था का यह मानना है की आज के बदलते दौर में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है बल्कि यह बच्चों के सर्वागीण विकास को बढ़ावा देने वाली एक प्रक्रिया बन गई है। विशेष रूप से बालिकाओ के लिए जीवन कौशल और नेतृत्व क्षमता पर आधारित कार्यक्रम अत्याधिक महत्वपूर्ण है क्योकि ये न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते है बल्कि उन्हें समाज में एक मजबूत और आत्मनिर्भर व्यक्तित्व के रूप में विकसित होने में मदद करते है।    संस्था प्रतिनिधियों के द्वारा उनको सेल्फी, व्याख्यान, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रदर्शन, व् गेम के माध्यम से जीवन कौशल व् लीडरशीप के बारे में गहनतापूर्वक जानकारी दी। जीवन कौशल वह क्षमताये है जो किसी व्यक्ति को निर्णय लेने और जीवन को संतुलित तरीके से जीने के लिए मदद करती है जीवन कौशल के अंतर्गत आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास, समय प्रबंधन, संवाद कौशल, और तनाव प्रबंधन जैसे पहलु आते है। इन कौशलों का विकास बालिकाओं में उनके मानसिक, सामाजिक, और भावनात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।...

"शिक्षा का शक्तिशाली प्रभाव: संस्थान द्वारा बालिका शैक्षिक सामग्री वितरण कार्यक्रम"

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जहां शिक्षा शब्द आ जाये वहां जीवन में सकारात्मकता के सिवा और कुछ नहीं हो सकता है। सभी उत्तम सद्गुण , व्यवहार और अनुशासन हमे शिक्षा से ही प्राप्त होते है।  शिक्षा ही जीवन को दिशा निर्देशित करती रहती है जो भविष्य निर्माण करने में हमे सहायता प्रदत करती है।  इसकी पुष्टि से मस्तिष्क में सदा नए और उत्तम विचारों  का उदभव होता रहता है जो हमारी कार्य प्रणाली को सुव्यवस्ठित और सुचारु रूप से संचालित करती है।  ज्ञान और शिक्षा बहुआयामताओं को विकसित करती है।  शिक्षा का मतलब ज्ञान, सदाचार, उचित आचरण, तकनीकी शिक्षा , तकनीकी दक्षता ,विद्या आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया को कहते है।  शिक्षा का तात्पर्य स्कूली शिक्षा या निर्देशों के माध्यम से प्राप्त ज्ञानं और समग्र रूप से शिक्षण संस्थान से भी है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा पाठशाला में व्यक्तियों की जन्मजात क्षमता को विकसित करना शामिल है। शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य के रूप में व्यक्तित्व के सामंजस्यपूर्ण विकास का सभी प्रगतिशील शिक्षाविदों ने समर्थन किया है। संस्था द्वारा पाठशाला में इस वर्ष में  शैक्षणि...

बच्चों को शारीरिक सुरक्षा और आत्म-संरक्षण के बारे में जागरूकता"

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हमारी इंसानी प्रवर्ति में बहुत सारे अहसास छुपे होते है जो कभी दिखाई नहीं देते है परन्तु उन अहसासों को हम महसूस अवश्य कर सकते है कुछ अहसास या शारारिक स्पर्श सकारात्मक होते है जबकि कुछ नकारात्मक प्रभाव वाले होते है वहां व्यक्ति की प्रवृति व् नियत का हमे पता चलता है ! कोई व्यक्ति आपके शरीर के उस हिस्से को छूता है जहां आप नहीं चाहते की कोई उसे छुये तो वह बुरा स्पर्श कहलाता है ! और यदि कोई आपको टच करता है और आपको अच्छा लगता है या स्नेह की अनुभूति का अहसास होता है तो यह गुड टच कहलाता है हमारे समाज में बढ़ती उम्र की  स्ट्रीट, झुग्गी झोपडी, निचली बस्तियों के बच्चों यह ज्ञान देना अति आवश्यक है ताकि वह अपनी सुरक्षा को समझे और इसे पूरा करें !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर वर्ष हजारों स्कूली बालिकाओं के साथ गुड टच बेड टच का कार्यक्रम किया जाता है जिससे उनको विभिन्न तरह से शारारिक स्पर्श के माध्यम से अच्छे व् बुरे स्पर्श के माध्यम से अच्छे व् बुरे स्पर्श का ज्ञान प्रदत किया जाता है ! बालिका के बढ़ते शरीर व् उम्र के साथ ही माता -पिता व् शिक्षक के द्वारा यह जानकारियां प्रारंभ ...

प्रतिस्पर्धा और प्रेरणा : बच्चों को खेलों में प्रोत्साहन देने की दिशा में कदम

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूलो के बच्चो के साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम किये जाते है जो उनको शिक्षा, खेलकूद, छात्रवृति, व् अन्य सामग्री वितरण के कार्य व् इसके साथ कई सामाजिक , वैश्विक, मुद्दों पर कार्यशालायें भी की जाती है जी उनको प्रेरणा देने का कार्य करते है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा नांदला ग्राम के 12 बच्चो को स्पोर्ट्स सूट बांटे गए ! जो की राष्ट्रीय खेल कूद में प्रतिसपर्धा कर रहे थे ! और अपने ग्राम , समाज, देश का नाम बढ़ा रहे है संस्था की तरफ से एक छोटा सा उनको उपहार है जो बच्चे हमारे देश का नाम रोशन करे उनके लिए यह करना सूरज का दीया दिखाने समान है !  खेलकूद से मात्र शरीर ही फ़ीट नहीं रहता है अपितु शरीर मे अत्यधिक ऊर्जा का संचालन होने लगता है जो किसी खेल के माध्यम से अपनी ऊर्जा को प्रसारित करता है ! और अपनी मंजिल को पाता है ! यही बच्चें आगे चलकर देश का नाम रोशन करते है ! कई बार सामाजिक रूप से पिछड़ेपन और गरीबी के कारण यह अपना प्रदर्शन नहीं कर पाते है ! और देश का अपने समर्थन करने से वंचित हो जाते है संस्था द्वारा स्कूलों से प्राप्त जानकारी इकठा कर इन्ह...

"शिक्षा और स्वास्थ्य का संगम संस्थान का सर्दी बचाव व् छात्राओं को गर्म वस्त्र वितरण"

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शिक्षा जीवन में महत्पूर्ण स्थान रखती है लेकिन इसके साथ समस्त शेक्षणिक सामग्रीयों की जीवन में उतनी आवश्यकता होती है जो इसके पर्याय होती है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूली गरीब छात्राओं के साथ गर्म वस्त्र ( स्वेटर , जॉकेट ) का वितरण किया जाता है जो उनको इस सर्दी के बचाव से सहायता उपलब्ध करवाता है ! और उन्हें स्वस्थ रखने में उनकी मदद करता है ! संस्था द्वारा लगभग 42 स्कूलो के साथ यह कार्यक्रम किया जा रहा है जिसमे लगभग 1200 स्कूली छात्राओं को इससे लाभांवित किया गया ! संस्था हर वर्ष ऐसे चिन्हित स्कूलो में छात्राओं के साथ एक कार्यक्रम कर उनको इससे लाभान्वित करती है ! जिसमें स्कूल द्वारा भी मदद को तत्पर रहता है ! मानव धर्म मानवता की सेवा करना है समाज के ऐसे वंचित छात्राओं को सर्दी में ऐसे देखकर अच्छा नहीं लगता है ! संस्था द्वारा जब यह ऊनी गर्म वस्त्र इनको दिए जाते है तब इनके चेहरों पर मुस्कान देखते ही बनती है ! यह एक सराहनीय प्रयास है ! संस्था प्रतिनिधि इस कार्य में उनकी पूर्ण मदद करते है ! एक सर्वे के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के मात्र 10 से 20/ छात्रायें ही स्कूल स्वेटर या जैकेट ...

"सपनों की उड़ान: जीवन कौशल शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण ''

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बच्चों के साथ कई तरह के कार्यक्रम किये जाते है जिसमे से यह कार्यक्रम उनके बचपन को एक नेक शिक्षा देकर उन्हें व्यवहारशील और शालीन बनाता है ! इन गरीब बच्चों को ना तो शिक्षा प्राप्त हो पाती है और ना ही जीवन जीवन को किस प्रकार से जिया जाये वो ढंग प्राप्त हो पाता है ! इसलिए ये जरुरी बन जाता है की समाज के सभी बच्चो के सामान इनको समझे और उनके जैसे इन्हे भी खुलकर अपना जीवन जीने दे ! इस कार्यक्रम में शिक्षा के साथ उनके साथ मिलकर बहुत सारी गतिविधिया करवाई जाती है ! जिसके शाब्दिक पाठ्यक्रम में शाब्दिक ज्ञान, अक्षर ज्ञान, पहाड़े, कविताएं, कहानियाँ, सामान्य ज्ञान, रंगो की पहचान आदि करवाए जाते है ! इसके साथ साथ विभिन्न माध्यम के खेलों के साथ उनका मानसिक सर्वागीण विकास भी किया जाता है ! जो उनमें जिज्ञासा उत्पन्न करते है और विषय वस्तु के ज्ञान को समझने के लिए आतुर रहते है !  संस्थान के मास्टर ट्रेनर उन्हें हर बात बहुत करीने से समझाते व् सिखाते है और साथ ही हर बात में उनका उत्साह वर्धन करते है ! जो आवश्यक रूप से उनको वो समस्त सामग्री का ज्ञान व् विषय वस्तु का बोध...

अनुशासन , शिक्षा व् संस्कार मानव लक्ष्य प्राप्ति के साधन

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  अनुशासन , शिक्षा व् संस्कार ये वो इंसानी विशेषता है जो व्यक्ति विशेष को भीड़ से अलग स्थान प्रदान करती है !जो सकारात्मकता की ऊर्जा भर के जीवन को अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने में अति सहायक सिद्ध होती है ! यह कुशल दृश्टिकोण देकर हमे सफल संचालक बनती है ! साथ ही समाज में हमारा स्थान भी स्थापित करती है ! शिक्षा से अनुशासन प्राप्त होता है जो जीवन को सुव्यवस्ठित व् सयमित बनता है ! जबकि हमारे संस्कार हमारे  व्यक्तित्व को प्रदर्शित करते है ! इसमें बहुत सी बाते समाहित होती है जो आपका आचरण , आपकी भाषा  आपकी संजीदगी, व् सादगी, बड़ो का आदर, छोटो से प्यार, जीवों पर दया, साफ व् स्वच्छ रहना, मिलनसार होना,व् शिक्षाप्रद अध्ययन सामग्री का पठन करना, स्मरण करना जैसी बहुत सी बाते विद्यमान है !  शिक्षा सबको प्राप्त करनी चाहिए यह विषय को समझने, जानने, व् पहचानने में मदद करती है ! सफलताओं के सोपान को मार्गदर्शित करती है व् एक विशेष पहचान   देती है जिसमे हमारी पहचान इस समाज स्थापित होती है ! शिक्षा हमे अनुशासित करती है और यही हमे अनुशासन का बोध करवाती है ! अनुशासन का तात्पर्य किसी...

"शिक्षा से सशक्तिकरण : सकारात्मकता और प्रतिभा का विकास"

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गुरु से हमे जीवन का सशक्त मार्ग मिलता है गुरु हमे शिक्षा के साथ बहुत सी बातों पर हमारा ध्यान केन्द्रित करते है ! जिसके माध्यम से हमें लक्ष्य प्राप्ति करने में सहायता मिलती है ! इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान , अजमेर की और से चलाया जा रही है ! इसी पाठशाला के सभी अद्यापिकाओ के साथ टी एल एम कार्यक्रम किया जाता है ! जिसका उद्देश्य पाठशाला में आये हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है ! जो उनको वहां रहकर विभिन्न माध्यमो के जरिये बताया जाता है ! और  सकारात्मक विचारों से अवगत कराया जाता है ! पाठशाला चलाने का उद्देश्य मात्रा शिक्षा नहीं अपितु समस्त विषयों के ज्ञान को समाहित वरना भी है ! यह सफल जीवन यापन के लिए आवश्यक है ! जो सही दृश्टिकोण प्रदान करता है ! और विषय वस्तु को समझने की शक्ति भी हमें मिलती है ! इस कार्यक्रम में अद्यापिकाओ को पोस्टर, चार्ट, सेल्फी, रैली, अभिभाषण, अभिव्यक्ति, गायन, मंथन, खेलकूद, प्रतियोगिताएँ, बौद्धिक क्षमता प्रशिक्षण, प्रशनोत्तरी, गुणनफल, सामान्य ज्ञान, सवाल-जवाब आदि के द्वारा बच्चों को एक उत्साह ज्ञान उत्पन्न किया जाता है ! जो उसे जागरूक व् स्फूर्...

बालिका शिक्षा और बाल विवाह पर जागरूकता

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अपनी बेटी को अरमानों की डोली में बैठकर अपने ससुराल जाना किस बाप का एक अच्छा सपना नहीं होता है सब पिताओं का यही सपना उनकी जिंदगी भर की कमाई होता है ! बेटी का पालना , उसे पढ़ाना, बड़ा करना, समाज के सभी विषयों का ज्ञान देना फिर जब एक दिन बेटी ब्याह के लायक हो जाती है ! तो दिल पर अरमानों का एक बड़ा सा पत्थर रख कर उसको विदा करना जिंदगी का सबसे मार्मिक क्षण होता है ! जब बरबस ही उसकी आखों के आँसू उस पिता की विवशता को दर्शाते है ! यह क्षण अत्यंत यादगार होता है ! इसके विपरीत जब एक पिता के द्वारा अपनी नाबालिग  बच्ची का जब बाल विवाह किया जाता है तो यह एक हत्या के सामान करा जाने वाला कृत्य कहलाता है ! जो उस बच्ची का बचपन खा जाता है ! और उसे नर्क की आग में जलने को जिंदगी भर के लिए डाल देता है !  मेरा नाम बलवंत सिंह है मैं पेशे से एक कारीगर हूँ मेरे परिवार में मेरी पत्नी ,माता पिता, व् 4 लड़किया है जो क्रमशः 14, 12, 10, 8 वर्ष की है ! जो की सभी स्कूल में अध्ययनरत है ! मेरे परिवार में जब मेरी बहन की शादी  की तब वह नाबालिग थी जो एक बच्चे को जन्म देने के बाद चल बसी ! इस वजह से मेरे दिल में यह...

शिक्षा और जागरूकता: बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई किए गए प्रयास और रणनीतियाँ

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मेरा नाम मनोज तिवारी है मैं ग्राम पदमपुरा में रा.उ.मा.वि में सरकारी टीचर के रूप में कार्यरत हूँ ! इस गांव में रावत व् गुर्जर जाती बाहुल्य रूप में निवास करती है जिसमे काफी हद तक निरक्षरता विद्यमान है !  जिसके चलते इनके रीती रिवाजो में बहुत सारी  कुरीतियाँ  शामिल है ! जो समाज में हमे नकारात्मकता का सन्देश देती है ! और देश व् राष्ट्र को पीछे धकेलने का कार्य करती है ! कुछ कुरीतियों को जड़ से मिटाना इतना संभव नहीं हो सकता है इस प्रकिर्या में सभी के साथ का होना अति आवश्यक है तभी हम स्वस्थ व् स्वच्छ समाज को पटल पर ला पाएंगे ! बाल विवाह वो दंश है जो एक नहीं समाज की बहुत सारी जिंदगियाँ बर्बाद करती है ! इसमें बालिका का बालपन छिन्न लिया जाता है ! जो उसे नर्क में धकेलने के लिए काफी है ! यहाँ समाज के हर व्यक्ति को इस विषय की सभी नकारात्मक बातों के लिए सोचना बहुत जरुरी है तभी हम बदलाव की किरण को जाग्रत कर पाएंगे !   हमारी स्कूल में पिछले 4-5 वर्षो से जरूरतमंद, वंचित, अनाथ, बेसहारा, गरीब, निर्धन, विकलांग, मानसिक रूप से पीड़ित आदि बालिकाओ की मदद के लिए यह संस्था बेहद सराहनीय व् प...

शिक्षा और सामाजिक जागरूकता: बालिकाओं को सशक्त बनाने की संस्था की पहल

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मेरा नाम मुकेश है ! और मैं एक ग्रामीण स्कूल में अद्यापक के पद पर कार्यरत हूँ ! मै पिछले 18 वर्षो से कार्य कर रहा हूँ ! पिछले 5 वर्षो से राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा हर वर्ष गरीब, वंचित, बेसहारा, अनाथ, विकलांग, निर्धन, व् जरूरतमंद बालिका को यह संस्था अध्ययन सामग्री व् शिक्षण सम्बन्धी पूर्ण सामग्री इन बालिकाओ को प्रदान की जाती है जिससे यह बिना किसी भेदभाव या संकोच से पढ़ाई कर सकती है ! संस्था हर वर्ष 25 ऐसी बालिकाओ को यह शिक्षण सामग्री दी जाती है जिसमे स्कूल बैग, स्टेशनरी, कॉपी, किताब, जयोमेक्ट्री बॉक्स, कलर सेट, ड्रॉइंग बुक, एग्जामिनेशन बोर्ड, स्कूल ड्रेस, जूते मौजे, स्वेटर, व् जॉकेट, वितरित किये ! जो बालिकाओ को वर्षभर के अध्ययन में भरपूर सहयोग करेगा !  सर्वप्रथम संस्था प्रतिनधि हमारी शाला में आये व् ऐसी बालिकाओ की सूची प्रधानाद्यापक जी से प्राप्त कर डोर टू डोर सर्वे करते है ! जिसमे वो उनकी वास्तविक स्थिति को देखकर उसे दूर करने हेतु अपनी पुस्तिका में इंद्राज करते है व् हर बालिका के सर्वे प्रपत्र पर कुछ सवाल भरे जाते है ! व् उनकी पहचान पत्र, आधार कार्ड प्रति , व् अंक ता...

एक पिता की आशा: शिक्षा के माध्यम से बच्चों के भविष्य को सवस्थ और उज्ज्वल बनाना

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मेरा नाम किशन लाल है और मैं एक गरीब किसान हूँ जो जैसे तैसे अपने परिवार का भरण पोषण करता हूँ ! मेरे परिवार में मेरी पत्नी व् माँ और 2 बेटे और 3 बेटियाँ  है ! दोनों बेटे मेरा कृषि कार्य में साथ देते है व् 2 बेटियाँ पढ़ने जाती है ! एक बेटी को में पड़ने में असमर्थ हूँ दिल तो बहुत करता है मगर अपनी गरीबी, लाचारी, व् विवशता के कारण मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है ! इस बात को मैंने स्कूल प्रशासन को भी बताकर आया था ! फिर एक दिन स्कूल से हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान से कुछ प्रतिनिधि हमारे घर आये ! उन्होंने बताया मेरी बेटी को वो आगे पढ़ने में मदद करेंगे ! उनकी बात सुनकर मेरा दिल ख़ुशी से झूम उठा ! फिर उन्होंने कुछ सवाल पूछे व् मेरी बेटी का सर्वे प्रपत्र फॉर्म भरा गया !  इसके कुछ दिन बाद मेरी बेटी को स्कूल में दाखिला मिल गया !और वह फिर से शिक्षा प्राप्त करने स्कूल जाने लगी ! एक पिता होने के नाते अपनी बेटी के प्रति मेरे भी कुछ सपने है ! वह भी उच्च शिक्षा प्राप्त करे और समाज में अपना नाम कमाये व् देश की तरक्की में अपना योगदान दे ! इन सभी बातों का आज मुझे साराँश नजर आ गया ! अब जिं...

समाज में सम्मान और आत्म-संमान: शिक्षा के माध्यम से जीवन में सकारात्मक बदलाव

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मेरा नाम गायत्री है ! मैं अजमेर के पास अजयसर गांव में रहती हूँ ! मेरे माता पिता बहुत गरीब है ! जिसकी वजह से उनकी मजदूरी प्रभावित होती है ! इसलिए घर के संचालन के लिए मेरी माँ मजदूरी कार्य करती है ! हम 3 भाई बहन है ! मैं मे सबसे बड़ी हूँ ! एक बहन 10 वर्ष की है व् भाई 8 वर्ष का है ! इसी कारण मेरा भाई बस स्कूल जाता हैं ! वहम बहनें घर ही रहती हैं और काम करती है! मेरी आगे पड़ने की बहुत मंशा है ! मगर घर की विकट परिस्थिति के कारण मेरा अब स्कूल अध्ययन करना संभव नहीं हैं ! कभी कभी सारी इच्छाएं पूरी नहीं होती है ! हमे मौजूदा हालात से समझौता करना पड़ता है !   फिर एक दिन स्कूल प्रशासन ने मुझे बुलाया औ बताया की उसे आगे पढ़ने हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अध्ययन हेतु 25 बालिकाओं में उसे भी जोड़ा गया है ! जिसमे उसको अध्ययन सम्बंधित सभी सुविधाये प्राप्त होगी ! उसे वर्ष भर के लिए स्कूल के अध्ययन हेतु समस्त सामग्री जैसे स्कूल बैग, कॉपी, किताब, स्टेशनरी, जयोमेक्ट्री बॉक्स, कलर सेट,एग्जामिनेशन बोर्ड, स्कूल ड्रेस, जूते, मौजे, स्वेटर, जाकेट, हाइजीन किट, व् छात्रवर्ती दी जाएगी ! यह बात सुन आकर...

शिक्षा दान नहीं धर्म यह सबके हक़ का अधिकार बने

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मेरा नाम किशन शर्मा है में अजमेर के मुहामी गांव में रा.उ.मा.वि. के प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत हूँ पिछले कुछ वर्षो से राजस्थान समग्र कल्याण सस्थान द्वारा हमारे स्कूल में गरीब ,निर्धन , विकलांग ,असहाय ,अनाथ, बच्चों के साथ शिक्षा विकास हेतु बहुत सारे कार्यक्रम शाला में करवाये जाते है जिसमे ज्यादातर स्कूली छात्राओं की शिक्षा को बढ़ावा दिया जाता है ! जिन्हें हमारा समाज आज भी पिछड़ेपन की दृष्टि से देखता है हमारे समाज में बालिका को शिक्षा के लिए बढ़ावा व् प्रोत्साहन कम देखने को मिलता है आज के इस बढ़ते हुए समाज के कुछ लोगों के कारण ही बालिकाएं स्वत्रत रूप से शाला में अध्धय्यन को जा रही है जिसमे राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान इस कड़ी में अपनी अहम् भूमिका निभा रही है समाज के वंचित छात्रों को इनके द्वारा एक सुनहरा मौका व् अवसर प्रदान किया जा रहा है जिसमे व् शिक्षा प्राप्त  कर अपनी  बौद्धिक क्षमताओ का विकास करे व् अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सके ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसी 25 बालिकाओं  को शिक्षण सामग्री व् जरुरत की सभी वस्तुएँ दी गई जो शिक्षा हेतु वर्ष भर उसके काम आएगी ! इस...

स्लम एरिया के बच्चो को शिक्षा से जोड़ना

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अजमेर शहर के आसपास झुग्गी झोपडी वाले इलाके, स्लम एरिया व् डेरों निचली बस्तीयो में रहने वाले गरीब व् निर्धन बच्चों के लिए शिक्षा दिलाने हेतु पाठशालाये चलाई जाती है ! जहा उनको रंग ज्ञान, अक्षर ज्ञान, जोड़बाकी, व् कहानियाँ,कविताये सिखाई जाती है जिसमे इन गरीब बच्चो में शिक्षा के प्रति ललक जागे और यह सभी स्कूल जाने व् शिक्षा प्राप्त करें ! इनको स्कूल से जोड़ने के लिए पहले शिक्षा के स्वरुप को समझाया जाता है ! अनुशासित बनाया जाता है ! व् जिज्ञासा और ललक बढ़ाई जाती है ! तद्पश्चायत उनके प्रवेश संबंधी सभी दस्तावेज जाँचे जाते है ! जैसे जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, जन आधार कार्ड, भामाशाह व् माता पिता के पूर्व दस्तावेज भी उनके पास उपलब्ध होने चाहिए जिसके फलस्वरूप उनको आसानी से स्कूल में शिक्षा प्राप्ति हेतु दाखिला मिल सके इसके लिए संस्था प्रतिनधियों द्वारा उनका भरपूर सहयोग किया जाता है ! शिक्षा हर मानव का अधिकार है ! जो उसके जीवन को चहुँमुखी बनाता है ! व् सकारात्मक विचार उत्पन्न करता है माँ बाप की असमर्थता के कारण बहुत से बच्चे पढ़ना तो चाहते है ! मगर आ...

जीवन कौशल शिक्षा कार्यशाला कार्यक्रम

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जीवन कौशल वे मूल कौशल है ! जिन्हे प्रत्येक वयक्ति को स्वय और दूसरे लोगों की बेह्तरी के लिए आतंरिक और ब्राह्य रूप से अर्जित और आत्मसात करना आवश्यक है ! जीवन कौशल अनुकूल तथा सकारात्मक व्यवहार हेतु ऐसी योग्यताएं है ! जो व्यक्तियो को दैनिक जीवन की माँगो और चुनौतियों का प्रभावपूर्ण ढंग से सामना करने में समर्थ बनती है ! जिसमे  जीवन कौशल शिक्षा कार्यशाला के साथ साथ व्यक्तिगत गुन भी शामिल होते है जो कार्य स्थल में सफलता सुनिश्चित करते है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर यह कार्यक्रम करते है ! जिसमे जीवन जीने के श्रेष्ठ तरीको को बताया व् अपनाया जाता है ! भविष्य में निर्णय लेने की क्षमता ही आप में नेतृत्व की भावना का विकास करती है ! किसी भी जटिल कार्य को सरलता पूर्वक से और दक्षता से करने की योग्यता ही हमारा कौशल है ! जीवन कौशल शिक्षण का उद्देश्य मौजूदा ज्ञान और सकारात्मक द्रष्टिकोणों और मूल्यों  के साथ साथ नकारात्मक द्रष्टिकोणों और जोखिम भरे व्यवहारो को रोकना है ! जीवन कौशल शिक्षण व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओ ...