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"ईको-फ्रेंडली शिक्षा: बच्चों के लिए पर्यावरण संरक्षण का कदम"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान पर्यावरण के विभिन्न विषयों पर कार्य कर रही है जो हमारे पर्यावरण को यथावत बनाये रखने में सहयोग देता है। इसी सन्दर्भ में संस्था ग्रामीण स्कूलों में बच्चों को ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक वितरण कार्यक्रम कर रही है जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति सभी को जागरूक करना है आज के समय में पर्यावरणीय संकट बढ़ते जा रहे है यह हम सभी की जिम्मेदारी बनती है की हम अपने छोटे छोटे क़दमों से पर्यावरण की रक्षा करें। विद्यालय में बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया।  जो वास्तविक रूप से महत्वपूर्ण और प्रभावी कदम है। यह कार्यक्रम बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने के साथ साथ उन्हें ऐसे उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है।  ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक पारंपरिक पेन और नोट बुक की तुलना में पर्यावरण के लिए अधिक सुरक्षित और लाभकारी होते है ये पेन आमतौर पर रिसाइकिल्ड सामग्री से बनाने जाते है जिसमे किसी वनस्पति के बीज मौजूद होते है जो इसके उपयोग के बाद फेंकने पर नए पौधे को उगने में मदद करते है ईको फ्रैंडली नोटबुक भी पेपर बचान...

"बीज से बगिया तक: बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में मार्गदर्शन"

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आज के इस बढ़ते दौर में पर्यावरण का हास्र सम्पूर्ण मानव जाती के लिए एक चिंताजनक विषय है।  हमारा कर्त्तव्य है हम इसकी रक्षा करें इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूली बच्चों के साथ पर्यावरण संरक्षण पर यह कार्य किया गया।  जिसमे लगभग 42 स्कूल थे। हमारा पर्यावरण हमे प्राकर्तिक संसाधन, ऑक्सीजन, जल, भूमि, और अन्य चीजों से पोषित करता है हालांकि आजकल तेजी से बढ़ती जनसँख्या , प्रदूषण और मानवीय घटको के कारण हमारे पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। ऐसे में हमे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाने की जरुरत है इस दिशा में स्कूलों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है क्योकि स्कूल बच्चों को शिक्षा और जागरूकता प्रदान करने का सबसे अच्छा ध्येय होते है।  आजकल स्कूलों में विभिन्न तरह के पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें से एक प्रमुख कार्यक्रम है बीज वितरण ! इस कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को विभिन्न प्रकार के बीज दिए जाते है ताकि वे इन्हे घर पर लगाकर स्वयं अपने परिवेश को हरा भरा बना सकें। इस प्रकिर्या के दौरान बच्चों को यह समझाया जाता है की पेड़ पौधे...

"समाज में बदलाव का संदेश : दहेज प्रथा को समाप्त करने की दिशा में एक प्रयास "

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान विगत कई वर्षो से सामाजिक क्षेत्र में कई विषयों पर  संस्था  कार्य कर रही है ।  जो हमारे जीवन में  महत्वपूर्ण स्थान रखते है ।  ऐसे ही समाज का एक विषय है दहेज़ प्रथा !  भारत में   यह एक गंभीर और बेहद सवेंदनशील सामाजिक समस्या है जो हमारे देश के कई परिवारों में फैली हुई है यह गरीब परिवार की लड़कियों के लिए एक चुनौती के समान है। हमारे सामाजिक परिवेश में बदलाव बहुत जरुरी है इसका उदहारण राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा दिया गया।  संस्था अर्द्ध ग्रामीण क्षेत्र की एक गरीब लड़की को दहेज़ के रूप में बहुत सा सामान देकर उनको एक तरह की सहायता प्रदान की , जिससे उसके परिवार वालो को विवाह के खर्चो में राहत मिलेगीं और लड़की का विवाह सुगमता के साथ होगा और एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा।  संस्था द्वारा उठाया हुआ यह कदम दहेज़ प्रथा को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है यह न केवल उस गरीब लड़की की मदद है बल्कि यह हमारे समाज को एक सन्देश भी देता है की इस दहेज़ प्रथा जैसी सामाजिक बुराई का अंत होना चाहिये। संस्था द्वारा ल...

"समाज में मानवता की मिसाल: सर्दी से बचाव के लिए राहत सामग्री वितरण"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण स्कूलों में जरूरतमंद गरीब बालिकाओं को सर्दी से बचाव हेतु स्वेटर , जूते , मौजें वितरण कार्यक्रम किया गया ! सर्दी का मौसम आते ही विद्यार्थियों को ठण्ड से बचाव के लिए खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है ! खासकर सरकारी ग्रामीण स्कूलों में जहां पर बच्चें अक्सर खुले आसमान में खेलते व् आँगन में पढ़ाई करते है। वहां सर्दी से बचाव के लिए स्वेटर , जूते और मौजे का वितरण बहुत महत्पूर्ण हो जाता है यह सभी सामग्री सर्दी से बचाव के प्रमुख के साधन होते है। जो उनको ठण्ड से बचाने के साथ साथ उसे शरीर से गर्म व् आरामदायक रखते है। जूतों से पैरों की ठण्ड और गीलेपन से बचा जाता है। जबकि उनके पेरों को गर्मी प्रदान करते है। यह सभी चीजें बच्चों को सर्दी से सुरक्षित रखती है जिसमें उन सभी की सेहत भी सही बनी रहती है और ये सब स्कूल में अच्छे से अध्यनन भी कर सकते है।  बहुत से गरीब व् जरूरतमंद बच्चों के पास कपड़े नहीं होते है ऐसे बच्चों के लिए यह सुविधा प्रदत करना एक सामाजिक पुण्य का कार्य है इन बच्चों को स्वेटर, जूते, मौजे दिलाकर हम इन बच्चों की सेहत का ख्याल रख सकते है। सा...

"सर्दी से सुरक्षा: विकलांगों और गरीबों के लिए राहत की पहल"

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सर्दी का मौसम गरीब, अनाथ, बेसहारा व् जरूरतमंद लोगो के लिये बहुत कष्ट दायक  व् चुनौतीपूर्ण भरा होता है। खासकर उन लोगों के लिए जो शारारिक रूप से असक्षम होते है या जिनके पास पहनने के लिए पर्याप्त गर्म कपडे नहीं होते है ठण्ड व् सर्दी से बचाव एक गंभीर समस्या बन जाती है।  इस समस्या को सुलझाने के लिए कंबल वितरण एक महत्वपूर्ण सराहनीये कार्य है जो इन लोगों को सर्दी से बचने में मदद करता है। साथ ही इनकी जीवन शैली को सरल एवं आरामदायक बनाने में मदद करता है।  इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन विकलांगो और जरुरतमंदो व्यक्तियों को ठंड से बचाने के लिये कम्बल प्रदान करता है।  जिनके पास सर्दी से बचाव के लिए कोई उचित साधन नहीं होते है।  इस कार्यक्रम के माद्यम से समाज के विभिन्न वर्गों खासकर वर्द्ध , विकलांग , और गरीब लोगों को राहत पहुंचाई जाती है जिससे वे सर्दी के मौसम में सुरक्षित स्वस्थ्य रह सकें।  यह कार्यक्रम मानवता की भावना को बढ़ावा देता है। और समाज में एकजुटता को प्रकट करता है।    सर्दी के मौसम में कई बार तापमान इतना गिर जाता है की बिना गर्म कपड़ों के लोग ठण...

"निराश्रितों के लिए आशा की किरण: संस्थान का संवेदनशील कार्य"

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इंसानी विवशता, मज़बूरी, लाचारी, गरीबी, उसे अपनी जरुरत पूरी करने में अवरोध उत्पन्न करती है। समाज के ऐसे ही वर्ग जिसमे, गरीब, असहाय, अनाथ, निर्धन, बेसहारा, विकलांग, वृद्व बुजुर्ग, मानसिक रूप से कमजोर, बघिर, विधवा व्  एकल महिलाओं के लिए निशुल्क राशन वितरण किया जाता है जो उनके शरीर को शक्ति देता है और जीवन संचालन में मदद भी करता है। कभी-कभी इंसानी परिस्थितियां इतनी प्रबल हो जाती है की जीवन को आगे दिशा की और गति नहीं दे पाती है ऐसी परिस्थिति में एक असहाय की मदद करना उसके प्राणों की रक्षा करना है यही कार्य समाज में मानवता कहलाता है जो एक मानव होने के नाते यह कार्य करना आवश्यक है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण व् शहरी इन वर्ग को उनकी आवश्यकतानुसार राशन वितरण करती है संस्था ने कई जरुरतमंदो को आगे बढ़ने की प्रेरणा से सदा ओतप्रोत रखा है। मानवीय निराशाएं जीवन में मृत्यु का कारण बनती है ऐसी ही एक एकल महिला को संस्था द्वारा राशन सामग्री दी गई। जिसमे उसको आटा, तेल, दाल, चावल, शक्कर, चायपत्ती, धनिया, मिर्च, नमक, सोयाबीन, चन्ना, मूंग आदि सामग्री दी गई।  जो विभिन्न कष्ट दाय...

"गरीब और असहाय के लिए आशा और विश्वास की किरण: सहानुभूति से सशक्तिकरण की ओर"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान विगत कई वर्षों से गरीब, निशक्त, दीन दुखी, बेसहारा, अनाथ, बघिर, विकलांग, विधवा, एकल महिला, निराश्रित, असहाय, मानसिक रोगी आदि को मदद के लिए सदा तत्पर रहा है। जो इन लोगों को हर प्रकार की मदद एवं अपनी सेवाएं उपलब्ध करवाता है। समाज का यह वर्ग वास्तविक रूप से मदद का हकदार होता है इनकी विवशता इनकी लाचारी होती है। जिन्हे यह समाज के आगे कभी रख नहीं पाते है। ऐसे वर्ग की मदद ही समाज में मानवता कहलाई जाती है। यह समाज का वो अपेक्षित वर्ग है जो सदा उपेक्षा की नजरो से ही देखा जाता है। इन्हे स्नेह और प्रेम की आवश्यकता होती है। संस्थान ऐसे वर्ग की शारारिक पूर्ति हेतु उनको राशन सामग्री का वितरण करती है। जो उनकी खाद्य समस्या की पूर्ति करती है और उनमें एक ऊर्जा भरा आत्मविश्वास जगाता है।  संस्थान द्वारा ऐसे गरीब लकवाग्रस्त व्यक्ति जिसका नाम मोहन है घर में एक पत्नी और दो बच्चे उसके साथ रहते है पति और पत्नी दोनों ही विकलाग होने के कारण आर्थिक परिस्थितियां उनकी बिगड़ गई है। जिसके कारण वे अपनी आर्थिक जरुरतें भी पूरी नहीं कर पा रहे थे और दो वक़्त के भोजन के लिए भी विवश हो गए। ऐसे...

"राहों पर रोशनी: वंचित लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाता पाठशाला कार्यक्रम"

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शिक्षा जीवन का वो अध्याय है जो जिंदगी की किताब को सर्वश्रेष्ठ बनता है। शिक्षा ही व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने का कार्य करती है यह व्यक्ति को जीवन में बहुआयामी बनाती है संस्था समाज में ऐसे ही ड्राप आउट , वंचित, गरीबी रेखा वाली लड़कियों के साथ पाठशाला कार्यक्रम करती है। जिसमे इन बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य को उज्जवल करने पर ध्यान केंद्रित करती है।  सामाजिक दृष्टि से देखा जाये तो यह महिला सशक्तिकरण समाज में महिला शक्ति को प्रतिबिम्बित करता है।  जो अपनी मज़बूरी या विवशता को दरकिनार करके इस पायदान तक पहुंचने में सफल हो सकी है। संस्थान द्वारा इसके लिए इन्हे पूर्ण रूप से सहयोग प्राप्त हुआ है।  राजस्थान समग्र कल्याण सस्थांन द्वारा संचालित पाठशाला कार्यक्रम में शैक्षणिक पाठ्यक्रम पूर्ण होने पर पाठशाला में पढ़ने वाली छात्राओं के शैक्षणिक  प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम रखा गया।  जिसमे सभी ने उत्साहपूर्ण रूप से भाग लिया।  बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना करके, भाषण, अभिव्यक्ति, नृत्य, गायन, विचार विमर्श आदि गतिविधियां इस कार्यक्रम में की गई। बाद में संस्था...

"किसान की खुशहाली के लिए बीजों की सौगात : किसानों के लिए उम्मीद की किरण "

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हमारी धरती पर छाया हुआ हमे जीवन प्रदान करता है। और कृषि हमारा जीवन संचालन करती है। भारत के कृषि प्रधान देश है।  जो पूर्णता मानसून पर निर्भर रहता है यह एक तरह  का मौसमी जुआ है जो यदि समय रहते हो जाये तो अच्छी उपज किसानों को उपलब्ध करवाता है और यदि न हो तो किसानों को गरीबी रेखा तक ले जाता है।  भारत के ग्रामीण भागों में आज भी किसान की स्थिति दयनीय बनी हुई है। जो पूर्णतया कृषि पर निर्भर रहते है इनकी आय, आमदनी, रोटी, आजीविका सब कुछ यही कृषि होती है। इसी अवस्था को देख राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर वर्ष गरीब को संस्था की और से निशुल्क बीजों का वितरण किया जाता है जो उन्हें पुनः खेती के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करते है। यह उच्च गुणवत्ता के बीज बेहतर उच्च गुणवत्ता वाले होते है।  जो विपरीत अवस्था में भी फूट जाते है।  राज संस्था का उद्देश्य भी यही है की यह गरीब किसान इसकी सहायता प्राप्त उपज से अपनी आजीविका का संचालन कर सकें। यह कार्यक्रम गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे किसानों के लिए किया जाता है। यह काम वर्षा, विपरीत मौसमी परिस्थितियों तथा अन्य प्राकतिक क...

"वंचित बालिकाओं के लिए शिक्षा का मजबूत आधार: संस्थान की शिक्षा और सुरक्षा के प्रति पहल"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूली बालिका शिक्षा को प्रभावी बनाने के लिए उनके शारारिक बचाव व् सुरक्षा हेतु जरूरतमन्द वंचित बालिका को सर्दी से बचाव हेतु ( जूते, मौजे, स्वेटर, गर्म टोपे , हाथों के ग्ल्बस, आदि का वितरण किया जाता है। जिसके उपयोग से यह स्वस्थ्य व् सेहतमन्द बने रहेंगे। संस्था का यह छोटा सा प्रयास जरूरतमंद वंचित बालिकाओं के चेहरे की ख़ुशी और मुस्कान बन जाता है तथा शिक्षा के क्षेत्र में उनको सहायता प्रदान करता है। संस्थान हर वर्ष ग्रामीण भागों के स्कूलों में यह सामग्री वितरण करती है जिसका लाभ उन वंचित बालिकाओं को अवश्य मिले जो प्राथमिक सहायता पर पहले आती है।  हमारे सामाजिक स्तर का ढाँचा अभी इतना विकसित नहीं है की यहाँ सभी सक्षम परिवार निवास करते हो, ग्रामीण भागों में गरीबी का स्तर काफी नीचे तक है।  यहाँ बहुत सी विषमताऐ है जिसके कारण शिक्षा का स्तर भी काफी अच्छा नहीं है।  यदि शिक्षा सम्बन्धी एक जरुरत पूरी होती है तो दूसरी रह जाती है। इस स्तर को बढ़ाये रखने के लिए इन जरूरतमंद वंचित बालिकाओं को शिक्षा सम्बन्धी पूर्ण सामग्री मिलना बहुत जरुरी है।  जिसको प्...

"विपत्ति में सहायता: गरीब परिवारों के लिए सुरक्षा की छत एक मानवीय सेवा''

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शहर में ऎसे स्थान है जहाँ पर समाज के गरीब व् वंचित परिवार निवास करते है इनमें स्ट्रीट , झुग्गी झोंपड़ी , स्लम एरिया व् निचले इलाकों की गरीब बस्तियाँ सम्मिलित है ! इनके जीवन में कही न कही हर वस्तु का अभाव बना रहता है यह इतने सक्षम नहीं होते की स्वयं की भी जरूरते पूरी कर सके और बहुत कठिनाई पूर्ण अवस्था में अपना जीवन यापन करते है ! यह सभी लोगों के स्थाई निवास  नहीं होते है सभी अधिकतर अस्थाई डेरों , झोपड़ियों में निवास करते है ! जो प्राय आंधी ,तूफ़ान, बरसात व् प्राकर्तिक व् मानवीय कारणों से ध्वस्त हो जाते है ! इस वर्ष अत्याधिक बरसात के कारण इन लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी होने लगी अंत इनके जीवन की सुरक्षा को देखते हुए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ऐसे 50 गरीब व् निर्धन परिवारों को त्रिपाल वितरण किया गया ताकि जहाँ ये रह रहे है उसे सुरक्षित किया जा सके ! यह एक मानवीय सेवा है जिसका उद्देश्य हर जीव की रक्षा व् सुरक्षा कर उसके प्राण बचाना है ! बरसात के कारण अधिकतर निचले भागों में पानी भर जाता है जिसके कारण इन गरीब परिवारों के ऊपर एक विपदा आ पड़ती है ! और इनको अपने डेरों को अन्यंत्...

"स्वच्छ रहो, स्वस्थ रहो: हर लड़की का अधिकार"

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स्वच्छता जीवन के लिए बेहद आवश्यक है यह हमको साफ़ सुधरा रखती है व् इस कारण ही एक स्वस्थ मस्तिष्क हमारे शरीर में निवास करता है ! जो हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है ! इसमें हमे जीवन में अच्छे कार्य करने में मदद मिलती है ! हमारे समाज में आज भी कुछ परिवार सभी आवश्यकताओ की पूर्ति नहीं कर पाते है ! इसमें मुख्यत महिला वर्ग को शामिल किया गया है ! जो अपनी शारारिक अक्षमताओं के कारण हमेशा अस्वछता के कारण घातक बीमारियों का शिकार हो जाती है ! महिलाओ में होने वाला मासिक धर्म एक सामान्यता प्रकिया है ! जो उसके शरीर के लिए बहुत आवश्यक है परन्तु ग्रामीण लोग अपने वही परम्परागत साधनो के उपयोग से स्वय को नुक्सान पंहुचा देते है ! कपडे के प्रयोग से महिलाओ को कई तरह के चर्म रोग व् गुप्त रोगो की समस्या बढ़ जाती है ! जिसमे उनकी जान को भी खतरा बना रहता है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इसी विषय पर हर वर्ष बड़े पैमाने पर स्कूली छात्राओं के साथ हाइजीन पेड वितरण कार्यक्रम किये जाते है ! जिसमे उनको साफ़ व् स्वच्छ रहना , हाइजीन पेड के प्रयोग , शारारिक स्वच्छता व् इससे सम्बंधित रोग व् निदान के बारे में सं...

"गरीबी और असमानता: एक सामाजिक चुनौती"

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गरीबी , भूख,लाचारी वो अहसास है जो व्यक्ति को मृत्यु का ग्रास बनने पर मजबूर कर देती है इंसान को विवशता इतना लाचार व् असहाय बना देती है की वो समाज में वो मदद मांगने का पात्र बन जाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसे ही समाज के अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि को संस्था द्वारा राशन सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! जो उनको खाद्य प्रदार्थ व् रसोईघर के खाने योग्य सभी सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! यह समस्त सामग्री उन्हें प्रोटीन व् विटामिन प्रदान करती है ! जो उनके स्वास्थ्य वर्द्धि में उन्हें सहायता प्रदानं करती है ! और अपने भरण पोषण हेतु सक्षम बनाती है ! व् जीवन को संचालित करने की प्रेरणा और साहस देती है !  संस्था जब गांव गांव जाती है तो घूम घूमकर ऐसे व्यक्तियों का चयन किया जाता है जो वास्तविक रूप से मदद के हकदार और समाज से वंचित व् निराश्रित होते है ! इनमे अधिकतर अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि होते है इन व्यक्तियों में कभी कभी हीन भावना का विकास हो जाता है जिसके फलस्वरूप यह अपना विकास नहीं कर पाते है ! और समाज मे...

गरीब किसानों की मदद में एक कदम: खाद और बीज के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर

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 राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान वर्षो से समाज के विभिन्न विषयों पर कार्यरत है जो समाज को एक सकारात्मक दृष्टि प्रदान करने का कार्य कर रही है ! जो उनको लक्ष्य प्राप्ति तक पहुंचाने में मदद करती है भारत एक कृषि प्रधान देश है परन्तु यह मानसून पर पूर्णता निर्भर है दूसरे देशो की अपेक्षाकृत भारतीये किसान एक छोटे तबके का गरीब व्यक्ति है जो पनि खेती के लिए भी कर्जा लेकर कार्य करता है और सदा कर्जे के बोझ तले दबा रहता है इस परिस्थिति में हमारे बहुत से छोटे किसानो के पास उपलब्द्य साधन मौजूद नहीं है जो उसको अच्छे दर्जे की उपज दिलवाने में उसकी मदद कर सके ! कई बार धन के आभाव में भी यह खेती नहीं कर पाते है! मिट्टी हमारी सोना है यदि सही साधन और सही फसले हमे सही समय से प्राप्त हो तो किसानों की स्थिति इतनी दयनीय नहीं बनेगी !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसे ही किसानो के संग संस्था प्रति वर्ष खाद बीज वितरण का कार्य करती है जो उसे ले पाने में असमर्थ्य है होते है  इसके द्वारा उनको पुनः प्रोत्साहित किया जाता है किन वो पुनः अपने कृषि कार्य में लगे और अपने खेत व् उपज पर ध्यान दे सके ! भार...

छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम

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छात्रवृत्ति एक प्रकार की आर्थिक सहायता को कहते है ! जिसमे विद्याथीयो को आगे की शिक्षा में आर्थिक रूप से सहायता एवं मानसिक रूप से प्रोत्साहन हेतु प्रदान की जाती है ! इसे प्रदान करने का मुख्य आधार मेघावी अथवा निर्धन विद्याथीयो से होता है ! इसके जरिये मेघावी छात्र जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है उन्हें भी इस सहायता के कारण पढ़ाई  में कोई परेशानी नहीं आती है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सर्वप्रथम उस जरूरतमंद स्कूल को देखा जाता है ! जहा इसकी बहुत आवश्यकता है ! वह सम्बंधित प्रिंसिपल से मिलकर उन विद्यार्थिओं की सूची ली जाती है ! जो वास्तविक रूप से सहायता के लिए जरूरतमंद हो और फिर घर घर जाकर उनकी आर्थिक स्थिति भलीभांति देखी जाती है ! व् इस सहायता के लिए परिवार वालो से बातचीत भी की जाती है व् इस परेशानी के मुख्य कारणों को भी सूचीबद्ध किया जाता है ! ताकि संस्था अपने प्रयासों से इस विकृति या परेशानी को दूर करने में उनकी मदद कर सके ! इसके पश्च्यात भौतिक सत्यापन कर पुन प्रिंसिपल को देय छात्रों की सूचि से अवगत करा कर शाला में एक दिवसीय छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम वितरण कार्यक्रम के दौ...

मलेरिया से बचाव ही उपचार - एक पहल स्वस्थ्य भविष्य !!

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रा जस्थान सम्रग कल्याण संस्थान द्वारा कई सामाजिक सेवार्थ कार्य वर्ष भर करवाए जाते रहते हैं, जिसमें स्ट्रीट, स्लम एरिया में झुग्गी झोपड़ी वाले इलाके में रहने वाले लोगों के साथ बहुत से कार्यक्रम  किये जाते  हैं। इसके स्वास्थ्य व्  वातावरण को देखते हुए संस्थान द्वारा इन्हे मच्छरदानी वितरण कार्यक्रम इनके बीच में रखा जायेगा।  क्योंकि आसपास का वातावरण प्रदूषित होने से यहां मच्छर बहुत मिलते हैं जिससे मलेरिया फैलने  का डर रहता है बारिश का जल जमाव के कारण मलेरिया  बहुत तेजी से फैलता है। इसके संक्रमण से अनेक बीमारियों का पनपती  है। हर वर्ष हजारों की संख्या में इस बीमारी से लोग तेजी से मरते हैं। इसका बचाव बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए उनके जागरूकता लाना बहुत जरूरी है।संस्था मलेरिया प्रभावित इलाको का सर्वे के उन लोगो को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार करती है।  हमारे भारत में कई भागों में आज भी ऐसे इलाके है जो समस्या से बहुत ग्रसित  है। अत्यधिक गरीबी व संसाधन की पर्याप्त ना होने के कारण वह उसके बचाव के साधन  उपयोग में नहीं ला पाते हैं जिससे उनके बीच में बी...

पर्यावरणीय संरक्षण: गौरैया पक्षी के संरक्षण में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का योगदान

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु कई विविध कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं जिससे पर्यावरण और परिस्थितिक से संबंधित सभी मुद्दे शामिल है। इसी विषय पर संस्था द्वारा गौरैया जाति की चिड़िया की संरक्षण हेतु विभिन्न जगहों पर चिड़ियाघर व फिडर लगती है जिसका उद्देश्य लुप्त हो रही इस प्रजाति को बचाना है जिससे पारिस्थितिक तंत्र बना रहे और हमारा आंगन भी चेहकता रहे | पहले हमारे घर, आंगन, ऑफिस, बाग, बगीचे, पेड़ों पर यहां वहां बहुतायत संख्या में पाई जाती थी, परंतु पर्यावरण विनाश, प्रदूषण, इंसानी अतिक्रमण, व रासायनिक सामग्री के बढ़ते प्रयोग से इनकी संख्या लगातार गिरती ही जा रही है। समय रहते हम एक जरा से कार्य से उनका संरक्षण कर उनकी संख्या में वृद्धि करने में सहायता प्रदान कर सकते हैं। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा इस वर्ष लगभग 180 चिड़ियाघर व उनके खाने की फिडर लगाए गए हैं, जिसमें शहर के सी आर पी एफ स्कूल मुख्य है। कुछ ज्यादा पेड़ पौधे वाली जगह में अगर निवास स्थान और भोजन सहायता उपलब्ध हो जाए तो इनको भोजन की तलाश हेतु दूर नहीं जाना होता और उनके जीवन चक्र पर ...

गरीबी के खिलाफ शिक्षा का संघर्ष: एक प्रेरणादायक कहानी

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 शिक्षा हर व्यक्ति का शैक्षणिक अधिकार है यहां स्त्री और पुरुष में कोई भेद नहीं होता है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्कूली छात्रा हेतु कई कार्यक्रम किये जाते हैं, जिसमें वो शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रोत्साहित हो सके और अपना जीवन संवार सके। इसके लिए संस्था हर वर्ष स्कूल यूनिफॉर्म, स्टेशनरी, स्कूल बैग, कॉपी, किताब, जूते मौजें व शिक्षण सामग्री व गरीब बालिकाओं को छात्रवृत्तियां दी जाती है। संस्था का उद्देश्य समाज की हर बेटी के लिए शिक्षा मुहैया करवाना है। यह समाज की गरीब, असहाय, विकलांग पर आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को प्रदान की जाती है। इसको मिलने से सभी के मन में शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन जागता है और वह इस हेतु सतत् प्रयास भी करता है जिसके सकारात्मक प्रभाव हमें देखने को मिलते हैं जिसकी वजह से वो अपने शैक्षणिक सपने और महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर सके। पूरे देश में ऐसी सैकड़ो बालिकाएं हैं जो वित्तीय अस्थिरता की कमी के कारण उन्हें अपनी उच्च शिक्षा छोड़नी पड़ती है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस वर्ष सात स्कूलों की 80 छात्राओं को ...

वंचितों का उत्थान - आशा और सम्मान के माध्यम से कमज़ोर समुदायों को सशक्त बनाना

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मेरा नाम भेरूलाल है और मैं बहुत गरीब और विकलांग व्यक्ति हूं। मेरे घर में मेरी मां मेरे साथ रहती है। वह भी काफी बुजुर्ग है। इस असमर्थता के कारण हमारी माली हालत बहुत ही खराब है। कुछ छोटा मोटा कार्य करके हम जैसे तैसे गुजारा कर लेते हैं। मेरी इस स्थिति को मैंने अपने सरपंच के सम्मुख रखा। फिर उन्होंने बताया कि राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा गरीब, अपाहिज़, विकलांग,निराश्रित,विधवा महिलाओं को संस्था की तरफ से रसोई खाद्यान्न हेतु राशन सामग्री वितरण किया जाऐगा जिसको प्राप्त करने पर उनको कुछ सहायता मिलेगी। यह गांव के उन सभी व्यक्तियों को मिलेगा जिनको वास्तव में इसकी बहुत जरूरत है। इस बात को सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई। फिर राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की टीम द्वारा हमारे गांव में सर्वे करने आई जिसमें मैंने अपना नाम लिखवाया जिसके लिये उन्होंने राशन कार्ड व आधार कार्ड की प्रति मांगी। उसके कुछ दिनों बाद ग्राम पंचायत पर हम सभी  असहाय, निशक्त, बेसहारा, विकलांग, अपाहिज, व गरीब व्यक्तियों को राशन सामग्री का वितरण किया गया, जिसमें सभी को आटा, दाल, चावल, खाद्यान्न तेल, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनि...

विकलांगता से स्वावलंबन की ओर : मेहनत और साहस की कहानी

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मेरा नाम आफताब है। मेरा गांव श्रीनगर में है मैं एक पैर से पूर्णतया विकलांग हूं और 12वीं क्लास तक पढ़ा हूं। मेरे पास अभी कोई कार्य नहीं है। बेरोजगारी के कारण मेरी स्थिति बद से बदतर हो गई है। घर पर हालात सही नहीं है। इस समस्या से मैं ग्रस्त हो गया था। कुछ दिन बाद राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के बारे में पता चला जो विकलांग जनों के लिए कई कार्य करती है। सरपंच की सहायता से मैंने उनसे संपर्क किया और अपनी पूरी व्यथा उनके सम्मुख रखी। संस्था प्रतिनिधियों द्वारा मुझे आश्वस्त किया गया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं। दिव्यांगजन स्वावलंबन योजना के अंतर्गत मेरे सभी दस्तावेज लगाकर फॉर्म भरा | इस योजना के तहत आय सृजन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से योगदान देने वाली किसी भी गतिविधि को शुरू करना है। इसमें लाभार्थी को किफायती दरों पर ऋण प्रदान किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक और समग्र सशक्तिकरण के लिए रियायती की ऋण प्रदान करके जरूरतमंद दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता करना है। यह ऋण रोजगार ,शिक्षा, डिप्लोमा, कौशल विकास के लिए दिया जाता है  संस्था प्रतिनिधियों ने बताया इसके लिए विकलां...