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जल जागरूकता अभियान कार्यक्रम

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हमारी धरती पर 78 / जल ही जल है परन्तु हमारे उपयोग व् पीने योग्य पानी की मात्रा 2 / ही है ! भविष्य की जरूरतों को देखते हुये यह मात्रा बहुत कम है ! हम सभी को मितव्ययता से इसका उपयोग करना होगा ! इसके दुरुपयोग से हम भविष्य की पीढ़ियों को नुकसान की स्तिथि में पंहुचा देंगे यह जागरूकता हमे समाज के हर वर्ग तक पहुचानी होगी ! जिसमे भविष्य को हम सुरक्षित रख सकेंगे व् इस धरती का संतुलन बनाये रख सके !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण स्कूलो में बच्चों के साथ जल जागरूकता अभियान कार्यक्रम करवाए जाते है ! जिसमे जल की मितव्ययता उसके उपयोग, संधारण, लाभ, व् नुकसानों के बारे में विस्तृत चर्चा की जाती है ! व् उनको पोस्टर , चित्र , सेल्फी, हस्ताक्षर अभियान , रैली ,संगोष्ठी ,चित्रकला प्रतियोगिता व् अन्य माध्यमो से इस विषय पर गहनतापूर्ण जानकारी दी जाती है व् बताया जाता है ! की किस तरह एनीकेट बनाकर वर्षा के जल का संचय करे , झील , तालाब, बावड़ियाँ आदि साफ व् सुरक्षित रखें इसे दूषित होने से बचाये व् इसको मानवीय उपयोग के लिए सफल प्रयास किये जाये इसमें सभी जन की सहभागिता बहुत जरुरी है ! जल हमारे जीवन मे

विद्यालयों को सशक्त बनाना: जल शोधन प्रणाली स्थापित करना

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मेरा नाम विशाल गुप्ता है मैं एक अध्यापक हूँ और पास के पींसागन गाँव में रहता हूँ | राजस्थान में एक ओर जहाँ पानी न होने की समस्या विघमान है वही कही पीने योग्य पानी में फ्लोराईड बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है | जिससे दातों व हड्डीयों के बहुत सारे रोग उत्पन्न हो जाते हैं | लगातार इसके सेवन से बहुत बीमार पड़ जाते हैं व क ई बार इससे मृत्यु तक हो जाती है | भारत सरकार द्वारा इस संदर्भ में कई जल स्वच्छता व जल संरक्षण के कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं | हमारे स्कूल प्रांगण में पहले हैडपम्प से पीने योग्य पानी लिया जाता था जिसको सभी बच्चे व स्कूल प्रशासन पीने में काम लेता था | उस जल में ना तो कोई खनिज लवण थे नाजल जैसी स्वच्छता थी इसके सेवन से आये दिन कोई ना कोई बीमार पड़ जाता था | पानी में फ्लोराईड युक्त था जिसके कारण हड्डियों के रोग व दातों में दर्द की समस्या बढ़ गई थी | फिर स्कूल प्रशासन ने इस समस्या से उबरने हेतु सामाजिक कार्य कर रही राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था से सम्पऺक किया व इस समस्या से संस्था प्रतिनिधीयों को अवगत करवाया | संस्था द्वारा आश्वासन दिया कि इस समस्या का शीध्र समाधान वो क