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गारमेंट मेकिंग ट्रैनिंग में महिला जीवन कौशल विकास कार्यक्रम

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्व्रारा चलाये जा रहे गारमेंट मेकिंग प्रशिक्षण में संस्था के 1 दिवसीय महिला जीवन कौशल विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण यथा स्थान पर आयोजित किया गया।  जिसमे उनको जीवन की चुनौतियों का सामना करना और पने लक्ष्य को निर्धारण करने हेतु सक्षम बनना शामिल है।  इन कौशल में धन का प्रबंध कैसे करे, अच्छा स्वास्थ्य हम बनाये रखे, सभी के साथ मजबूत सम्बन्ध रखें, अपने समय को किस प्रकार प्रभावी बनायें एवं अपने जीवन के उद्देश्य को कैसे पूरा करें ! यह सभी बिन्दुओ पर उनको यह प्रशिक्षण दिया गया। विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से युवाओं में कार्य के लिए पारस्परिक और मनोसामाजिक कौशल विकसित करना है।  यह अनुकूली तथा सकारात्मक व्यवहार की वो योग्यतायें है जो व्यक्ति विशेष को दैनिक जीवन की मांगो और चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सहारा बनती है।  संस्था प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में उनको पोस्टर, सेल्फी, बैनर, अभिव्यक्ति, साँप सीढ़ी गेम, गिलास गेम, अखबार गेम, त्रिपाल गेम, पत्थर से घर बनाना, और उत्साह और कौशल सम्बंधित खेल इन महिलाओं के साथ खेलें गए। जिसमे ...

शैक्षणिक प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम ( स्टेशनरी स्कूल बैग वितरण इत्यादि )

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जहां शिक्षा शब्द आ जाये वहां जीवन में सकारात्मकता के सिवा और कुछ नहीं हो सकता है। सभी उत्तम सद्गुण , व्यवहार और अनुशासन हमे शिक्षा से ही प्राप्त होते है।  शिक्षा ही जीवन को दिशा निर्देशित करती रहती है जो भविष्य निर्माण करने में हमे सहायता प्रदत करती है।  इसकी पुष्टि से मस्तिष्क में सदा नए और उत्तम विचारों  का उदभव होता रहता है जो हमारी कार्य प्रणाली को सुव्यवस्ठित और सुचारु रूप से संचालित करती है।  ज्ञान और शिक्षा बहुआयामताओं को विकसित करती है।  शिक्षा का मतलब ज्ञान, सदाचार, उचित आचरण, तकनीकी शिक्षा , तकनीकी दक्षता ,विद्या आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया को कहते है।  शिक्षा का तात्पर्य स्कूली शिक्षा या निर्देशों के माध्यम से प्राप्त ज्ञानं और समग्र रूप से शिक्षण संस्थान से भी है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा पाठशाला में व्यक्तियों की जन्मजात क्षमता को विकसित करना शामिल है। शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य के रूप में व्यक्तित्व के सामंजस्यपूर्ण विकास का सभी प्रगतिशील शिक्षाविदों ने समर्थन किया है। संस्था द्वारा पाठशाला में इस वर्ष में  शैक्षणि...

"महिला शिक्षा और उद्यमिता - ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार

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मेरा नाम भंवर लाल नायक है मैं अजमेर के पास कायड़ ग्राम का रहने वाला हूँ ! ग्रामीण जीवन और परिवेश बहुत सीधा साधा सा होता है जिसमे आधुनिकतम ज्ञान, विज्ञानं की जानकारियों की कमी अक्सर बानी रहती है ! जिसके कारण कभी कभी परिस्थितियां विपरीत बन जाती है ! इसका शिकार अधिकतर महिलाये ही होती है क्योकि बालिका शिक्षा, बाल विवाह, स्त्री शिक्षा पर रोक आदि बातें उन तक जानकारी पहुंचने नहीं देते ! एक महिला भी बाहर की दुनिया देखना चाहतीं है खुद को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है और साथ ही स्वयं को समाज में स्थापित भी करना चाहती है परन्तु साधन और संसाधनो के अभाव में वो इस विषय पर कार्य नहीं कर पाती है ! यदि इनको सही राह और ज्ञान हो जाये तो यह अपना विकास स्वयं कर सकती है !  इसी विषय पर हमारे ग्राम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा 1 दिवसीय उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम रखा गया ! जिसमें महिलाओं के लिये उनके कौशल को उन्नत करने हेतु कई प्रकार की गतिविधियां इस कार्यक्रम में शामिल थी ! जिसमे उनकी समझ अच्छे से विकसित हो सके ! और वह भी रुचिअनुरूप अपने कार्य का चयन कर उस विषय की समस्त जानकारी भी प्राप्त कर सके...

"उद्यमिता कौशल विकास : सपनों को हकीकत में बदलना

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जीवन में सपने हर कोई देखता है पर अनायास जीवन में अपने सपनों पर पंख लग जाना जीवन में वो परिवर्तन ला देता है जो हम कभी इस बारे में सोच नहीं सकते है ! महिलाओ का जीवन घरेलु अवस्था रूपी ही होता है पर यदि कोई कार्य में सलंग्न हो जाये तो अपनी आर्थिक स्थिति को और मजबूत कर सकती है और परिवार में आर्थिक संचालन में अपना सहयोग कर सकती है ! इसी विषय में हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन द्वारा ग्रामीण महिलाओ के साथ उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम करवाया गया जिसमे लगभग 150 महिलाओ ने भाग लिया ! उद्यमिता विकास कार्यक्रम औद्योगिकीकरण का एक अस्त्र है तथा उद्यमिता के विकास में आने वाली बाधाओं एवं समस्याओ का समाधान करता है परियोजना का कुशलतापूर्वक संगठन एवं सचालन करने के लिए प्राथमिक प्रबंधीय चातुर्य को प्राप्त करना है !  मेरा नाम पिंकी चौधरी है मैं एक ग्रामीण महिला हूँ ! जो अपने घरेलु कार्यों में सलग्न रहती हूँ इसके अलावा मैं स्वयं का ब्यूटी पार्लर का कार्य खोलना चाहती हूँ इसकी प्रेरणा मुझे राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन के द्वारा 1 दिवसीय उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम से प्राप्त हुई ! वास्तव मे...

"फलदार पौधों के वितरण से पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान पर्यावरण संरक्षण  और ग्रामीण कास्तकार के आर्थिक विकास व् पर्यावरण प्रदत उपयोगी फलदार पौधो का वितरण कर इस पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग देती है ! और इस प्रेरणा  को सभी के सामने लेकर आती है ताकि अन्य लोग भी हमारे  पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग प्रदान करें ! संस्था द्वारा ग्रामीण भागों के ऐसे निर्धन काश्तकारों के साथ यह कार्य किया जाता है ! जिसमे उनकी स्थिति व् परिस्थिति को जान कर वर्षा ऋतु के आस पास उन्हें विभिन्न प्रकार के फल दार पौधे दिए जाते है ! जिनको वे अपने घरो के आस पास या फिर बागान में लगाकर उसकी देखभाल कर सकते है ! और बाद में उनसे प्राप्त उपज अपने आर्थिक कार्य में भी ले सकते है  संस्था का उद्देश्य मात्र गरीब काश्तकारों को लाभ न दिलाते हुए इस पर्यावरण को संरक्षित करना है ! आज इस बढ़ते युग में जैसे वृक्षो का हनन हो रहा है यदि ऐसे ही लगातार चलता रहा तो निश्चित एक दिन ये धरा वृक्ष विहीन हो जाएगी ! और इस संसार में समस्त जीवों का नाश हो जायेगा ! इसे बचने की पहल मानव को ही करनी होगी ! यह मानवीय कार्य हमारी आने वाली पीढ़ी को एक अच्छा ज...

"सशक्त महिला, सशक्त समाज: संस्थान के माध्यम से महिला उद्यमिता का विकास"

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मेरा नाम रामावतार है में पुष्कर के नजदीक नाँद गांव में ग्राम सेवक के पद पर कार्यरत हूँ ! वैसे तो ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओ के लिए बहुत सारे कार्यक्रम पंचायत भवन पर किये जाते है ! परन्तु यह कार्यक्रम तक ही सिमित रह जाते है यह आगे गति या प्रगति नहीं कर पाते है ! कही तो अवसरों की कमी होती है तो कभी जानकारियों का सटीक अभाव होता है ! और कभी कभी हमे साधन उपलब्ध नहीं हो पाते है ! परन्तु इस मिथ्या को राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन द्वारा सिरे से समाप्त कर दिया गया ! कुछ समय पूर्व ही संस्था द्वारा हमारे पंचायत भवन में महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम एक बड़े पैमाने पर किया गया ! जिसमे गांव की लगभग 200 महिलाओ के उत्थान हेतु विभिन्न तरह की गतिविधियो को इसमें शामिल किया गया ! जिसमे इन महिलाओ का रुझान व् रूचि बढ़े और वो भी जिंदगी में किसी आर्थिक गतिविधी को अपनाकर अपने जीवन को यथासंभव सुव्यवस्थित कर सुचारु रूप से संचालन कर सके !  हमारे ग्रामीण भारत में ऐसे नाना प्रकार के लघु व् कुटीर उद्योग है जिनको अपनाकर हम एक अच्छे से जीवन को संचालित कर सकते है परन्तु जानकारियों का अभाव अक्सर नगण्यता को जनम दे...

"उद्यमिता विकास से ग्रामीण जीवन में सुधार: संस्थान की एक अनूठी पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम"

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  स्वरोजगार एवं उद्यमिता विकास के माध्यम से आर्थिक स्वत्रंता सवर्धन  हेतु भारत सरकार स्वयं सहायता समूहों का प्रावधान किया है यह ऐसा कार्यक्रम है जिसका उदेश्य क्षमता वर्धन कर लोगों में उद्यमशीलता को प्रबल रूप से बढ़ाना है। या हम कहे उसके श्रेष्ठम कौशल को बढ़ाना, विकसित करना और उसे निखारना है स्वयं सहायता समूह लोगो के छोटे समूह है जिसमें मुख्य रूप से महिलाये है जो ग्रामीण परिवेश में रहती है और पैसे बचाने और एक दूसरे को ऋण प्रदान करने के लिए साथ आते है।  वे उदेश्य , राशि, ब्याज दर, पुनःभुगतान सहित बचत और ऋण गतिविधियों पर एक साथ निर्णय लेते है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्वयं सहायता समूहो का 1 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम रखा गया है जो उनमें बचत करने के अवसरों को आगे की और ले जायेगा ! और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में उनकी सहायता प्रदान करेगा।  उद्यमिता का अर्थ है बदलाव की तलाश करना , उसका जवाब देना और उसका दोहन करना।  उद्यमी वह होता है जो जोखिम को समझते हुए लाभ की उम्मीद में व्यवसाय स्थापित करता है उद्यमिता का प्राथमिक उदेश्य बेहतर वित्तीय ...

"सकारात्मक दृष्टिकोण: महिलाओं के व्यवसाय में आत्मविश्वास की वृद्धि"

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जीवन में एक सरलता प्राप्त करने के लिए हमारा किसी भी कार्य में कुशल होना अति आवश्यक है ! कोई भी कार्य उसकी निपुणता के बगैर करना संभव नहीं है इसके अभाव में मानव एक निष्क्रिय जीव है जो केवल अपना भरण पोषण कर जीवन व्यतीत करता है वही बात किसी भी समाज को उन्नति का मार्ग दिखाती है ! और विकास को तेजी से आगे लाती है ! जिसके उदाहरण हमारे विश्व की महाशक्तियां है जो सभी अपने कार्य में पूर्ण दक्ष है और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत्र है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अनेकों गांव में महिला सम्बन्धी जीवन कौशल व् उद्यमिता विकास कार्यक्रम में सभी को इस विषय में गहनतम जानकारियाँ दी जा रही है ! जिसमे महिला सशक्तिकरण के मध्य नजर उनको कार्यों का वर्गीकरण व् उसकी कार्य विधि के बारे में समझाया जाता है !  यह जरुरी नहीं के हम कोई बड़ा कार्य करने के पश्च्यात ये विकास की दर को आगे बड़ा सकते है ! हमारे पास मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके भी हम उसे उन्नत बना सकते है और अपने कार्य को धीरे धीरे आगे बड़ा सकते है ! आपकी मेहनत हमेशा रंग लाएगी हमे हमारा दृष्टिकोण विशाल बनाना होगा तभी हम अपने आस पास की व...

"सपनों की उड़ान: जीवन कौशल शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण ''

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बच्चों के साथ कई तरह के कार्यक्रम किये जाते है जिसमे से यह कार्यक्रम उनके बचपन को एक नेक शिक्षा देकर उन्हें व्यवहारशील और शालीन बनाता है ! इन गरीब बच्चों को ना तो शिक्षा प्राप्त हो पाती है और ना ही जीवन जीवन को किस प्रकार से जिया जाये वो ढंग प्राप्त हो पाता है ! इसलिए ये जरुरी बन जाता है की समाज के सभी बच्चो के सामान इनको समझे और उनके जैसे इन्हे भी खुलकर अपना जीवन जीने दे ! इस कार्यक्रम में शिक्षा के साथ उनके साथ मिलकर बहुत सारी गतिविधिया करवाई जाती है ! जिसके शाब्दिक पाठ्यक्रम में शाब्दिक ज्ञान, अक्षर ज्ञान, पहाड़े, कविताएं, कहानियाँ, सामान्य ज्ञान, रंगो की पहचान आदि करवाए जाते है ! इसके साथ साथ विभिन्न माध्यम के खेलों के साथ उनका मानसिक सर्वागीण विकास भी किया जाता है ! जो उनमें जिज्ञासा उत्पन्न करते है और विषय वस्तु के ज्ञान को समझने के लिए आतुर रहते है !  संस्थान के मास्टर ट्रेनर उन्हें हर बात बहुत करीने से समझाते व् सिखाते है और साथ ही हर बात में उनका उत्साह वर्धन करते है ! जो आवश्यक रूप से उनको वो समस्त सामग्री का ज्ञान व् विषय वस्तु का बोध...

"शिक्षा से सशक्तिकरण : सकारात्मकता और प्रतिभा का विकास"

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गुरु से हमे जीवन का सशक्त मार्ग मिलता है गुरु हमे शिक्षा के साथ बहुत सी बातों पर हमारा ध्यान केन्द्रित करते है ! जिसके माध्यम से हमें लक्ष्य प्राप्ति करने में सहायता मिलती है ! इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान , अजमेर की और से चलाया जा रही है ! इसी पाठशाला के सभी अद्यापिकाओ के साथ टी एल एम कार्यक्रम किया जाता है ! जिसका उद्देश्य पाठशाला में आये हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है ! जो उनको वहां रहकर विभिन्न माध्यमो के जरिये बताया जाता है ! और  सकारात्मक विचारों से अवगत कराया जाता है ! पाठशाला चलाने का उद्देश्य मात्रा शिक्षा नहीं अपितु समस्त विषयों के ज्ञान को समाहित वरना भी है ! यह सफल जीवन यापन के लिए आवश्यक है ! जो सही दृश्टिकोण प्रदान करता है ! और विषय वस्तु को समझने की शक्ति भी हमें मिलती है ! इस कार्यक्रम में अद्यापिकाओ को पोस्टर, चार्ट, सेल्फी, रैली, अभिभाषण, अभिव्यक्ति, गायन, मंथन, खेलकूद, प्रतियोगिताएँ, बौद्धिक क्षमता प्रशिक्षण, प्रशनोत्तरी, गुणनफल, सामान्य ज्ञान, सवाल-जवाब आदि के द्वारा बच्चों को एक उत्साह ज्ञान उत्पन्न किया जाता है ! जो उसे जागरूक व् स्फूर्...

ऋतु स्त्राव चक्र और प्रजनन स्वास्थ्य: राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बालिकाओं को दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

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मेरा नाम प्रिंयका है मैं कक्षा 10 वी की छात्रा हूँ मेरे माता पिता किसान है हमारी वार्षिक जरूरतें सब खेती कार्य से सम्पन होती है घर में एक भाई व् एक बहन है हम सभी स्कूल में अध्ययनरत है एक दिन मुझे बहुत तेजी से पेट में दर्द हुआ जो बहुत असहनीय था यह बात मैंने अपनी माँ को बताई तो उन्होंने मुझे ऋतू स्त्राव चक्र के बारे बताया और कहा महिलाओ के लिए होना बहुत जरुरी है और उन्होंने मुझे सेनेटरी पेड उपयोग करने को कहा व् सलाह दी ! 5  दिन बाद मुझे राहत महसूस हुई ! फिर यह प्रकिर्या हर माह होने लगी ! वह मुझ में शारारिक बदलाव भी होने लगे जिसको में किसी को बतला नहीं पाती थी ! इसके कुछ दिनों पश्च्यात हमारी स्कूल में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्कूली बालिकाओ के शिक्षा विकास को लेकर एक कार्यक्रम किया गया ! जिसमे सभी स्कूली बालिकाओ को यौन प्रजनन एवं जागरूकता कार्यक्रम हमारे साथ किया गया ! इस कार्यक्रम में बताया गया किस तरह बालिकाओ में 13 से 15 वर्ष की उम्र में ऋतु स्त्राव चक्र प्रारम्भ होता है ! और यह कब तक रहता है कैसे महिला व् पुरुषों में शारारिक बदलाव होते है और जननांग विकसित होते है ! कैसे...

शिक्षा समाज का प्रथम सोपान और अभिव्यक्ति की आजादी

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  शिक्षा हमारे जीवन का आधार है ! इसके बिना जीवन की कल्पना करना निरर्थक है ! आज भी हमारे समाज में बालिका शिक्षा को बढ़ावा नहीं दिया जाता है इसी कारण हमारी शिक्षा का स्तर अभी काफी नीचे सोपान पर है शिक्षा से वयक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है व् उसे उन्मुखीकरण की और अग्रसित करती है व् सकारात्मक विचारों को हमारे ह्रदय में जन्म देती है ! किसी भी स्वत्रंत व् विकासशील राष्ट्र के लिए शिक्षा सभी के लिए बहुत जरुरी है ! इस से नेतृत्व करने की क्षमता का विकास होता है व् सामाजिक द्रृष्टिकोण भी बदलता है परम्परागत कुरीतियाँ और विचारधाराओ को बदलना बहुत जरुरी है तभी हम अच्छे राष्ट्र व् समाज की परिकल्पना को सार्थक कर सकेंगे !    इसी सन्दर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अजमेर के लगभग 139  ग्रामीण स्कूलो में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ! जिसमें समाज व् गांव के निराश्रित ,गरीब ,असहाय ,विकलांग ,बेसहारा , बालिका को प्रोत्साहित किया जा रहा है ! जिसमे उनको वर्ष भर के लिए स्कूल बैग ,स्टेसनरी , कॉपी , किताब , जेयोमैट्री बॉक्स ,कलर सेट , पेन , रबर ...

सामाजिक उत्थान की दिशा में: राजस्थान में ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण और जीवन कौशल विकास

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रा जस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर दवारा ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है जिस में लगभग 35 युवतिया भाग ले रही है। इस कार्यक्रम के भी  अलावा उनको जीवन सम्बन्धी कई मुद्दों पर चर्चाये व कार्यक्रम किया जाता है। जीवन शिक्षा उन्हें बढ़ने और विकसित होने के साथ किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है। इसमें निर्णय लेने की प्रकिया में मुद्दों को पहचाना  ,आकड़े एकत्र करना, संभावित कार्यवाही के तरीके तैयार करना , विकल्पों का मूल्यांकन करना और सोच समझ कर निर्णय लेना शामिल है। जीवन कौशल विकास कार्य का मार्ग है।  जीवन कौशल शिक्षा ,किशोरियों के सकारात्मक सामाजिक व् मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी मनोसामाजिक हस्तक्षेप रणनीति पाई गई है। जो मुकाबला करने की रणनीतियो को मजबूत करने और आत्मविश्वास व् भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करने जैसे सभी पहलुओ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जीवन कौशल युवाओ में जीवन की वास्तविकताओ का सामना करने के लिए मानसिक  स्वास्थ्य एवं क्षमता को प्रोत्साहित करते है। इस मई हमें आत्मसम्मान, जागरूकता, सहानभूति, महत्वपू...

दिव्यांग बच्चों को सशक्त बनाना: अभिनव घर-आधारित शिक्षा पहल

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा विकलांग बच्चों के साथ कई कार्यक्रम किए जाते हैं। इनमें इन्हें घरेलू बेसिक शिक्षा भी दी जाती है जो बच्चे विकलांगता के कारण स्कूल जाने में असमर्थ हैं। उन्हें स्पेशल एजुकेटसऺ के माध्यम से उन्हें घर पर ही शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। गंभीर रूप से बहु दिव्यांग बच्चों को होम बेस्ड शिक्षा के लिए दर्जनों सामग्रियों से उन्हें समझाया जाता है। इनमें लकड़ी, प्लास्टिक के विभिन्न मॉडल अंग्रेजी व हिंदी में अल्फाबेटिक नंबर, नंबर आकर, आकृतियों का पहला, शरीर के अंग, फल, सब्जियां, यातायात साधनों के चार्ट, विभिन्न प्रकार के पैग बोर्ड, म्यूजिकल इक्विपमेंट, किचन व डॉक्टर सेट विभिन्न प्रकार के हिस्टोरिकल चाटऺ, पशु पक्षियों के चार्ट काउंटिंग फ्रेम सहित सामग्रियां होती है। इस कार्यक्रम में उनके आत्मनिर्णय शक्ति को बढ़ाया जाता है और शारीरिक क्रियाकलाप से गतिविधियां भी कराई जाती है जिससे उनकी मांसपेशियों में खिंचाव हो और वह शारीरिक क्रियाएं कर सके। यह सकारात्मकता को बढ़ावा देती है। व स्वयं कार्य करने की क्षमता का वधऺन करती है। उनके साथ सामाजिक बनकर भावनात्मक लगाव रखें, जिससे व...

बच्चों के लिए शिक्षा और संस्कार शिविर: जीवन में सकारात्मक परिवर्तन

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 मेरा नाम आकाश है और मैं माक्कड़वाली के झुग्गी झोपड़ी वाले इलाके में रहता हूं। परिवार में माता-पिता भाई व बहन है। हमारी आय अधिक न होने के कारण हम आगे पढ़ाई नहीं कर सके | जिससे हमें अनुशासन,संस्कार व अन्य चीजों के बारे में कुछ नहीं पता है। जीवन को अच्छा जीने का कौशल हमें नहीं आता है। हमारा बचपन घर के काम करने व खेल कूद में ही निकल जाता है। हमारे जीवन में सब किस तरह से संभव हो, यह हमें नहीं पाता है। इसके लिए हमारे यहां एक समाजसेवी संस्था द्वारा अनुशासन व संस्कार शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था द्वारा बताया गया कि बच्चों में शिक्षा के साथ अनुशासन  व संस्कार क्यों अति आवश्यक है। सभी को अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु जीवन में ये दोनों बातें अपनानी बहुत जरूरी है। शिक्षा और विकास के क्षेत्र में अनुशासन महत्वपूर्ण विषय है। अनुशासन मानवीय संसाधनों का एक मूल तत्व है जो व्यक्ति को संगठित करने,समय प्रबंधन करने, लक्षण की प्राप्ति के लिए कर्मकता और संगठनशीलता को विकसित करता है। बच्चों के बौद्धिक विकास क्षमताओं को निखारने का काम करते हैं। जीवन एक चुनौती पूर्ण लक्ष्य है। इसकी प्राप्ति के...