संस्थान की क्षमता निर्माण पहल" : महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम"
![चित्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjgrnIIyZiDTgBIqfL1zofZ9SwtjpEHYz7dQYr9Y90lQ54iTEDyTz_CJxRDoRQyLXMnmT8tOjoJwM63QLf2c6PSeZFgPSlo67Fuuw_gBlydVXXtPXmVSTXtV54nVN88q88oC70svz7ztXhVZBncX-JqEa1Xm4YGgKLjwnxZdQT9_lVlx-6LfoJ3UJdid5DS/w653-h406/Untitled%20design%20(30).jpg)
स्वयं सहायता समूह एक विस्तृत कार्यक्रम है जिसमे ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को एक मुकाम तक पहुंचाया जाता है ! जिसमे उनको प्रशिक्षण , क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और ज्ञान साझाकरण के माध्यम से सदस्यो के कौशल और व्यक्तित्व क्षमताओ को निखार कर बेहतर बनाया जाता है ! स्वयं सहायता समूह भावना पैदा करके आपसी सहयोग को बढ़ावा देकर और सामूहिक निर्णय लेने को प्रोत्साहित करता है ! और हमारे समाज में सामाजिक एकजुटता को बढ़ावा देता है ! क्षमता निर्माण किसी व्यक्ति या संगठन की उत्पादन प्रदर्शन या तैनाती की सुविधा में सुधार करना है ! क्षमता निर्माण निरंतर चलने वाली प्रकिर्या है जो समुदाय को किसी संकट की परिस्थिति में एक बेहतर तरीके से अपने कार्यो को अंजाम देने के लिए सुसज्जित है ! यह संस्थानों को विकसित करने में मदद करता है ! स्थानीय लोगों को स्थानीय मुद्दों पर खुद ही कार्यवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता है। संस्था प्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीण भागों में लगभग 25 महिला स्वयं सहायता समूह के साथ यह कार्यक्रम किया गया ! जिसमे उनको पोस्टर, सेल्फी, व्याख्यान, व् विभिन्न प्रकार के खेलों के म...