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गरीब काश्तकारों को बीज वितरण कार्यक्रम

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हमारी धरती पर छाया हुआ हमे जीवन प्रदान करता है। और कृषि हमारा जीवन संचालन करती है। भारत के कृषि प्रधान देश है।  जो पूर्णता मानसून पर निर्भर रहता है यह एक तरह  का मौसमी जुआ है जो यदि समय रहते हो जाये तो अच्छी उपज किसानों को उपलब्ध करवाता है और यदि न हो तो किसानों को गरीबी रेखा तक ले जाता है।  भारत के ग्रामीण भागों में आज भी किसान की स्थिति दयनीय बनी हुई है। जो पूर्णतया कृषि पर निर्भर रहते है इनकी आय, आमदनी, रोटी, आजीविका सब कुछ यही कृषि होती है। इसी अवस्था को देख राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर वर्ष गरीब को संस्था की और से निशुल्क बीजों का वितरण किया जाता है जो उन्हें पुनः खेती के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करते है। यह उच्च गुणवत्ता के बीज बेहतर उच्च गुणवत्ता वाले होते है।  जो विपरीत अवस्था में भी फूट जाते है।  राज संस्था का उद्देश्य भी यही है की यह गरीब किसान इसकी सहायता प्राप्त उपज से अपनी आजीविका का संचालन कर सकें। यह कार्यक्रम गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे किसानों के लिए किया जाता है। यह काम वर्षा, विपरीत मौसमी परिस्थितियों तथा अन्य प्राकतिक क...

खाद बीज वितरण कार्यक्रम

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 राजस्थान में इस बार अच्छी वर्षा के चलते सभी काश्तकार के चेहरे पर मुस्कान है हर जगह पानी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है ! इसके द्वारा गरीब किसान को अपनी फसल बुवाने में कोई समस्या नहीं आएगी ! इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा 10 गांव 50 किसान परिवारों को संस्था की तरफ से सर्वे कर गरीब किसानों को बीज व् खाद का वितरण किया गया ! जिसमे उन्हें वर्मी कम्पोस्ट खाद व् बीज का दिये गए इस खाद के प्रयोग से जमीन की उर्वेरकता बढ़ती है ! जो की हमारे शरीर के लिए हानिकारक नहीं है व् बीज भी काफी अच्छी क़्वालिटी के दिये गए जिससे उनमे रोग क्षमता काम से काम हो ! संस्थान द्वारा किये जाने वाला यह कार्य किसानों को प्रोत्साहित करता है ! व् उन्हें लाभ पहुचता है उन्हें बताया गया की वह धान्न के बदले अन्य फसलों को लेने पर प्रोत्साहित करे ! जिससे किसानो के हित में  बढ़ोतरीया हो सकें ! उनको समूहों में कृषि करने के लिए प्रेरित करे व् फलदार उपज लगाये जाने पर विस्तृत चर्चा करे ! आजकल डी ए पी व् अन्य दूषित केमिकल के उपयोग से हमें काफी नुकसान पहुंच रहा है ! साथ ही धरती में बंजरता निरंतर बढ़ती जा रही है...