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"ग्रामीण महिलाओं की सशक्तिकरण यात्रा: जीवन कौशल और उद्यमिता का प्रभाव"

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आज के युग में महिला सशक्तिकरण केवल एक विचार नहीं बल्कि एक आवश्यकता  बन चुका है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाऐं सामाजिक और आर्थिक रूप में पिछड़ी हुई है। और उनके पास संसाधनो की कमी होती है हालांकि समय के साथ यह बदलाव आ रहा है और महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में से एक महत्वपूर्ण पहल है " जीवन कौशल और उद्यमिता विकास कार्यक्रम " जो ग्रामीण महिला के जीवन में बदलाव लाने का एक प्रभावी तरीका बन चुका है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के साथ जीवन कौशल और उद्यमिता विकास कार्यक्रम अति उत्साह के साथ करवाए जा रहे है।  ग्रामीण महिलाओं के लिये जीवन कौशल और उद्यमिता विकास की आवश्यकता अत्यंत महत्व पूर्ण है अधिकांश ग्रामीण महिलाऐं सिमित शिक्षा और संसाधनो के कारण अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाती है। जीवन कौशल का मतलब केवल बुनियादी शिक्षा और प्रबंध से नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता , आत्मविश्वास और समस्या को हल की क्षमता विकसित करने से है वही उद्यमिता विकास उन्हें अपने हुनर को पहचानने और उससे आर्थिक सशक्त...

"व्यावसायिक प्रगति और जीवन कौशल: ब्यूटी पार्लर महिलाओं के लिए सशक्तिकरण"

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सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के कौशल विकास हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया। आज के युग में महिलाऐं हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है ब्यूटी पार्लर का क्षेत्र भी इससे अलग नहीं है जहाँ महिलाऐं अपनी मेहनत और कौशल से न सिर्फ अपने परिवार को सशक्त कर रही है बल्कि अपने सपनों को भी साकार कर रही है।  हालांकि यह यात्रा कभी भी आसान नहीं होती। इन महिलाओं को अपने काम में सफलता प्राप्त करने के लिए सिर्फ तकनीकी कौशल ही नहीं बल्कि जीवन कौशल की भी आवश्यकता होती है इसी आवश्यकता को समझते हुये कई संस्थाये ब्यूटी पार्लर की महिलाओं के लिये " जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम " आयोजित करती है जो उनकी सफलता के रास्ते को और भी आसान बनाता है।  संस्थान का मानना है इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पार्लर की महिलाओं को उनके व्यवसाय और व्यक्तिगत विकास में सफलता और सहायता प्रदान करता है।  प्रत्येक महिला को अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए तकनीकी कौशल ही नहीं बल्कि व्यावसायिक और जीवन कौशल की भी जरुरत होती है।  ये कौशल उन्हें अपने क...

"बालिकाओं के जीवन कौशल और नेतृत्व की ओर एक कदम"

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  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान वर्ष भर स्कूली बालिकाओं के साथ कई विषयों पर कार्यक्रम करवाती रहती है संस्था का यह मानना है की आज के बदलते दौर में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है बल्कि यह बच्चों के सर्वागीण विकास को बढ़ावा देने वाली एक प्रक्रिया बन गई है। विशेष रूप से बालिकाओ के लिए जीवन कौशल और नेतृत्व क्षमता पर आधारित कार्यक्रम अत्याधिक महत्वपूर्ण है क्योकि ये न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते है बल्कि उन्हें समाज में एक मजबूत और आत्मनिर्भर व्यक्तित्व के रूप में विकसित होने में मदद करते है।    संस्था प्रतिनिधियों के द्वारा उनको सेल्फी, व्याख्यान, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रदर्शन, व् गेम के माध्यम से जीवन कौशल व् लीडरशीप के बारे में गहनतापूर्वक जानकारी दी। जीवन कौशल वह क्षमताये है जो किसी व्यक्ति को निर्णय लेने और जीवन को संतुलित तरीके से जीने के लिए मदद करती है जीवन कौशल के अंतर्गत आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास, समय प्रबंधन, संवाद कौशल, और तनाव प्रबंधन जैसे पहलु आते है। इन कौशलों का विकास बालिकाओं में उनके मानसिक, सामाजिक, और भावनात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।...

"SHG और प्राथमिक अभिविन्यास: महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और व्यक्तिगत दृष्टिकोण से सशक्त बनाना"

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स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम भारत में महिलाओ के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरे है ! इन समूहों के माध्यम से महिलाये अपनी समस्याओं का समाधान ढूढ़ने और समुदाय के विकास कार्यों में योगदान करने के लिए एकजुट होती है।  स्वयं सहायता समूह  के साथ प्राथमिक अभिविन्यास कार्यक्रम का  आयोजन महिलाओं को उनके अधिकारों , कौशलों और विकास के अवसरों के बारे में जागरूक करने का  एक  अच्छा  प्रभावी तरीका हो सकता है राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सभी ग्रामीण महिलाओं के लिये यह कार्यक्रम का उद्देश्य  महिलाओ को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के साथ साथ उन्हें विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और व्यक्तिगत पहलुओं पर सशक्त बनाना है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बताया गया की इसमें उन्हें संविधान और क़ानूनी अधिकारों की जानकारी प्राप्त होगी, आर्थिक सशक्तिकरण बढ़ेगा , सामाजिक सशक्तिकरण सशक्त रूप से इन्हे जागरूक करेगा व् इनको स्वास्थ्य और पोषण के विषय में भी जागरूक करेगा।  shg महिलाओ को विभिन्न प्रकार के कौशल विकास के अवसरों के बारे में जागरूक करन...

"स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं का कौशल विकास और सामाजिक सशक्तिकरण आत्मनिर्भरता की ओर "

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जीवन में अपनी दक्षता, क्षमता और कौशल को बढ़ावा व् उसके साथ अपने जीवन को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करना ही जीवन कौशल है यह आम व्यक्ति को श्रेष्ठ  बनाने में कारगार सिद्ध होता है। स्वयं सहायता समूह एक संगठित महिलाओं का समूह है जिसमें अनुशासन, क्षमता, बचत, ऋण, कौशल आदि सभी का समावेश होता है ग्रामीण महिलाओं के साथ कौशल विकास कार्यक्रम उनकी क्षमताओ को बढ़ाकर आजीविका संचालन के लिए प्रेरित करता है। यह विकास की दर को भी बढ़ाता है और उनके नेतृत्व करने में उनको मदद करता है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा 1 दिवसीय जीवन कौशल विकास कार्यक्रम लगभग 15 स्वयं सहायता समूहो के साथ करवाया गया। जिसमें लगभग 170 महिलाओं ने भाग लिया।  स्वयं सहायता समूहों ने महिला सशक्तिकरण पर ध्यान देना शुरू कर दिया है जिसके परिणामस्वरूप देश भर में महिला केंद्रित स्वयं सहायता समूहों का गठन हुआ है। जिसका उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों के लिये संस्थागत ढांचा उपलब्ध कराना तथा कौशल विकास और रोजगार को बढ़ावा देना है। जिसमें लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आये। जो विविध आय सृजन गतिविधियों में कुशल महिलाओं के सामाजिक ...

"समाज में बदलाव लाने के लिए : महिला कौशल एवं नेतृत्व क्षमता वर्धन कार्यक्रम "

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समाज में महिला वो धुरी है जिसके चारों और संसार चलायमान है। हमारे देश में अधिकतर महिलाएँ ग्रामीण भागों में निवास करती है। जो अपनी क्षमताओ से भरपूर होने के वाबजूद भी समाज के बहुत से कार्यों में भाग नहीं ले पाती है ।  उनको यही अनुभव और दक्षता के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के साथ कौशल एवं नेतृत्व क्षमता वर्धन कार्यक्रम करवाये जाते है। जिसका लक्ष्य सभी ग्रामीण भागों की अधिक से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण देना एवं जागरूकता बढ़ाने वाली गतिविधियां प्रदान करना , कौशल निर्माण करना ,सलाह के अवसर प्रदान करना, और सतत विकास प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण संदर्भो में सशक्तिकरण में परिवर्तनकारी बदलाव लाने हेतु यह एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम है।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के अनुसार कार्य स्थल पर लैंगिक समानता के लिए प्रयासरत संगठनों और व्यक्तियों को सभी लिंगो की शक्ति का उपयोग करने में सक्षम संस्कृति विकसित करने के लिए प्रणालियों पर पुनर्विचार करने और मान्यताओं को चुनौती देने की आवश्यकता है हम सब साथ मिलकर एक नेटवर्क बनाने में मदद करता है। यह रूढ़िवादिता क...

"जीवन कौशल और उद्यमिता के माध्यम से महिलाओं में आत्मनिर्भरता का विकास"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्व्रारा चलाये जा रहे गारमेंट मेकिंग प्रशिक्षण में संस्था के 1 दिवसीय महिला जीवन कौशल विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण यथा स्थान पर आयोजित किया गया।  जिसमे उनको जीवन की चुनौतियों का सामना करना और पने लक्ष्य को निर्धारण करने हेतु सक्षम बनना शामिल है।  इन कौशल में धन का प्रबंध कैसे करे, अच्छा स्वास्थ्य हम बनाये रखे, सभी के साथ मजबूत सम्बन्ध रखें, अपने समय को किस प्रकार प्रभावी बनायें एवं अपने जीवन के उद्देश्य को कैसे पूरा करें ! यह सभी बिन्दुओ पर उनको यह प्रशिक्षण दिया गया। विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से युवाओं में कार्य के लिए पारस्परिक और मनोसामाजिक कौशल विकसित करना है।  यह अनुकूली तथा सकारात्मक व्यवहार की वो योग्यतायें है जो व्यक्ति विशेष को दैनिक जीवन की मांगो और चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सहारा बनती है।  संस्था प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में उनको पोस्टर, सेल्फी, बैनर, अभिव्यक्ति, साँप सीढ़ी गेम, गिलास गेम, अखबार गेम, त्रिपाल गेम, पत्थर से घर बनाना, और उत्साह और कौशल सम्बंधित खेल इन महिलाओं के साथ खेलें गए। जिसमे ...

"महिला सशक्तिकरण की दिशा में: ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर"

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  आज के युग में सौन्दर्य प्रसाधन और सौन्दर्य दिखना एक चलन सा हो गया है आजकल स्त्री और पुरुष दोनों इस स्पर्धा में देखे जा सकते है। पर महिलाओं में यह चलन बहुत अधिक बढ़ गया है और महिलाओं के लिए आय अर्जन का सबसे अच्छा कार्य भी बन गया है। हमारे समाज के हर वर्ग की महिलाये आज सुंदर दिखना चाहती है।  और इसके लिए वह ब्यूटी पार्लर का उपयोग करती है।  यह शहरी और ग्रामीण दोनों के लिए यह कार्य बाद रहा है।  जहा अधिकतर महिलाये इसमें अपनी रूचि दिखाती है और इस कार्य को अपनाती है।  जिसमे बहुत अच्छी आय उनको प्राप्त होती है।  महिलाओं  की इस बढ़ती मांग को देखते हुए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा शहर के अर्ध ग्रामीण भाग में ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण शिविर का शुभारभ किया गया। जिसमे सौंदर्य प्रसाधन के सभी कार्य निपूर्ण मास्टर ट्रेनर के सानिध्य में इनको कुशलता से सिखाये जायेगे।  कार्यक्रम की शुरुआत में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बताया गया।  यह प्रशिक्षण महिलाओ को आर्थिक रूप से सशक्त करेगा और जीवन में उनको आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।  और साथ ही इस कार्य ...

"उद्यमिता कौशल विकास : सपनों को हकीकत में बदलना

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जीवन में सपने हर कोई देखता है पर अनायास जीवन में अपने सपनों पर पंख लग जाना जीवन में वो परिवर्तन ला देता है जो हम कभी इस बारे में सोच नहीं सकते है ! महिलाओ का जीवन घरेलु अवस्था रूपी ही होता है पर यदि कोई कार्य में सलंग्न हो जाये तो अपनी आर्थिक स्थिति को और मजबूत कर सकती है और परिवार में आर्थिक संचालन में अपना सहयोग कर सकती है ! इसी विषय में हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन द्वारा ग्रामीण महिलाओ के साथ उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम करवाया गया जिसमे लगभग 150 महिलाओ ने भाग लिया ! उद्यमिता विकास कार्यक्रम औद्योगिकीकरण का एक अस्त्र है तथा उद्यमिता के विकास में आने वाली बाधाओं एवं समस्याओ का समाधान करता है परियोजना का कुशलतापूर्वक संगठन एवं सचालन करने के लिए प्राथमिक प्रबंधीय चातुर्य को प्राप्त करना है !  मेरा नाम पिंकी चौधरी है मैं एक ग्रामीण महिला हूँ ! जो अपने घरेलु कार्यों में सलग्न रहती हूँ इसके अलावा मैं स्वयं का ब्यूटी पार्लर का कार्य खोलना चाहती हूँ इसकी प्रेरणा मुझे राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन के द्वारा 1 दिवसीय उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम से प्राप्त हुई ! वास्तव मे...

"उद्यमिता विकास से ग्रामीण जीवन में सुधार: संस्थान की एक अनूठी पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम"

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  स्वरोजगार एवं उद्यमिता विकास के माध्यम से आर्थिक स्वत्रंता सवर्धन  हेतु भारत सरकार स्वयं सहायता समूहों का प्रावधान किया है यह ऐसा कार्यक्रम है जिसका उदेश्य क्षमता वर्धन कर लोगों में उद्यमशीलता को प्रबल रूप से बढ़ाना है। या हम कहे उसके श्रेष्ठम कौशल को बढ़ाना, विकसित करना और उसे निखारना है स्वयं सहायता समूह लोगो के छोटे समूह है जिसमें मुख्य रूप से महिलाये है जो ग्रामीण परिवेश में रहती है और पैसे बचाने और एक दूसरे को ऋण प्रदान करने के लिए साथ आते है।  वे उदेश्य , राशि, ब्याज दर, पुनःभुगतान सहित बचत और ऋण गतिविधियों पर एक साथ निर्णय लेते है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा स्वयं सहायता समूहो का 1 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम रखा गया है जो उनमें बचत करने के अवसरों को आगे की और ले जायेगा ! और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में उनकी सहायता प्रदान करेगा।  उद्यमिता का अर्थ है बदलाव की तलाश करना , उसका जवाब देना और उसका दोहन करना।  उद्यमी वह होता है जो जोखिम को समझते हुए लाभ की उम्मीद में व्यवसाय स्थापित करता है उद्यमिता का प्राथमिक उदेश्य बेहतर वित्तीय ...

"जीवन कौशल विकास कार्यक्रम: महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव एक सशक्तिकरण पहल"

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जीवन को सुचारु रूप से व्यवस्थित ढंग से चलाने और सकारात्मकता कौशल को ग्रहण कर उसे अपनाकर जीवन की चुनौतियों को समाप्त करना जीवन कौशल कहलाता है ! इसमें जीवन को सरल और सहज बनाने पर जोर दिया जाता है ! जो हमको समय प्रबधन ,अच्छे विचारों की प्राप्ति , सम्बन्धों में आपसी सुधार , स्वयं को कौशल पूर्ण बनाना व् सहायक आदतों का एक मिला जुला रूप है यह सम्पूर्ण मानव जीवन को कार्य व्यवस्थित करता है और भविष्य की समस्याओँ का निस्तारण करने में हमारी सहायता प्रदान करता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहो में यह कार्यक्रम बड़ी सफलतापूर्वक करवाया जा रहा है ! 12 गांव की लगभग 155 महिलाओँ के 12 समूहों को यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसके साथ पुराण किया गया ! इस कार्यक्रम में सभी महिलाओ ने उत्साह के साथ इसमें भाग लिया !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के संस्था प्रतिनिधियों द्वारा इसे और अधिक रुचिपूर्ण बनाने हेतु कई मनोरजक ज्ञानवर्द्धक खेलकूद के माध्यम से जीवन कौशलता का ज्ञान इनको देने का अचूक प्रयास किया ! जिसमे अधिकतम महिलाओं ने शिरक़त की इसके अलावा पोस्टर द्वारा , सेल्फी से, आपसी व...

"समाजिक बदलाव की नींव: महिलाओं के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण"

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मेरा नाम केसर सिंह है मैं जालिया गांव का सरपंच हूँ वर्तमान में हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के द्वारा गांव में महिलाओं के साथ जीवन कौशल व् उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ! जिसमे गांव की लगभग 350 महिलाओं ने भाग लिया ! इस कार्यक्रम में महिलाओं से संबंधित कार्यो के बारे में पूछा गया और लघु व् कुटीर उद्योगो के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया ! जीवन का अपने कार्य से कैसे हम कुशल संचालन करे और उसके लिए किन बातों की आवश्यकता होती है इन बातों पर चर्चाये की गई ! साथ ही ग्रामीण परिवेश में किस किस प्रकार के लघु व् कुटीर उद्योगो के जरिये महिलाये अपनी आर्थिक गतिविधियाँ संचालित करती है उस विषय पर विभिन्न माध्यमो से इन्हे अवगत करवाया गया !  जीवन का चहुँमुखी विकास तभी संभव होगा जब परिवार का हर सदस्य आर्थिक गतिविधि कार्य में निहित हो और उसका समय समय पर ध्यान रखता हो ,घर में मात्र एक जाने के कमाने से सभी घरेलु खर्च पूर्ण नहीं हो पाते है ! अंत जीवन रूपी इस गाड़ी का अपने सभी पहियों पर बराबर चलना बहुत जरुरी है ! आज भी हमारे ग्रामीण इलाको में स्त्री का घर से निकलना अच्छा नही...

"सकारात्मक दृष्टिकोण: महिलाओं के व्यवसाय में आत्मविश्वास की वृद्धि"

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जीवन में एक सरलता प्राप्त करने के लिए हमारा किसी भी कार्य में कुशल होना अति आवश्यक है ! कोई भी कार्य उसकी निपुणता के बगैर करना संभव नहीं है इसके अभाव में मानव एक निष्क्रिय जीव है जो केवल अपना भरण पोषण कर जीवन व्यतीत करता है वही बात किसी भी समाज को उन्नति का मार्ग दिखाती है ! और विकास को तेजी से आगे लाती है ! जिसके उदाहरण हमारे विश्व की महाशक्तियां है जो सभी अपने कार्य में पूर्ण दक्ष है और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत्र है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अनेकों गांव में महिला सम्बन्धी जीवन कौशल व् उद्यमिता विकास कार्यक्रम में सभी को इस विषय में गहनतम जानकारियाँ दी जा रही है ! जिसमे महिला सशक्तिकरण के मध्य नजर उनको कार्यों का वर्गीकरण व् उसकी कार्य विधि के बारे में समझाया जाता है !  यह जरुरी नहीं के हम कोई बड़ा कार्य करने के पश्च्यात ये विकास की दर को आगे बड़ा सकते है ! हमारे पास मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके भी हम उसे उन्नत बना सकते है और अपने कार्य को धीरे धीरे आगे बड़ा सकते है ! आपकी मेहनत हमेशा रंग लाएगी हमे हमारा दृष्टिकोण विशाल बनाना होगा तभी हम अपने आस पास की व...

"बाधाओं को तोड़ना: हर बच्चे में आत्मविश्वास और समानता का विकास"

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  लैंगिक समानता वो भावना है जहां पर सभी को बराबर समझा जाये और जहा पर किसी प्रकार का भेद उसमे समाहित न हो ! हमारे समाज में आज भी यह चलन बहुत विधमान है जहां पर बालिका शिक्षा व् समानता बहुत काम आंकी जाती है ! यही दृश्टिकोण हमे पीछे की और ले जाता है और समाज में एक विकृत कुरीति के रूप में जन्म लेता है जो हम सभी को हीं भावना से दूषित कर हमारे मन मस्तिष्क में नकारात्मकता भर देता है ! जिससे विकास की दर कम होती है और समाज व् देश पिछड़ जाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण एवं शहरी भागों के निचले इलाको में ,झुग्गी झोपड़ी , स्लम एरिया में गरीब बच्चों के साथ जीवन कौशल व् लैंगिक समानता कार्यक्रम करवाए जाते है ! जिसमें बच्चों को अनेक प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से उनकी सोच को सकारात्मक बनाया जाता है ! और कुशल व् सफल जीवन के आयामों से अवगत करवाया जाता है ! जीवन को सही प्रकार से जीने हेतु शारारिक स्वच्छता के साथ मानसिक रूप से सशक्त  होने की आवश्यकता है जो हमे सकारात्मकता प्रदान करे और सही निर्णय लेने में हमारा साथ दे यह लैंगिक समानता द्वारा जो विभक्तिकरण समाज ने किया ...

"महिलाओं में उद्यमिता: आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम व कुटीर उद्योगों का भविष्य "

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जीवन में धन अर्जित करना व् जीवन का सुव्यवस्थित संचालन करना अतिआवश्यक है इसके लिए किसी कार्य का होना व् उसमे निपुणता हासिल करना जरुरी होता है यह जरुरी नहीं पूर्ण शिक्षा के बाद ही कोई काम कर सकता है जो काम पड़े लिखे है वो भी अपने छोटे मोटे कार्य को कर के अच्छा धन अर्जन कर सकते है यह छोटे उद्योग हमे अच्छा धन मुनाफा प्रदान करते है ये कई तरह के होते है कुछ हाथ करघा उद्योग होते है तो कुछ पशुपालन सम्बन्धी तो कई कृषि सम्बन्धी होते है इन्हे सफलतापूर्वक जीवन में संचालित करना ही उद्यमिता कहलाया जाता है ! एक कुशल व्यक्ति अपने कुशल नेतृत्व के जरिये अपने छोटे से व्यवसाय को और भी बड़ा कर सकता है ! यही सफलता का सोपान होता है !  सरल शब्दो में अगर इसे व्यक्त करे तो जीवन कौशल विकास एक आजीवन प्रकिया है जो व्यक्तियों को बढ़ने और परिपक़्व होने में मदद करती है उन वास्तविकताओ को पहचानना जिन्हे बदला नहीं जा सकता और उन्हें स्वीकार करना , व् अपने महत्त्व को पहचानना , सभी लोग एक सामान नहीं होते तथा इस प्रकार की विविधता का इस क्षेत्र में होना अच्छा है ! जीवन कौशल में व्यक्ति के समग्र व् सम्पूर्ण व्यक्तित्व को ध्य...

"आर्थिक स्वतंत्रता: वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं नई आर्थिक संभावनाएँ "

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  हमारा भारत बदल रहा है देश व समाज सभी प्रकृति की राह में अग्रसर है जो नए आयामों से अवगत करवाता है और सभी को जागरूक व् सजग बनाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम किया है जिसमें उनको आधुनिकतम तरीकों के उपयोग के बारे में बताया जाता है जिसमें उनको डिजिटल लेन देन के लिए प्रोत्साहित करना है ! व् इनके जरिये नगदी रहित आर्थिक प्रणाली को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है इसके कई लाभ हमे देखने को मिलते है लोगों को समय पर जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है ! इसमें अप्रत्याशित स्थितियों का सामना करने में मदद मिलती है वित्तीय साक्षरता के लिए बजट बनाना ,कमाई करना , निवेश करना , ऋण प्रबंधन और निरंतर शिक्षा जैसे कौशल सिखने होते है यह हमे कुशल प्रबंधन करना सिखाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इन्हें बैंकिंग व्यवस्थाओं के बारे में बताया व् समझाया जाता है ! जिसमें बैंक की समस्त जानकारियां समाहित होती है ! जो उन्हें आर्थिक सुविधा व् जानकारियां प्राप्त करवाती है ! इन सभी बातों का अर्जन करना हमारे जीव...

जीवन कौशल शिक्षा कार्यशाला कार्यक्रम

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जीवन कौशल वे मूल कौशल है ! जिन्हे प्रत्येक वयक्ति को स्वय और दूसरे लोगों की बेह्तरी के लिए आतंरिक और ब्राह्य रूप से अर्जित और आत्मसात करना आवश्यक है ! जीवन कौशल अनुकूल तथा सकारात्मक व्यवहार हेतु ऐसी योग्यताएं है ! जो व्यक्तियो को दैनिक जीवन की माँगो और चुनौतियों का प्रभावपूर्ण ढंग से सामना करने में समर्थ बनती है ! जिसमे  जीवन कौशल शिक्षा कार्यशाला के साथ साथ व्यक्तिगत गुन भी शामिल होते है जो कार्य स्थल में सफलता सुनिश्चित करते है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर यह कार्यक्रम करते है ! जिसमे जीवन जीने के श्रेष्ठ तरीको को बताया व् अपनाया जाता है ! भविष्य में निर्णय लेने की क्षमता ही आप में नेतृत्व की भावना का विकास करती है ! किसी भी जटिल कार्य को सरलता पूर्वक से और दक्षता से करने की योग्यता ही हमारा कौशल है ! जीवन कौशल शिक्षण का उद्देश्य मौजूदा ज्ञान और सकारात्मक द्रष्टिकोणों और मूल्यों  के साथ साथ नकारात्मक द्रष्टिकोणों और जोखिम भरे व्यवहारो को रोकना है ! जीवन कौशल शिक्षण व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओ ...

सामाजिक उत्थान की दिशा में: राजस्थान में ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण और जीवन कौशल विकास

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रा जस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर दवारा ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है जिस में लगभग 35 युवतिया भाग ले रही है। इस कार्यक्रम के भी  अलावा उनको जीवन सम्बन्धी कई मुद्दों पर चर्चाये व कार्यक्रम किया जाता है। जीवन शिक्षा उन्हें बढ़ने और विकसित होने के साथ किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है। इसमें निर्णय लेने की प्रकिया में मुद्दों को पहचाना  ,आकड़े एकत्र करना, संभावित कार्यवाही के तरीके तैयार करना , विकल्पों का मूल्यांकन करना और सोच समझ कर निर्णय लेना शामिल है। जीवन कौशल विकास कार्य का मार्ग है।  जीवन कौशल शिक्षा ,किशोरियों के सकारात्मक सामाजिक व् मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी मनोसामाजिक हस्तक्षेप रणनीति पाई गई है। जो मुकाबला करने की रणनीतियो को मजबूत करने और आत्मविश्वास व् भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करने जैसे सभी पहलुओ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जीवन कौशल युवाओ में जीवन की वास्तविकताओ का सामना करने के लिए मानसिक  स्वास्थ्य एवं क्षमता को प्रोत्साहित करते है। इस मई हमें आत्मसम्मान, जागरूकता, सहानभूति, महत्वपू...

आशा के धागे: त्रासदी से कुशल उद्यमिता तक

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मेरा नाम सुनीता है। मैं दसवीं कक्षा पास हूं। मेरे पति एक फैक्ट्री में कार्यरत हैं, परंतु कुछ दिन पहले उन्हें पक्षाघात मर गया जिसकी वजह से वह चल फिर नहीं पाते और काम पर भी नहीं जा पाते। हमारे घर के माली हालत ठीक नहीं है। इस वजह से मुझे कभी कभार मजदूरी करके अपना घर चलाना पड़ता है मुझे सिलाई आती थी मगर मेरा हाथ इतना साफ नहीं था। जिस वजह से मैं इस कार्य को आगे तक नहीं कर सकती। फिर एक दिन राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हमारे यहां सिलाई प्रशिक्षण हेतु सर्वे किया गया है जिसमें मैंने भी अपना नाम भी लिखवाया। उसके कुछ दिन बाद एक साक्षात्कार करके हमारे इस प्रशिक्षण शिविर को प्रारंभ किया गया। इस 90 दिवसीय कार्यक्रम में प्रत्येक 8 घंटे हमारी सिलाई की कक्षा चलेगी जिसमें हमें महिलाओं व बच्चों से संबंधित वस्त्र बनाना सिखाए जाएंगे और हमारे कौशल को निकाला जाएगा। इस कार्यक्रम की शुरुआत से हमें हाथों को साधना सिखाया गया, जिसमें एक कुशल कारीगर मास्टर ट्रैक्टर थी। उन्होंने बताया सिलाई कार्य में सबसे पहले इसके उपकरण व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। इस जानकारी के कारण ही हम अपना कार्य ...

दिव्यांग युवाओं को सशक्त बनाना : अवसरों का सृजन परिवर्तन की प्रेरणा

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हमारे देश में आज बहुत तरक्की कर ली है। विभिन्न प्रकार के कार्य सभी के लिए है जिसमें वह अपनी आय अर्जित कर सकें। गांव में समाज में ऐसे बहुत से विकलांग जन है जिनके पास किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं। ऐसे दिव्यांगों का सर्वे कर उन्हें चिन्हित किया जाता है और उनकों रोजगार के लिए प्रेरित किया भी जाता है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इनके साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण कराए जाते हैं, जिसमें परचूनी की दुकान, पंचर की दुकान, सब्जी दुकान, कौशल विकास के कार्य, हाथ करधा कार्य, हस्तशिल्प, बागवानी, कंप्यूटर शिक्षा, बिजली फिटिंग कार्य, व्हीकल रिपेयरिंग व और भी कार्य कराए जाते हैं। यह सभी कार्य उनके कौशल को बढ़ाते हैं और क्षमतावधऺन करते हैं। इससे उनमें कार्य कुशलता बढ़ती है। इस कार्य की सीख और उसे स्थापित करने से रोजगार पनपता है और उनका आर्थिक विकास भी होता है।  इस कार्यक्रम का उद्देश्य विकलांग युवाओं को व्यावसायिक कौशल निर्माण और प्लेसमेंट समर्थन निर्माण के माध्यम से वितिय रूप में स्वतंत्र जीवन जीने में सक्षम बनाना है। कौशल निर्माण और रोजगार सहायता की दिशा में निदेशित प्रयासों के माध्यम से प्रशि...