संदेश

विशिष्ट पोस्ट

Stand Together Against COVID-19

चित्र
Stand Together Against COVID-19 As we all are aware of the pandemic Novel COVID-19 that has engulfed the entire world, and poses a serious threat to the well-being and mobility of each individual. COVID-19 can cause mild to severe illness; most severe illness occurs in older adults. At RSKS India we are extremely concerned and conscious about the health of our employees as well as our partners, Donors and thousands of beneficiaries who are a part of the family and to ensure, this RSKS Team members are also doing awareness programs at all our workshops and training centre to ensure the safety of people. RSKS India encourages everyone to take precautions by social distancing, following proper sanitary protocols and reaching out to health authorities in suspected cases. We would also like to take this opportunity to reiterate the World Health Organisation guidelines and urge you to take the necessary precautions to safeguard yourself from COVID-19; Wash yo...

"उभरती महिलाएं: बेहतर कल के लिए कौशल में वृद्धि"

चित्र
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा shg की महिलाओ के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में क्षमता निर्माण कार्यक्रम किये गए जिसका  उद्देश्य इन महिलाओं को प्रभावी रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है  ।  जिसमे यह अपना आर्थिक सशक्तिकरण  मजबूत बना  सके। और  अपने  महिला अधिकारों  का उपयोग  कर सकें। और  हमारे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें। इस कार्यक्रम माध्यम से महिलायें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से अपने जीवन को बेहतर  बनाने की  दिशा में एक आवश्यक  कदम है।  इस कार्यक्रम से महिलाये विभिन्न कौशलों को हासिल करती है जो उन्हें अपने परिवार की भलाई के लिए बल्कि समाज में एक सक्रिय सदस्य बनाने में भी मदद करती है।  इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य और महत्व महिलाओं को आत्मसम्मान निर्भरता की दिशा में आगे कदम बढ़ाना ,लीडरशीप और सामूहिक निर्णय निर्माण की विचारधारा को प्रबल करना है। क्षमता निर्माण कार्यक्रम में महिलाओं को नेतृत्व के गुण ,टीमवर्क और संघर्ष समाधान के कौशल सिखाये जाते है। इसमें इन महिलाओं के कौशल को सही करके रोजगार के नए अवसर प्रद...

"पौधारोपण से बदलाव: बालिकाओं का पर्यावरणीय जागरूकता अभियान"

चित्र
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण भागों के स्कूलों में बालिकाओं के साथ पर्यावरण संरक्षण पर पौधारोपण कार्यक्रंम किया गया। हमारा पर्यावरण प्राकर्तिक संसाधनो से भरपूर है लेकिन आजकल इसे नुक्सान पहुंचाने वाले कई कारक सामने आ रहे है। इनका असर न केवल हमारे जीवन पर बल्कि पूरी पृथ्वी पर हो रहा है।  इस चुनौती का सामना करने के लिये पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई कदम उठाये जा रहे है। पौधारोपण एक महत्वपूर्ण कदम है जिसमें विद्यालयों में बालिकाओं का सक्रिय योगदान बेहद जरुरी है। पौधारोपण अभियान न केवल हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखने का एक प्रभावी तरीका है ये जीवन के लिए बहुत जरुरी है। पौधे हवा में मौजूद कार्बन डाइ ऑक्सइड को सोखते है और ऑक्सीजन का उत्पादन करते है जिससे वायुमण्डल में संतुलन बना रहता है।  ग्रामीण विद्यालय की बालिकाओं को पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के महत्व के बारे में जागरूक करना आज की आवश्यकता बन गई है जब बालिकायें पौधारोपण अभियान में शामिल होती है तो न केवल वे पर्यावरण को बचाने में योगदान देती है बल्कि यह उनके सामाजिक विकास में भी सहायक होता है। बालिकायें पौधे लगा...

"ठंड से सुरक्षा, स्वास्थय की ओर कदम : गर्म जोड़े, सुरक्षित भविष्य"

चित्र
  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सर्दी के प्रकोप से ग्रामीण स्कूली बालिकाओं इसके बचाव हेतु जूते, मौजे, गर्म दस्तानें व् जैकेट का वितरण कार्यक्रम लगभग 42 स्कूलों में रखा गया।  सर्दी का मौसम हर किसी पर अपनी चुपके चुपके से छाप छोड़ता है। खासकर ग्रामीण बच्चों के लिए यह समय विशेष रूप से बहुत कठिन होता है। ठंडी हवा और बर्फीली रातों में उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है अगर उनकी सुरक्षा के लिए सही कदम नहीं उठाये जाते है ऐसे में ग्रामीण स्कूली बालिकाओं को सर्दी से बचाने के लियें जूते, मौजे और जैकेट वितरण एक महत्त्वपूर्ण कदम है।  आजकल कई स्कूलों और सामाजिक संगठन इन जरूरतों को पहचानते हुये बच्चों को ठण्ड से बचाने के लिये इस प्रकार की सामग्री वितरण करते है जिसमें राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अग्रणी है। इन सामग्रियों से न केवल उनके शरीर में गर्मी बनी रहती है बल्कि उन्हें सुरक्षा और आत्मविश्वास का अहसास भी होता है।  जूते और मौजे - ठण्ड के मौसम में बच्चों के पैरों की सुरक्षा बेहद जरुरी होती है क्योकि ठंडी जमीन पर चलने से न केवल पैरों में दर्द हो सकता है बल्कि वे जल्दी बीमार...

"ईको-फ्रेंडली शिक्षा: बच्चों के लिए पर्यावरण संरक्षण का कदम"

चित्र
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान पर्यावरण के विभिन्न विषयों पर कार्य कर रही है जो हमारे पर्यावरण को यथावत बनाये रखने में सहयोग देता है। इसी सन्दर्भ में संस्था ग्रामीण स्कूलों में बच्चों को ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक वितरण कार्यक्रम कर रही है जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति सभी को जागरूक करना है आज के समय में पर्यावरणीय संकट बढ़ते जा रहे है यह हम सभी की जिम्मेदारी बनती है की हम अपने छोटे छोटे क़दमों से पर्यावरण की रक्षा करें। विद्यालय में बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया।  जो वास्तविक रूप से महत्वपूर्ण और प्रभावी कदम है। यह कार्यक्रम बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने के साथ साथ उन्हें ऐसे उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है।  ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक पारंपरिक पेन और नोट बुक की तुलना में पर्यावरण के लिए अधिक सुरक्षित और लाभकारी होते है ये पेन आमतौर पर रिसाइकिल्ड सामग्री से बनाने जाते है जिसमे किसी वनस्पति के बीज मौजूद होते है जो इसके उपयोग के बाद फेंकने पर नए पौधे को उगने में मदद करते है ईको फ्रैंडली नोटबुक भी पेपर बचान...

"सशक्त बालिका, सशक्त समाज: जीवन कौशल कार्यक्रम के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर"

चित्र
आज के बदलते समाज में बालिकाओं को आत्मनिर्भर, सशक्त बनाना अत्यंत आवश्यक है जीवन कौशल कार्यक्रम इस दिशा में  महत्वपूर्ण  कदम है ।  यह कार्यक्रम  बालिकाओं को न केवल  बुनियादी  शिक्षा  बल्कि समाज में अपनी भूमिका  को  समझने और अपने अधिकारों का संरक्षण करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है। राजस्थान समग्र  कल्याण  संस्थान  इसे  बेखूबी से अंजाम दे रहा है।  इसके कई लाभ है जैसे आत्मविश्वास में वृद्धि, सामाजिक क्षमता का विकास, स्वास्थ्य और स्वछता पर ध्यान, आर्थिक स्वत्रन्ता,समस्या समाधान क्षमता आदि है।  कार्यक्रम के प्रमुख तत्व है जैसे स्वयं समझ और आत्म संवेदनशीलता, संचार कौशल, समय प्रबंधन, आध्यत्मिक और मानसिक सशक्तिकरण, निर्णय लेना और नेतृत्व है।  जीवन कौशल कार्यक्रम केवल शिक्षा के सन्दर्भ में ही नहीं बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत दृष्टिकोण से भी बालिकाओं के लिये अत्याधिक लाभकारी होता है। इस प्रकार के कार्यक्रम के जरिये उन्हें वह सभी गुण और मानसिकता मिलती है जो भविष्य में उन्हें एक सशक्त, आत्मनिर्भर और समाज में अपनी पह...

"आत्मविश्वास और नेतृत्व की दिशा में बालिकाओं के लिए एक प्रेरणादायक यात्रा"

चित्र
  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा वर्ष भर स्कूली बालिकाओं के साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम करवाये जाते है जो उनके चहुँमुखी विकास में बहुत महत्वपूर्ण है। ग्रामीण स्कूलों में हमेशा ही नए और रोचक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जो न केवल छात्राओं के शैक्षिक विकास में सहायक होते है और उन्हें मनोरंजन के साथ आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर भी देते है यह कार्यक्रम उनको अपनी कला और टीमवर्क को प्रदर्शित करने का एक मंच भी देता है। बालिकाओं को खुद को व्यक्त करने का अवसर देना था व् अपनी क्षमताओ को सही मूल्यांकन कर सकें। यह कार्यक्रम मनोरंजन मात्र नहीं अपितु यह लड़कियों के बीच सहयोग और मित्रता की भावना विकसित करता है।  संस्था प्रतिनिधि विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इन सभी बालिकाओं को जानकारी देते है जैसे पोस्टर, सेल्फी, गेम, स्पर्धा, तर्क-वितर्क, आंकलन इत्यादि है। लीडरशीप की गतिविधियाँ बच्चों को दिमागी और शारारिक दोनों तरह के कौशल का विकास करने में मदद करती है। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को न केवल नै चीजों को सीखने का अवसर प्रदान करते है बल्कि उन्हें यह भी सिखाते है की किसी भी कार्य क...

"लैंगिक समानता की ओर: बच्चों में जागरूकता और बदलाव की दिशा में कदम"

चित्र
हमारे जीवन में लिंग  आधारित  भेदभाव एक गहरी समस्या रही है । जो कई वर्षो से हमारे जीवन का हिस्सा रही है। लेकिन धीरे धीरे समय के साथ यह सोच बदल रही है और अब हम यह मानते है की लड़के और लड़कियां दोनों को सामान अधिकार और अवसर मिलने चाहिए।  इस दिशा में कई स्कूलों में लैंगिक समानता पर जागरूकता  फैलाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है इन कार्यक्रमों का उद्देश्य  बच्चों को यह समझाना है की लिंग के आधार  पर  किसी  प्रकार  का  भेदभाव  नहीं  होना  चाहिये । ग्रामीण  स्कूल  में  भी  लैंगिक समानता कार्यक्रम का आयोजन  किया  गया , जिसमे  स्कूल  की  सभी  बालिकाओं  को शामिल  किया गया।   इस कार्यक्रम का उद्देश्य लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और समाज में उन्हें सामान अवसर देने की आवश्यकता पर बल देना था।  इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को यह समझाना था की किसी भी कार्य के लिए लड़को से कम नहीं है। लिंग के आधार पर किसी को भी पीछे नहीं रखना चा...