ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब बालिकाओं को स्कूल फीस देकर शिक्षा के लिए प्रोत्साहन: एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम
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ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब बालिकाओं को स्कूल फीस देकर शिक्षा के लिए प्रोत्साहन: एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम शिक्षा हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है, परंतु भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हजारों-लाखों बालिकाएँ शिक्षा से वंचित हैं। गरीबी, सामाजिक कुरीतियाँ, लैंगिक भेदभाव और संसाधनों की कमी ऐसे प्रमुख कारण हैं, जो इन बालिकाओं के स्कूल पहुँचने की राह में बाधा बनते हैं। जब एक गरीब परिवार के सामने दो समय की रोटी और बच्चों की पढ़ाई में से किसी एक को चुनना होता है, तो अक्सर शिक्षा बलिदान हो जाती है — और सबसे पहले जिसकी पढ़ाई छूटती है, वह होती है बालिका। ऐसे में यदि कोई संस्था या सरकार गरीब ग्रामीण बालिकाओं की स्कूल फीस अदा करके उन्हें स्कूल भेजने में मदद करती है, तो यह केवल आर्थिक सहायता नहीं बल्कि एक सामाजिक क्रांति का बीज होता है। यह एक ऐसा कदम है, जो न केवल किसी लड़की का भविष्य बदलता है, बल्कि पूरे समाज की सोच, स्वास्थ्य और आर्थिक संरचना को भी सुधारता है।भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। कई क्षेत्रों में आज भी बेटियों को स्कूल भेजने को ज़रू...