"बाल विवाह के खिलाफ एक सशक्त कदम : समाज में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता"
हमारे समाज में बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो हमारे सामाजिक ढांचे का स्वरुप बिगाड़ती है जो विशेषकर ग्रामीण , झुग्गी झोपड़ी व् स्लम एरिया में अधिक देखने को मिलती है यह न केवल बच्चों के अधिकारों का उलंघन है ! बल्कि उनके शारारिक , मानसिक और शेक्षणिक विकास में रुकावट डालता है बाल विवाह के कारण लड़कियां छोटी उम्र में ही जिम्मेदारियो का बोझ उठाने के लिए मजबूर हो जाती है ! जिसमे उनकी शिक्षा और भविष्य प्रभावित होते है ! ऐसे में झुग्गी झोपड़ी स्लम और पिछड़े क्षेत्रों में बाल विवाह की रोकथाम के लिए विशेष कार्यक्रमों की आवश्यकता है। बाल विवाह का समाज पर एक गंभीर असर पड़ता है यह न केवल लड़कियों के शारारिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि उनके जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता को प्रभावित करता है बाल विवाह से लड़कियां जल्दी गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है। जिसमे मातृ शिशु स्वास्थ्य में दिक्क़ते उत्पन्न होती है इसके अलावा बाल विवाह के कारण लड़कियों के आत्मसम्मान में गिरावट , मानसिक अवसाद और हिंसा की घटनाये बढ़ जाती है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बाल विवाह को रोकने के लिए आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों खासकर लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित भविष्य प्रदान करना है इस प्रकार के कार्यक्रम का लक्ष्य लड़कियों को शिक्षा ,स्वास्थ्य और स्वावलबन के महत्त्व के बारे में बताना है ताकि वे अपने जीवन के फैसले स्वतंत्र रूप से ले सकें व् इसके अलावा यह कार्यक्रम समुदाय में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम करते है।
बाल विवाह रोकथाम कार्यक्रम शिक्षा का प्रचार प्रसार करता है जान समुदाय में जागरूकता फैलाना है क़ानूनी रूप से सजग व् सतर्क बनाता है और इस विषय की पूर्ण जानकारियाँ देता है। साथ ही स्वास्थ्य और शारारिक अधिकारों का संरक्षण भी उनको प्राप्त होता है साथ ही समर्थन और प्रोत्साहन दोनों इनको प्राप्त होता है। बाल विवाह रोकथाम कार्यक्रम की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है की कितनी तेजी से जागरूकता फैलती है और समाज में इसे लेकर मानसिकता बदलती है झुग्गी झोपड़ी, स्लम और निचले एरिया में जब बाल विवाह के प्रति जागरूकता बढ़ती है तब परिवारों और समुदायो का समर्थन प्राप्त होता है इसके परिणाम स्वरुप अधिक से अधिक लड़कियाँ शिक्षा प्राप्त कर पाती है और उनका भविष्य उज्जवल होता है साथ ही समाज में यह सन्देश जाता है की बाल विवाह एक घोर अपराध है इसे हर हाल में रोका जाना चाहिये।
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