"समाज में मानवता की मिसाल: सर्दी से बचाव के लिए राहत सामग्री वितरण"
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ग्रामीण स्कूलों में जरूरतमंद गरीब बालिकाओं को सर्दी से बचाव हेतु स्वेटर , जूते , मौजें वितरण कार्यक्रम किया गया ! सर्दी का मौसम आते ही विद्यार्थियों को ठण्ड से बचाव के लिए खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है ! खासकर सरकारी ग्रामीण स्कूलों में जहां पर बच्चें अक्सर खुले आसमान में खेलते व् आँगन में पढ़ाई करते है। वहां सर्दी से बचाव के लिए स्वेटर , जूते और मौजे का वितरण बहुत महत्पूर्ण हो जाता है यह सभी सामग्री सर्दी से बचाव के प्रमुख के साधन होते है। जो उनको ठण्ड से बचाने के साथ साथ उसे शरीर से गर्म व् आरामदायक रखते है। जूतों से पैरों की ठण्ड और गीलेपन से बचा जाता है। जबकि उनके पेरों को गर्मी प्रदान करते है। यह सभी चीजें बच्चों को सर्दी से सुरक्षित रखती है जिसमें उन सभी की सेहत भी सही बनी रहती है और ये सब स्कूल में अच्छे से अध्यनन भी कर सकते है।
बहुत से गरीब व् जरूरतमंद बच्चों के पास कपड़े नहीं होते है ऐसे बच्चों के लिए यह सुविधा प्रदत करना एक सामाजिक पुण्य का कार्य है इन बच्चों को स्वेटर, जूते, मौजे दिलाकर हम इन बच्चों की सेहत का ख्याल रख सकते है। साथ ही यह पूर्ण रूप से स्वस्थ्य भी रह सकते है यह कार्य समाज में एक मानवता की मिशाल साबित करता है और यह समाज में समानता और समृद्धि की दिशा निर्धारित करता है जो समाज को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का यह योगदान बहुत महत्वपूर्ण है जो इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन कर इन गरीब बच्चों तक हाथ म यह सुविधा का लाभ प्रदान करते है। सर्दी का मौसम विद्यार्थीयों के लिये चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है खासकर उत्तर भारत में और पहाड़ी , रेगिस्तानी भागों में ठण्ड का असर ज्यादा होता है। सर्दी का मौसम में बच्चों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। जिसमें मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अगर ये बच्चे गर्म कपडे पहनने से वंचित होते है तो वे जल्दी बीमार पड़ सकता है। इस वजह से बच्चों के समग्र विकास और दिशा पर भी असर पड़ सकता है। इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान इनकी इस मदद के लिए सदा तत्पर रहता है। बढ़ते हुये भविष्य का अगर जीवन सुरक्षित रहेगा तो हम सभी अवश्य रूप से तरक्की कर पाएंगे।
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