“अनुशासन और संस्कार से उज्जवल भविष्य की ओर”

 

राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान (RSKS India) द्वारा समाज के वंचित वर्ग के बच्चों के समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में संस्था ने झुग्गी-झोपड़ी, स्लम और स्ट्रीट क्षेत्रों में रहने वाले गरीब बच्चों के लिए “अनुशासन एवं संस्कार शिविर” का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य इन बच्चों में अच्छे संस्कार, अनुशासन, और नैतिक मूल्यों का विकास करना था ताकि वे जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ सकें। कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना और प्रेरणादायक गीतों से हुई, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का संचार हुआ।


शिविर के दौरान संस्था के शिक्षकों और स्वयंसेवकों ने बच्चों को जीवन में अनुशासन के महत्व के बारे में समझाया। उन्हें बताया गया कि अनुशासन ही सफलता की पहली सीढ़ी है और संस्कार व्यक्ति के चरित्र का सबसे बड़ा गहना हैं। खेल, कहानी, और संवाद के माध्यम से बच्चों को सत्य, अहिंसा, दया, ईमानदारी, और बड़ों का सम्मान जैसे मूल्य सिखाए गए। इसके साथ ही बच्चों को स्वच्छता, समय पालन और टीमवर्क जैसी अच्छी आदतें भी सिखाई गईं। कई गतिविधियों जैसे समूह चर्चा, नैतिक कहानियों और नाटक प्रस्तुति के माध्यम से बच्चों ने न केवल सीखा बल्कि उसे आत्मसात भी किया।


शिविर के अंत में बच्चों में अनुशासन और संस्कार के प्रति एक नई जागरूकता देखी गई। उन्होंने वादा किया कि वे हर दिन अपने व्यवहार में सीखी गई बातों को अपनाएंगे और अपने परिवार व समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगे। संस्था ने इन बच्चों को पुरस्कार एवं प्रोत्साहन सामग्री भी प्रदान की ताकि वे निरंतर सीखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त कर सकें। ऐसे कार्यक्रम न केवल बच्चों के जीवन को दिशा देते हैं, बल्कि समाज में एक संस्कारित और जिम्मेदार पीढ़ी के निर्माण की नींव भी रखते हैं। RSKS India का यह प्रयास वास्तव में समाज में मानवीय मूल्यों और उज्जवल भविष्य की एक नई किरण जगाने वाला कदम है।

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