"प्राथमिक अभिविन्यास से नेतृत्व तक: आत्मनिर्भरता की एक प्रेरक पहल"


महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रही संस्था RSKS India द्वारा हाल ही में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) के साथ एक प्राथमिक अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को SHG की कार्यप्रणाली, उनके अधिकारों, समूह के वित्तीय प्रबंधन, और सामुदायिक विकास में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करना था। ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय महिलाओं को संगठित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना, इस पहल का मूल उद्देश्य रहा।

कार्यक्रम में महिलाओं को समूह गठन की प्रक्रिया, बचत व ऋण प्रणाली, बैंकिंग सुविधाओं का उपयोग, और सरकारी योजनाओं से जुड़ने के तरीके विस्तारपूर्वक समझाए गए। RSKS India की टीम ने सहभागियों को प्रशिक्षण के दौरान प्रेरणादायक कहानियों, समूह गतिविधियों और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से सिखाया कि वे अपने अधिकारों को कैसे पहचानें और सामूहिक रूप से कैसे समस्याओं का समाधान करें। इस प्रशिक्षण से महिलाओं में आत्मविश्वास की वृद्धि हुई और वे निर्णय लेने की प्रक्रिया में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने लगीं।


इस अभिविन्यास कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं ने न केवल SHG के संचालन और प्रबंधन की बारीकियों को समझा, बल्कि आपसी सहयोग और सहभागिता की भावना भी विकसित की। यह कार्यक्रम उनके लिए एक नए युग की शुरुआत जैसा रहा, जहाँ वे न केवल घरेलू भूमिकाओं तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि समाज में नेतृत्व की भूमिका निभाने को भी तैयार हुईं। RSKS India की यह पहल ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध हुई है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Stand Together Against COVID-19

Rajasthan Samgrah Kalyan Sansthan (RSKS

क़ानूनी जागरूकता: महिलाओं और बालिकाओं के लिए सशक्तिकरण का माध्यम