"हुनर, हिम्मत और स्वास्थ्य – महिला विकास की नई दिशा"
खेल दिवस के आयोजन में महिलाओं ने जलेबी रेस , मटका संचालन , लगड़ी टांग खेल, रसाकसी म्यूजिकल चेयर जैसे विभिन्न खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लिया। सभी गतिविधियाँ इस तरह से डिज़ाइन की गई थीं कि वे शारीरिक व्यायाम के साथ-साथ मनोरंजन और मानसिक राहत का भी स्रोत बन सकें। महिलाओं के चेहरों पर मुस्कान, जोश और उत्साह ने यह साबित कर दिया कि यह आयोजन उनके लिए एक विशेष अवसर था, जिसमें वे अपने प्रशिक्षण के तनाव से बाहर आकर खुलकर हँस सकीं और खुद को एक नए रूप में महसूस कर सकीं।
RSKS India का यह कदम इस बात को दर्शाता है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केवल आर्थिक प्रशिक्षण ही नहीं, बल्कि उन्हें मानसिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से भी सशक्त करना आवश्यक है। खेलों के माध्यम से महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, टीम वर्क की भावना और तनाव से मुक्ति के गुण विकसित होते हैं। इस आयोजन ने यह भी संदेश दिया कि महिलाओं की सशक्तिकरण यात्रा में खुशी, स्वास्थ्य और आत्म-संवेदना का होना उतना ही जरूरी है जितना कि हुनर और कमाई। यह पहल न सिर्फ सीखने की प्रक्रिया को आनंदमय बनाती है, बल्कि महिलाओं को अपने भीतर की शक्ति को पहचानने और समाज में अपनी जगह मजबूत करने का अवसर भी देती है।
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