"ईको-फ्रेंडली शिक्षा: बच्चों के लिए पर्यावरण संरक्षण का कदम"
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान पर्यावरण के विभिन्न विषयों पर कार्य कर रही है जो हमारे पर्यावरण को यथावत बनाये रखने में सहयोग देता है। इसी सन्दर्भ में संस्था ग्रामीण स्कूलों में बच्चों को ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक वितरण कार्यक्रम कर रही है जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति सभी को जागरूक करना है आज के समय में पर्यावरणीय संकट बढ़ते जा रहे है यह हम सभी की जिम्मेदारी बनती है की हम अपने छोटे छोटे क़दमों से पर्यावरण की रक्षा करें। विद्यालय में बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया। जो वास्तविक रूप से महत्वपूर्ण और प्रभावी कदम है। यह कार्यक्रम बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने के साथ साथ उन्हें ऐसे उत्पादों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है।
ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक पारंपरिक पेन और नोट बुक की तुलना में पर्यावरण के लिए अधिक सुरक्षित और लाभकारी होते है ये पेन आमतौर पर रिसाइकिल्ड सामग्री से बनाने जाते है जिसमे किसी वनस्पति के बीज मौजूद होते है जो इसके उपयोग के बाद फेंकने पर नए पौधे को उगने में मदद करते है ईको फ्रैंडली नोटबुक भी पेपर बचाने के लिए ऐसी सामग्री से तैयार की जाती है जो जंगलों की अन्धाधुंध कटाई को रोकने में मदद करती है। इस प्रकार के उत्पादों का उपयोग करके हम अपने पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान दे सकते है। क्योकि इनका निर्माण पारम्परिक उत्पादों की तुलना में कम प्राकर्तिक संसाधनो का उपयोग करता है और इनकी कचरे में समाप्ति भी कम हानिकारक होती है।
इस कार्यक्रम से अनेकों लाभ प्राप्त होते है जैसे पर्यावरणीय प्रभाव, जागरूकता फैलाना, सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास, नैतिक शिक्षा प्राप्ति, संवेदनशीलता और आदतों में सुधार आदि है। ईको फ्रैंडली पेन व नोटबुक वितरण कार्यक्रम न केवल बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक करता है बल्कि यह उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी मार्गदर्शित करता है इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से हम बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ा सकते है जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और हरित पर्यावरण सुनिश्चियत किया जा सकता है। हमें इस दिशा में और अधिक प्रभावी कदम उठाने चाहिये और सभी ग्रामीण भागों के विद्यालयों को इस कार्यक्रम के प्रति प्रोत्साहित कर इन्हे आयोजित करवाना होगा। संस्था इस कार्य के प्रति सजग है और लगातार कड़ी से कड़ी जोड़ने का कार्य कर रही है।
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