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"व्यावसायिक प्रगति और जीवन कौशल: ब्यूटी पार्लर महिलाओं के लिए सशक्तिकरण"

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सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के कौशल विकास हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया। आज के युग में महिलाऐं हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है ब्यूटी पार्लर का क्षेत्र भी इससे अलग नहीं है जहाँ महिलाऐं अपनी मेहनत और कौशल से न सिर्फ अपने परिवार को सशक्त कर रही है बल्कि अपने सपनों को भी साकार कर रही है।  हालांकि यह यात्रा कभी भी आसान नहीं होती। इन महिलाओं को अपने काम में सफलता प्राप्त करने के लिए सिर्फ तकनीकी कौशल ही नहीं बल्कि जीवन कौशल की भी आवश्यकता होती है इसी आवश्यकता को समझते हुये कई संस्थाये ब्यूटी पार्लर की महिलाओं के लिये " जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम " आयोजित करती है जो उनकी सफलता के रास्ते को और भी आसान बनाता है।  संस्थान का मानना है इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पार्लर की महिलाओं को उनके व्यवसाय और व्यक्तिगत विकास में सफलता और सहायता प्रदान करता है।  प्रत्येक महिला को अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए तकनीकी कौशल ही नहीं बल्कि व्यावसायिक और जीवन कौशल की भी जरुरत होती है।  ये कौशल उन्हें अपने क...

"गणतंत्र दिवस की असली शक्ति: बच्चों के साथ मिलकर राष्ट्रीय भावना का उत्सव"

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गणतंत्र दिवस  भारत के इतिहास का एक अहम् दिन है इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था और तब से हर साल इस दिन को हम पूरे देशभर में गर्व और सम्मान के साथ मानते है।  इस दिन का महत्त्व केवल संविधान के लागू  होने तक  सिमित नहीं है । बल्कि  यह हमें हमारे  अधिकारों, कर्तव्यों  और स्वतंत्रता  की याद भी दिलाता है। गणतंत्र दिवस के आयोजन मुख्य रूप से राजपथ पर होने वाली भव्य परेड से जुड़े होते है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस दिन को खास बनाने के लिए स्ट्रीट , झुग्गी-झोपड़ी, स्लम, निचली बस्तियों के बच्चों के साथ गणतंत्र दिवस मनाने से न केवल बच्चों में देश भक्ति की भावना जाग्रत होती है बल्कि यह समाज में समानता और भाईचारे का सन्देश भी देता है।  सड़क के किनारे रह रहे इन बच्चों के साथ गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य कारक है जैसे देशभक्ति का संचार, समाज में एकता का सन्देश, सीखने का अवसर, समाज के कमजोर वर्गों के साथ मनाना न केवल बच्चों में देशभक्ति का भाव जाग्रत करता है।  बल्कि यह हमे एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनने के लिए भी प्रेरित करता है।  इस...

"गणतंत्र दिवस: ब्यूटी पार्लर महिला श्रमिकों के लिए सशक्तिकरण और सामाजिक बदलाव की दिशा"

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" गणतंत्र दिवस " का दिन हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण तारीख है  ।  जब गणतंत्र दिवस के रूप में हम भारतीय लोकतंत्र और स्वतंत्रता का सम्म्मान करते है इस दिन का महत्व केवल राष्ट्रीय ध्वज के साथ नहीं जुड़ा होता , बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन और विकास की दिशा में उठाये गए क़दमों को भी प्रतिबिंबित करता है। इसी दिन ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली महिला श्रमिकों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया , जो न केवल उनके कौशल में वृद्धि करने के लिए था ! बल्कि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से भी था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ब्यूटी पार्लर की महिलाओं के कौशल विकास प्रदान करना है और उन्हें अपने अधिकारों, स्वाबलंबन और आत्मविश्वास के बारे में जागरूक करना था।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस प्रशिक्षण के मुख्य पहलु है जैसे प्रोफेशनल स्किल्स में वृद्धि, आत्मनिर्भरता और स्वाबलंबन , स्वास्थ्य और सुरक्षा, मानसिक और सामाजिक सशक्तिकरण है। इस कार्यक्रम में महिलाओं के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गए।  जिसमें सभी ने अति उत्साह के...

"गणतंत्र दिवस: महिला सशक्तिकरण के लिए प्रेरणा और नए अवसरों की शुरुआत"

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गणतंत्र दिवस का दिन हमारे लिए केवल राष्ट्रीय उत्सव का दिन नहीं है बल्कि यह लोकतंत्र और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में हमारी सामाजिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों की याद भी दिलाता है। इस दिन को मनाने के लिये जब हम इसे महिलाओं के साथ जैसे गारमेंट्स मेकिंग जैसे व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से मनाते है। तो इसका महत्त्व और भी बाद जाता है। यह महिलाओं को न केवल उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक करता है बल्कि उन्हें अपने आत्म सम्मान, आत्मनिर्भरता और समाज में अपनी भूमिका को समझने के लिए भी प्रेरित करता है।  महिलाओं के साथ गणतंत्र दिवस मनाने के महत्त्व निम्न है ! आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम, संविधान और अधिकारों की समझ, कौशल विकास और आत्मविश्वास, समाज में समानता और सामाजिक उत्थान, प्रेरणा और उत्साह आदि महत्व हमें देखने को मिलती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उनके कार्यक्षेत्र में दक्षता और आत्मविश्वास प्रदान करना है। इस कार्यक्रम में अब लगातार महिलाओं की भागेदारी बढ़ रही है। इन प्रशिक्षण से उन्हें कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते है जैसे तकनीकी कौशल में सुधार , समाज म...

"छोटे प्रयास, बड़ा बदलाव : बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की भावना का निर्माण"

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स्पैरो हाउस स्कूल को देने हेतु राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा जो पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवों की रक्षा के लिये एक अनूठी पहल की, जो न केवल शिक्षा का हिस्सा बल्कि समाज को जागरूक करने का एक प्रभावी तरीका साबित हुई है। बंया पक्षी को बचाने हेतु चिड़ियाघर वितरण इस कार्यक्रम ने छात्रों, शिक्षकों और समुदाय के बीच पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का अहसास करवाया है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से बच्चों में प्रकर्ति और वन्य जीवों के प्रति सहानभूति और संरक्षण की भावना पैदा करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। चिड़ियाघर बंया पक्षी का एक छोटा सा घर है जो उनकी प्रजातियों को संरक्षित करने व् आश्रय प्रदान करता है ताकि इस प्रजाति को बचाया जा सकें और पर्यावरण के प्रति लगाव को सशक्त बनाया जाये ,यह एक सामाजिक कार्य है।  इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उनकी जानवरों से देखभाल उनके भोजन और सुरक्षा में कोई कमी न हो। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को यह समझाया की सिर्फ चिड़िया घर देकर बंया पक्षी को बचाना नहीं अपितु प्राकर्तिक संशाधनों और वन्य जीवों के संरक्षण की जिम्मेदारी भी हमारी है बच्चों को यह ...

"अच्छे और बुरे स्पर्श की जागरूकता: बच्चों के लिए एक जरूरी शिक्षा"

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सामाजिक क्षेत्र के कई विषयों पर सकारात्मक कार्य किये जाते है। जो समाज को प्रेरणा देने के साथ समाज में बदलाव की दिशा को निर्धारित करता है। ऐसा ही एक विषय को लेकर संस्था द्वारा झुग्गी झोपडी, स्लम, स्ट्रीट ,व् गन्दी बस्तियों म रहने वाले बच्चों के साथ संस्था ने अच्छा स्पर्श व बुरा स्पर्श  कार्यक्रम करवाया जाता है जो इनके शरीर में बदलाव और रहन सहन की समस्त जानकारिया देता है। जो बच्चों को सजग व् जागरूक करता है जो इनके लिए अति आवश्यक होता है। क्योकि यह सभी बच्चे प्राथमिक शिक्षा व् अन्य विषयों की जानकारी से अनभिज्ञ होते है। यहाँ तक यह जानकारी कई बच्चों का भविष्य व् जान माल बचाने में मदद करती है और समाज की नकारात्मक द्रष्टि से इनको सुरक्षा की एक दीवार बनकर खड़ी होती है।  यहां संस्था प्रतिनिधियों द्वारा सभी बच्चों को एक स्थान पर एकत्रित कर उनको पोस्टर, सेल्फी, व्याख्यान, गेम, सवाल-जवाब, और कई साधनो से समझाया व् जानकारी दी जाती है। और साथ ही उनके साथ भिन्नता पूर्वक बातचीत के दौरान वहां की स्थिति का विवरण लिखा जाता है व् समझा जाता है ताकि उसका निराकरण ...

"महिला हिंसा के खिलाफ सामूहिक संघर्ष : हिंसा को खत्म करने की दिशा में कदम"

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महिलाओं पर हिंसा इसकी एक लम्बी गाथा है जहाँ यह हमेशा शोषण का शिकार होती रही है। कभी तो शारारिक रूप से तो कभी मानसिक रूप से हुई है ।  यहाँ हमे समाज का वो विकृत चेहरा देखने को मिलता है ।  जिसकी कल्पना करना बहुत मुश्किल है समाज में इन्हे भी समानता का वही अधिकार है जो एक पुरुष को प्राप्त होता है  । परन्तु कभी-कभी ये सब किताबी बातें लगती है। हमे समाज में सबसे पहले शिक्षा के प्रचार प्रसार को बढ़ाना होगा  तभी हम इसके सबल रूप के सकारात्मक प्रभाव से ये सब दूर कर सकते है। बालिका शिक्षा इसको रोकने का माध्यम बन सकता है। शिक्षा ही जीवन में नकारात्मकता को दूर करती है। और अच्छे सदगुणों का जीवन में विकास करती है। महिला हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो समाज के हर क्षेत्र फैली है। यह एक ऐसी समस्या है  । जो महिलाओं के शारारिक, मानसिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है इस हिंसा को रोकने के लिये हम सबको सकारात्मक कदम उठाने होंगे।  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के प्रतिनिधि ऐसे स्थानों पर जाकर जहाँ जीवन की हर आवश्यकता का आभाव हो उन महिलाओं के सकल उत्थान के लिये महिला...