आत्मनिर्भरता का निर्माण: सिलाई कौशल के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सतत रूप से महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम किए जाते रहते हैं। संस्था द्वारा इन सभी कार्यों में महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाया जाता है। वह उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाता है। इसमें जरूरत मंद महिलाओं को सर्वे किया जाता है जिसमें 30 से 35 महिलाओं का एक समूह बनाया जाता है। उसके बाद साक्षात्कार करके उनके विचार में गतिविधि पूछ कर आर्थिक गतिविधि से जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया जाता है। शहर के पास में लामाना गांव में संस्था द्वारा सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें महिलाओं से संबंधित व बच्चों के कपड़े सिलना शामिल है। यह कार्यक्रम 90 दिवस का होता है जिसमें प्रत्येक दिन 8 घंटे उनके साथ मौखिक में व्यावहारिक कार्य किए जाते हैं ताकि इस गतिविधि को सीखकर यह सभी अपनी आर्थिक जीवन नैया को आसानी पूर्वक चला सके।


इसमें सिलाई से संबंधित सभी बातें उनको बताई जाती है। जैसे सुईयों के प्रकार, उनके नंबर, कपड़ों के विभिन्न प्रकार, सिलाई के तरीके, इससे संबंधित सभी उपकरण के बारे में विस्तृत रूप से बताया जाता है। वह इसके कार्य जैसे धागा भरना, तुरपन, बखियां, गोट लगाना, सीधी सिलाई, चौरस सिलाई, उलटकर सिलाई, रफू करना, पैबंद लगाना, काज, बटन लगाना आदि काम भी दिन प्रतिदिन बताए व समझाए जाते हैं। अपने उपकरण और समस्त सामग्री की इसमें जानकारी होना अति आवश्यक है। संस्था के बेहद कुशल मास्टर ट्रेनर द्वारा इनको यह कार्य सिखाया जाता है और सभी को गुणवत्ता के साथ परिष्कृत किया जाता है जिससे यह सभी महिलाएं एक कुशल कारीगर बन सके।


इस कार्यक्रम में महिलाओं को बहुत से वस्त्र बनाना इसमें ब्लाउज, पेटीकोट, लहंगा, सलवार, सूट, कुर्ती, चोली, चुंनिया और दुपट्टे , गाउन व बच्चों के कपड़े आदि बनाना सिखाया जाता है। इनमें आधुनिक वह परंपरागत दोनों तरीकों से वस्त्र बनाना सिखाया जाता है। इसके साथ ही सभी महिलाओं के साथ जीवन कौशल, उद्यमिता विकास प्रशिक्षण, व खेल कूद, मनोरंजन, प्रदर्शनी कार्यक्रम किए जाते हैं जो सभी आर्थिक गतिविधियों को दर्शाते हुए उनका उत्साहवर्धन करते हैं। यह सभी कार्यों के द्वारा उनकी उन्नति की राह दिखाते हुए उन्हें आर्थिक दुनिया से अवगत कराते हैं।


प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सभी को संस्था प्रमाण पत्र वितरण करती है जिससे यह सभी महिलाएं भविष्य में अपना कार्य प्रारंभ कर अपनी आथिर्क गतिविधियों को आगे बढ़ा सकती है। आजकल इस युग में कई महिलाएं इस कार्य को अपना कर अपना जीवन हंसी खुशी से बिता रही है। यह महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करता है और उनके विकास में आ रही बढ़ाएं भी दूर करता है।


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का उद्देश्य यही है। कि समाज में सभी को समानता का अधिकार करें। महिला भी हर कार्य में आगे आए। व देश और समाज की तरक्की में अपना योगदान दे। उसने आत्मविश्वास की वृद्धि हो और अपना भविष्य को वो सशक्त बनाएं।

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