विकलांगता को समर्थन - राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की सामाजिक और शारीरिक गतिविधियां
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के द्वारा गांव में विकलांग व्यक्तियों के साथ विभिन्न कार्यक्रम करवाए जाते हैं। इसमें शारीरिक रूप से सक्षम बच्चों के साथ कई गतिविधियां कराई जाती है, जिसमें सर्वप्रथम अन्वेषण किया जाता है। फिर उनके साथ व्यवहारिक होकर उनसे चर्चा की जाती है जिसमें उनकी जगह नाम भाषा अभिरुचि की जानकारी ली जाती है। जब व्यक्ति स्वतंत्राओं के घुल मिल जाता है तब उसके बाद उसके संग खेल को मनोरंजन चर्चाएं यह कार्यक्रम किए जाते हैं। इसमें उनके संग खेल खिलानाखेल के माध्यम से कौशल विकास करना, उनका आत्मविश्वास जगाना उन्हें कहीं घूमने हेतु ले जाना प्रकृति के सभी विषयों के बारे में जानकारी देना, स्वच्छता विश्वास के संबंध विस्तार पूर्वक बताना जल के साथ कार्यक्रम करना, शिक्षा, संबंधीय ज्ञान या बातों का विस्तार करना इसमें शामिल है।
विकलांग व्यक्तियों को वो अक्सर नहीं मिलते जो सक्षम व्यक्तियों को मिलते हैं, लेकिन जैसा कहा जाता है। आप कभी भी अपनी तीव्र इच्छा को बहुत लंबे समय तक दबाकर नहीं रख सकते। आप जो जीवन में हासिल करना चाहते हैं, उसमें बाधाएं अवश्य आती है और आप उन बाधाओं को दूर कर सकते हैं हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो रूढ़िवादिता को तोडेंगे और जो धारा के विपरीत जाएंगे वो जीवन में कुछ साधारण हासिल करेंगे। इस कार्य से संस्था उनका एक मार्ग प्रशस्त करती है और परंपरागत रूढ़िवादिता को तोड़कर उनके लिए कुछ मुकाम हासिल करती है। इस कार्य में संस्था कई गतिविधियों को शामिल करती है जिससे उनकी संकीर्णता का विकास हो सके। इससे उनमें आत्मविश्वास जागता है। उनकी मनोदशा स्थिति सुधरती है व अवसाद की स्थिति से दूर होते हैं।
यह समस्त गतिविधियां विकलांग व्यक्ति के समाजिक शारीरिक संज्ञानात्मक और भावनात्मक कल्याण को बेहतर बनाने में मदद करती है। विकासात्मक विकलांगता वाले लोग दर्जनों रचनात्मक गतिविधियों के लिए खुले हैं जो उनकी संज्ञानात्मक सोच को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। इनमें खेल और संज्ञानात्मक गतिविधियां दोनों शाम है वह मानसिक रूप से विकलांग व्यस्कों के लिए गतिविधियां उन्हें समाज का हिस्सा बनाने में और उनकी मानसिक भावनात्मक जीवन में सुधार करने की अनुमति देती है।
विकास संबंधी विकलांगताऐ विरोधाभवासी रूप से मानसिक रूप से विकलांग लोगों को कला की दुनिया में अधिक रचनात्मक रूप से उतरने की अनुमति देता है। विकलांग व्यस्कों के लिए शीषऺ सर्वोत्तम कला आउटडोर गतिविधियां हैं। इससे हम चित्रकला, गहने बनाना, औरोगेमी बनाना, संगीत वाद्य यंत्र बजाना, खाना बनाना, बागवानी, खेल आदि हैं। उनके साथ विकलांगता हेतु उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाता है। जैसे खड़े होकर कार्य करवाना, व्हीलचेयर बास्केटबॉल खेलना, बैठे हुए घुटनों को ऊपर उठाना, बैठा हुआ टाईसेप डिप्स करना, सीटेड शोल्डर प्रेस करना, रिवर्स क्रंचेज कराना, रेजिस्टेस बेड लैग प्रेस करवाना आदि गतिविधियों से उनकी मांसपेशियों को सुद्वढ़ कर कार्य करने योग्य बनाया जाता है।
आसमान छूना इतना आसान नहीं लेकिन कोशिश करें अगर इंसान तो वह भी कर सकता है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का मानना है। सभी को खुला आकाश मिले जहां पर वह अपनी सफलता की उड़ान भर सके और अपने सपनों का जहां पा सके।
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