संस्कार शिक्षा व्यवहार परिवर्तन कार्यक्रम
शिक्षा मानव व्यवहार परिवर्तन करने का सबसे बड़ा अंग है। शिक्षा से ही ज्ञान, कर्म, श्रद्धा प्राप्त होती है। जो उनके जीवन में बदलाव लाती है। शिक्षा जीवन का अनमोल उपहार है। जो वयक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देती है। और संस्कार जीवन का सार है। अगर आपके संस्कार सही है तो आपकी शिक्षा भी सही दिशा में जाएगी हमारा दायित्व है समाज की इस बढ़ती युवा पीढ़ी को सही मार्ग दिखाए। ताकि आने कल अच्छा हो , स्कूल में शिक्षा व् घर पर संस्कारो को लेकर उनके साथ रोजाना बातचीत की जाये तो बच्चे स्वयं ही नैतिक मूल्य व् संस्कारो के प्रति सजग रहेंगे। जिस से हमारा दायित्व भी पूरा हो जायेगा।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्व्रारा सहर के स्लम भागो में , झुगी - झोपड़ियों इलाके , कच्ची बस्तियों में गरीब बच्चो के साथ संस्कार शिक्षा व् व्यवहार परिवर्तन पर कार्यक्रम में साँप - सीढ़ी गेम के माध्यम से इस विषये पर बच्चो को पूर्ण जानकारियाँ दी जाती है। जिस से उनका मानसिक विकास बढ़े। और उनकी बौद्धिक समताये भी विकसित हो सके। यह नैतिक विकास करता है व् हमारी सोच में सही गलत को जानने , पहचानने, की समताये विकसित करता है। इस से ईमानदारी, निष्ठा, करुणा,संम्मान, और सहानुभूति जैसे गुणों को विकसित करता है। शिक्षा मानवीय सम्पदा में वृद्धि करती है। और सभी को समृद्धि की राह प्रशस्त करती है। शिक्षा मानव विकास की मुलभुत आवश्यकता है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का यही उदेश्य है समाज में इन पिछड़े गरीब बच्चो को भी शिक्षा का समान अवसर प्राप्त हो , यह भी मानवीय जीवन की परिकल्पना को समझते हुए आदर्श सकारात्मक पूर्ण व्यवहार का चयन करे , जिससे उनका जीवन उज्जवल और सार्थक बन सके। और हमारा समाज विकसित हो सके। शिक्षा उन में नेतृत्व की भावना का भी विकास करती है। जिस से उनको सही निर्णय लेने कोई परेशानियाँ नहीं आती है। बच्चों की मुस्कुराहटें यह बया करती है की हां वास्तविक रूप से हमे शिक्षा रूपी ज्ञान का अर्जन करना चाहिए ताकि हम आगे जाकर भविष्य में कुछ कर सके या बन सके और हमारा कौशल भी दुनिया के सामने आ सके। यह हमे सशक्तिकरण की प्रबल राह दिखाता है।
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