वृक्षारोपण: ग्रामीण जीवन और पर्यावरण के लिए एक प्रेरणा


मेरा नाम रामलाल है ! मैं पिचौलिया ग्राम की एक ढाणी में रहता हूँ ! गरीबी के कारण मैं अपने खेत के चारों तरफ बाड़बंदी करवाने मैं असमर्थ हूँ ! जैसे तैसे मिटटी कार्य से अपनी खेत का बचाव करता हूँ ! और खेत से प्राप्त उपज से अपना जीवन गुजर बसर करता हूँ ! फिर एक दिन हमारे गांव में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान से कुछ प्रतिनिधि आये ! उन्होंने पर्यावरण संरक्षण हेतु हमारे गांव में सर्वे किया जिसमे मेरा नाम भी उन्होंने अंकित किया ! उन्होंने मेरे खेत का मौका मुआयना किया ! फिर मुझे वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित भी किया ! उनकी यह बात मेरे हृदय को छू गई ! इस बात के 2 सप्ताह बाद वह पुनः हमारे गांव में आये ! और पौधो ,पेड़ ,खाद का वितरण किया ! जिसको पाकर समस्त काश्तकार प्रसन्न व् खुश थे ! 


इस कार्यक्रम के बाद मैंने अपने खेत के चारों तरफ 5-5 फ़ीट की दूरी पर बाड़ेबंदी के किनारे यह पेड़ पौधे लगाए व् जानवरों से बचाव हेतु इसके आस-पास कांटे व् लकड़ियों का घेरा बनाकर इनको सुरक्षा प्रदान की ! जिससे इनकी वृद्धि में किसी प्रकार से कोई बाधा न उत्पन हो पाये ! फिर दिन प्रतिदिन मैं उनको खाद पानी देने लगा शन्ने शन्ने इस पौधों का विकास बढ़ता गया !अब करीब 5 से 6 फ़ीट के यह पौधे बड़े हो गए ! और इसे देखकर मेरा मन बहुत खुश है ! इन वृक्षों के कारण अब मुझे बाड़बंदी काम करनी पड़ेगी , जानवरों के खेतों का बचाव हो सकेंगा , वर्ष में मुझे इनसे फल भी प्राप्त होंगे, मिटटी का कटाव व् बहाव मेरे खेत में नहीं हो सकेंगा, छाया मिलेगी व् स्वच्छ वायु का प्रवाह निरंतर बना रहेगा ! 


वास्तव में मानवीय द्रष्टि पटल से अगर देखा जाये तो संस्था द्वारा किये जाने वाला ये कार्य इंसानो, पर्यावरण, वातावरण, जींव जंतु व् सभी मानवीय प्रजाति के लिए बहुत लाभदायक व् प्रेरणा स्रोत कार्य सिद्ध होगा ! जो जीवन संचार वृद्धि में काफी सहायक होगा ! जिस तरह संस्था का यह कार्य गांव गांव चलाया जा रहा है अगर सम्पूर्ण भारत के सभी लोगों द्वारा इस कार्य में सहयोग किया जाये ! बेशक हम अपने पर्यावरण के उस बिगड़े स्वरुप को पुनः प्राप्त कर सकते है ! इसके लिए दृढ़ इच्छा व् मानवीय संकल्प का होना का होना अति आवश्यक है ! तब इस सपने को हम साकार कर पाएंगे ! व् हरी भरी धरती को पुनः पा सकेंगे ! इस कार्य के लिए हमे प्रतिबद्व होना पड़ेगा ! मात्र बोलने, कागजों में कहने,भाषण अभिव्यक्ति से हम इसका स्वरुप नहीं पा सकते है ! परन्तु दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं जो मानवीय सोच व् क्ष्रम से न किया जा सके ! इस नेक प्रेरणा दायी कार्य के लिए हम सभी ग्रामीण वासी व् काश्तकार तहेदिल से संस्था का आभार प्रकट करते है !

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