"सकारात्मक दृष्टिकोण: महिलाओं के व्यवसाय में आत्मविश्वास की वृद्धि"

जीवन में एक सरलता प्राप्त करने के लिए हमारा किसी भी कार्य में कुशल होना अति आवश्यक है ! कोई भी कार्य उसकी निपुणता के बगैर करना संभव नहीं है इसके अभाव में मानव एक निष्क्रिय जीव है जो केवल अपना भरण पोषण कर जीवन व्यतीत करता है वही बात किसी भी समाज को उन्नति का मार्ग दिखाती है ! और विकास को तेजी से आगे लाती है ! जिसके उदाहरण हमारे विश्व की महाशक्तियां है जो सभी अपने कार्य में पूर्ण दक्ष है और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत्र है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अनेकों गांव में महिला सम्बन्धी जीवन कौशल व् उद्यमिता विकास कार्यक्रम में सभी को इस विषय में गहनतम जानकारियाँ दी जा रही है ! जिसमे महिला सशक्तिकरण के मध्य नजर उनको कार्यों का वर्गीकरण व् उसकी कार्य विधि के बारे में समझाया जाता है ! 


यह जरुरी नहीं के हम कोई बड़ा कार्य करने के पश्च्यात ये विकास की दर को आगे बड़ा सकते है ! हमारे पास मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके भी हम उसे उन्नत बना सकते है और अपने कार्य को धीरे धीरे आगे बड़ा सकते है ! आपकी मेहनत हमेशा रंग लाएगी हमे हमारा दृष्टिकोण विशाल बनाना होगा तभी हम अपने आस पास की वस्तुओ पर अपना ध्यान केंद्रित कर पाएंगे ! ग्रामीण महिलाओं के लिए कृषि व् पशुपालन साधन अपनाये जाते है ! यदि सही प्रकार क्रमबंध तरीके से यह कार्य किया जाते तो अवश्य लाभ देता है !


मेरा नाम अंजना है ! मैंने जब यह कार्यक्रम अपने गांव में होता देखा तो मैंने भी इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त किया ! संस्था द्वारा हमे विभिन्न माध्यमो से इस विषय पर  सूक्ष्म से सूक्ष्म जानकारियाँ बहुत सी गतिविधियों के माध्यम से हमे दी गई ! जिसमे साँप सीडी खेल, रसाकस्सी , गिलास गेम, रस्सी क्रॉस गेम , बिल्डिंग बनाना , रेस, तर्क शक्ति , स्मरण शक्ति प्रश्नोत्तरी , त्रिपाल गेम , चार्ट रैली , सेल्फी , जैसे गेम और बहुत सारी गतिविधियाँ शामिल थी ! इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओ में व्याप्त मानसिक संकीर्णताओ को दूर करके कार्य की वृह्दता को समझना और अपने सकारात्मक दृष्टिकोण के जरिये सम्पादित करता है !


यह कार्यक्रम मुझे बहुत अच्छा लगा और अब मै भी अपने बकरीपालन व्यवसाय को बढ़ाऊगी और कुछ अपने लिए भी करके इस समाज को व् अपने गांव को बता दूँगी की आज की महिला को किसी आसरे की जरुरत नहीं अगर वो चाहें तो दूसरों की तरह वो खुद को भी व्यवसाय स्थापित कर स्वयं आर्थिक गतिविधियो का संचालन कर सकती है ! संस्था द्वारा कराये गए इस कार्यक्रम का हम ह्रदय से धन्यवाद प्रस्तुत करते है !  

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