"सशक्त महिला, सशक्त समाज: संस्थान के माध्यम से महिला उद्यमिता का विकास"
मेरा नाम रामावतार है में पुष्कर के नजदीक नाँद गांव में ग्राम सेवक के पद पर कार्यरत हूँ ! वैसे तो ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओ के लिए बहुत सारे कार्यक्रम पंचायत भवन पर किये जाते है ! परन्तु यह कार्यक्रम तक ही सिमित रह जाते है यह आगे गति या प्रगति नहीं कर पाते है ! कही तो अवसरों की कमी होती है तो कभी जानकारियों का सटीक अभाव होता है ! और कभी कभी हमे साधन उपलब्ध नहीं हो पाते है ! परन्तु इस मिथ्या को राजस्थान समग्र कल्याण संस्थांन द्वारा सिरे से समाप्त कर दिया गया ! कुछ समय पूर्व ही संस्था द्वारा हमारे पंचायत भवन में महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम एक बड़े पैमाने पर किया गया ! जिसमे गांव की लगभग 200 महिलाओ के उत्थान हेतु विभिन्न तरह की गतिविधियो को इसमें शामिल किया गया ! जिसमे इन महिलाओ का रुझान व् रूचि बढ़े और वो भी जिंदगी में किसी आर्थिक गतिविधी को अपनाकर अपने जीवन को यथासंभव सुव्यवस्थित कर सुचारु रूप से संचालन कर सके !
हमारे ग्रामीण भारत में ऐसे नाना प्रकार के लघु व् कुटीर उद्योग है जिनको अपनाकर हम एक अच्छे से जीवन को संचालित कर सकते है परन्तु जानकारियों का अभाव अक्सर नगण्यता को जनम देता है संस्था द्वारा इन महिलाओ को हर विषय की सूक्ष्म से सूक्ष्मं गहनतापूर्वक जानकारी दी जाती है ! जिसमे इन ग्रामीण महिलाओ को इसका लाभ प्राप्त होता है ! कभी कभी सामाजिक प्ररिप्रेक्ष्य व् समाज की कुरीतियाँ घर की चौखट महिलाओं को लांघने नहीं देती है ! जिसका परिणाम आर्थिक खाई को और पाटता चला जाता है ! यहाँ संस्था एक ससक्त माध्यम को प्रस्तुत करती है जो इन सबका सहयोग देती है ! यहाँ साधन , संसाधन ,बैंक ऋण , आर्थिक संचालन व् गतिविधियों और उनसे सम्बन्धित सभी जानकारिया समाहित होती है जो इनको अपने घर में रहते कभी प्राप्त नहीं हो सकती है !
उद्यमिता प्राप्त करने के लिए एक मंच का होना बहुत जरुरी है जो समस्त जानकारियों को एक जगह उपलब्ध करवा सके ! यह सभी तब ही संभव हो पता है जब इसे रचनात्मक रूप से क्रमबद्ध तरीके से किया जाए ! तभी व्यक्ति उस कार्य को अपनाकर आगे बढ़ सकता है ! संस्था वास्तव में इस कार्यक्रम के माध्यम इन ग्रामीण महिलाओ का सशक्तिकरण कर उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है यदि यह कार्य अपना साकार रूप प्राप्त कर ले तो पुनः हमारे लघु व् कुटीर उद्योगों का विकास होने लगेगा और पुनः सशक्त ग्रामीण भारत के जीवन का हमारा सपना भी साकार होने लगेगा !
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