"शिक्षा से सशक्तिकरण : सकारात्मकता और प्रतिभा का विकास"
गुरु से हमे जीवन का सशक्त मार्ग मिलता है गुरु हमे शिक्षा के साथ बहुत सी बातों पर हमारा ध्यान केन्द्रित करते है ! जिसके माध्यम से हमें लक्ष्य प्राप्ति करने में सहायता मिलती है ! इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान , अजमेर की और से चलाया जा रही है ! इसी पाठशाला के सभी अद्यापिकाओ के साथ टी एल एम कार्यक्रम किया जाता है ! जिसका उद्देश्य पाठशाला में आये हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है ! जो उनको वहां रहकर विभिन्न माध्यमो के जरिये बताया जाता है ! और सकारात्मक विचारों से अवगत कराया जाता है ! पाठशाला चलाने का उद्देश्य मात्रा शिक्षा नहीं अपितु समस्त विषयों के ज्ञान को समाहित वरना भी है ! यह सफल जीवन यापन के लिए आवश्यक है ! जो सही दृश्टिकोण प्रदान करता है ! और विषय वस्तु को समझने की शक्ति भी हमें मिलती है !
इस कार्यक्रम में अद्यापिकाओ को पोस्टर, चार्ट, सेल्फी, रैली, अभिभाषण, अभिव्यक्ति, गायन, मंथन, खेलकूद, प्रतियोगिताएँ, बौद्धिक क्षमता प्रशिक्षण, प्रशनोत्तरी, गुणनफल, सामान्य ज्ञान, सवाल-जवाब आदि के द्वारा बच्चों को एक उत्साह ज्ञान उत्पन्न किया जाता है ! जो उसे जागरूक व् स्फूर्ति प्रदान करने सहयोग करता है ! सांसारिक बातें सोचने मात्र से नहीं वरन उसे करने पूर्ण होती है ! हर व्यक्ति में एक विशेषता जन्मजात होती है ! जो उसे एक नया स्थान प्रदान करती है ! उसकी इसी प्रतिभा को निखारना संस्था के पाठशाला कार्यक्रम में किया जाता है ! हर बच्चे सजग और होशियार नहीं होते है हम उनकी शर्म, झिझक , को दूर करके उन्हें मंच तक आने को प्रेरित करते है जिससे वह अपना स्थान भी कायम कर सके और आगे बढ़ सके !
केवल शिक्षा से सर्वांगीण विकास संभव नहीं होता है समस्त विषयों का ज्ञान होना भी बहुत जरुरी है व् इसके साथ विभिन्न माध्यमो से अपनी कला दुसरो तक पहुंचाने के बाद ही अच्छे बुरे का ज्ञान हो पाता है ! श्रेष्ठम व्यक्ति अपने बल पर अपनी राह स्वय चुनता है ! जबकि लाचार व् असहाय को हम अद्यापकों द्वारा उन्हें सही मार्ग प्रशस्त करवाया जाता है ! बच्चे वो गीली मिट्टी है जिन्हे हम जिस आकर में ढाले व् उसमे ढल जाते है ! यही वक़्त उनके बनने और बिगड़ने का होता है ! एक बार आकार लेने के बाद फिर वो उस बताये मार्ग पर ही चलता है जो उसे संस्कार के तौर पर प्राप्त होता है ! बच्चों के लिए शिक्षा व् संस्कार का विषय उन्हें सफल व्यक्तित्व का धनी बनाते है ! किसी भी कार्य को क्रमवत रूप में करने पर उसका परिणाम हमेशा सुखद रूप में प्राप्त होता है ! इसलिए यहाँ इस अद्यापको का प्रशिक्षण करवा कर उन्हें आगे के लिए सशक्त बनाया जाता है ! ताकि वे भी इन बच्चो को अच्छी शिक्षा प्रदान कर इनका भविष्य मजबूत बनाने की प्रेरणा इन्हे दे जो उसके लिए व् समाज और देश के विकास में वह सभी मिलकर अपना सहयोग दे सके ! पाठशाला अपने सिद्धांतो के अनुरूप ही कार्य कर रही है ! और सफलताओं के सोपान को पार कर पा रही है !
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