यौन प्रजनन स्वास्थ्य व् स्वस्थ मासिक धर्म स्वास्थ्य कार्यक्रम
यौन प्रजनन स्वास्थ्य शब्द को एक व्यक्ति के स्वास्थ्य शरीर के अधिकार के रूप में परिभाषित किया जा सकता है ! स्वायत्तता ,शिक्षा ,और स्वास्थ्य सेवा यह तय करने के लिए की किसके साथ यौन सम्बन्ध बनाना है ! और यौन संचारित संक्रमणों या अनअपेक्षित गर्भावस्था से बचने के लियें ज्ञान और स्वास्थ सेवा उत्पाद है यौन स्वास्थ्य समग्र स्वास्थ और कल्याण का अभिन्न अंग है ! यह सुनिश्चित करता है की लोगो को बिना किसी भेदभाव के दवाब या स्वास्थ्य जोखिम के सुखद और सुरक्षित यौन अनुभव मिल सके !
यौन और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओ तक पहुंच लोगो को इस अधिकार का प्रयोग करने में सक्षम बनती है ! यौन और प्रजनन स्वास्थ्य सेवा प्रजनन प्रणाली से सम्बंधित चिकित्सा देखभाल के रूप में ले सकती है ! उदहारण के लिए यौन संचारित संक्रमण का इलाज करना या देशी सेवाएं जो गर्भ देखभाल के प्रावधान के साथ प्रजनन विकल्प का समर्थन करती है !
इसी तरह मासिक धर्म योनि से होने वाला रक्तस्राव है ! जो महीने में एक बार होता है यह मासिक धर्म चक्र का एक सामान्य हिस्सा है ! इसे मासिक धर्म के रूप में भी जाना जाता है ! मासिक धर्म आम तौर पर 21 से 35 दिनों के अंतराल पर आते है ! यह तब होता है जब शरीर की परत को हटाता है ! और मासिक धर्म का रक्त गर्भाशय ग्रीवा और योनि के माध्यम से बहता और अंत में शरीर से बाहर निकल जाता है ! जयादातर महिलाओ के लिए मासिक धर्म चक्र हर महीने तीन से पांच दिनों तक रहता है !
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा जिले के हर सरकारी स्कूलों में छात्राओं के साथ यह कार्यक्रम किये जाते है ! इसमें बालिकाओ को यौन प्रजनन और मासिक धर्म सम्बन्धी बहुत विस्तृत जानकारी दी जाती है ! जिसमे उनको शारारिक स्वास्थ्य का लाभ पूर्णता प्राप्त हो आज भी हमारे देश में इस विषय पर बात करने में शर्म , झिझक ,कुरीतियों का माहौल बना हुआ है ! जिसे काफी हद तक दूर करने का प्रयास भारत सरकार व् समस्त गैर सरकारी संस्थानों द्वारा किया जा रहा है ! जिसमे बढ़ती उम्र की बालिकाओ में किसी प्रकार की शारारिक विकृति न उत्पन हो सके व् मासिक धर्म स्वास्थ्य चक्र के समय उन्हें हाइजीन रह सके और बीमारियों से अपना बचाव कर सके ! संस्थान द्वारा किया जाने वाला यह कार्य बढ़ती उम्र की इस बालिकाओं के लिए उपयोगी सिद्द हो रहा है !
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