संस्थान का योगदान: पर्यावरण संरक्षण के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की प्रेरणादायक पहल


मेरा नाम गीतांजली शर्मा है मैं अजमेर में ही निवास करती हूँ और पर्यावरण से बहुत अधिक प्रेम करती हूँ एक दिन मिडिया पर मैंने राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का सेव द बर्ड्स प्रोजेक्ट देखा ! जिसमे कैसे एक विलुप्त हो रही एक नन्ही सी चिड़िया को बचाने का एक वृह्द कार्य इसके द्वारा किया जा रहा है ! ताकि हम अपने आस पास रहने वाली बयां पक्षी को बचा सके ! हमारे मानवीय दुष्टपरिणामों की वजह से और जटिल वातावरण बदलाव के कारण यह जाति अब संकटग्रस्त हो रही है ! अंत इस जीव के पुनः बचाने के लिए मानवीय सहयोग का होना अति आवश्यक है ! तभी हम दुनिया में विलुप्त हो रहे जीव को बचा पाएंगे !


फिर मैंने संस्था के ऑफिस से संपर्क किया और इस विषय पर संस्था प्रतिनिधियों से जानकारियां प्राप्त की ! उनके द्वारा मुझे इस पक्षी के जीवन चक्र के बारे में सविस्तार समझाया गया ! सभी जानकारिया प्राप्त कर मैंने उनसे 1 चिड़ियाघर व् फीडर प्राप्त किया ! जिसको मैंने अपने घर पर बगीचे में ऊपर छायादार स्थान पर लगाया ताकि यह पक्षी आकर अपने घोंसले का निर्माण करे व् इस जीवन चक्र की शृंखला को आगे बढ़ाये !


इसके कुछ समय पश्च्यात उस चिड़ियाघर में बयां के जोड़े ने अंडे दिये जिसके कुछ सप्ताह बाद उसमे से बच्चे निकले ! उनकी चहचाहट  से हमारा पूरा आँगन चहकने लगा ! और हमारे परिवार के सभी सदस्य भी इस बात से खुश थे ! यह सभी देखकर मेरे मन को बहुत ख़ुशी मिली और मेने भी मन ही मन यह प्रण किया की मैं भी इसके सरक्षण में अपना योगदान दूँगी और इस पर्यावरण को पुनः स्वच्छ व् परिपूर्ण करने में सहयोग सहयोग करुँगी ! 


बाद में मेरे मित्रों, पड़ोसियो, रिश्तेदारों को व् ऑफिस के सभी जान पहचान वाले कर्मचारियों को इस विषय में बताकर जागरूक किया और पर्यावरण बचाव व् जीव रक्षा के बारे में सहयोग की उनसे अपेक्षाएं की ! मुझे अपने विचारों के अनुरूप प्रतिकिर्या देखने को मिली ! अब हम सभी संस्था के द्वारा बताये गए सभी साधनो का प्रयोग कर रहे है जिससे यह जीव की जाति को इस पृथ्वी पर पूर्ण रूप से संरक्षित किया जा सके ! 


वास्तव में संस्था द्वारा किया गया यह कार्य पर्यावरण, समाज, देश, विश्व, व् सभी इंसांनो के लिए एक प्रेरणा स्रोत कार्य है ! जिसे करके हम मानसिक संतुष्टि के अलावा किसी जीव जाति को इस पृथ्वी पर रक्षा व् सुरक्षा का दायित्व स्वय निभा सकते है !  

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