अनुशासन , शिक्षा व् संस्कार मानव लक्ष्य प्राप्ति के साधन
अनुशासन, शिक्षा व् संस्कार ये वो इंसानी विशेषता है जो व्यक्ति विशेष को भीड़ से अलग स्थान प्रदान करती है !जो सकारात्मकता की ऊर्जा भर के जीवन को अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने में अति सहायक सिद्ध होती है ! यह कुशल दृश्टिकोण देकर हमे सफल संचालक बनती है ! साथ ही समाज में हमारा स्थान भी स्थापित करती है ! शिक्षा से अनुशासन प्राप्त होता है जो जीवन को सुव्यवस्ठित व् सयमित बनता है ! जबकि हमारे संस्कार हमारे व्यक्तित्व को प्रदर्शित करते है ! इसमें बहुत सी बाते समाहित होती है जो आपका आचरण , आपकी भाषा आपकी संजीदगी, व् सादगी, बड़ो का आदर, छोटो से प्यार, जीवों पर दया, साफ व् स्वच्छ रहना, मिलनसार होना,व् शिक्षाप्रद अध्ययन सामग्री का पठन करना, स्मरण करना जैसी बहुत सी बाते विद्यमान है !
शिक्षा सबको प्राप्त करनी चाहिए यह विषय को समझने, जानने, व् पहचानने में मदद करती है ! सफलताओं के सोपान को मार्गदर्शित करती है व् एक विशेष पहचान देती है जिसमे हमारी पहचान इस समाज स्थापित होती है ! शिक्षा हमे अनुशासित करती है और यही हमे अनुशासन का बोध करवाती है ! अनुशासन का तात्पर्य किसी भी कार्य को क्रमबद्ध रूप में सरलता से करना अनुशासन होता है ! जिसमे किसी को कोई परेशानी नहीं होती है ! एक अनुशासित व्यक्ति जीवन में बहुत से विषयों का ज्ञान खुद में समेटे रहता है ! जबकि एक अनुशासित व्यक्ति बिना मार्ग के अपनी मंजिले खोजता रहता है ! जो उसे उस व्यक्ति को अमर्यादित कर जीवन का सार समाप्त कर देती है
संस्कार मानव की वो विशेषता है जो उसको उसके परिवार, माता पिता, अध्यापक या मित्र से प्राप्त होते है ! जो मर्यादित हो , आदर्शित हो, नेक हो , सम्मानीय हो और समस्त इंसानी गुण जिस में निहित हो वो संस्कार है ! मानव जाति के कल्याण में संस्कारो का महत्वपूर्ण जिक्र होता है जो इंसान संस्कारो के जरिये कोई भी कार्य करता है उसे उसको हमेशा सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है ! यही तीनो भावनाये एक इंसान की विशेषता है जो उसे पृथ्वी से अन्य जीवों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ रूप में स्थापित करती है और समाज को विकास की गति प्रदान करने में सहायता देती है एक सभ्य समाज के निर्माण में वह के शिक्षित , अनुशासित , व् संस्कारी इंसानो का अहम् योगदान होता है ! जो उसको विशेष रूप से वर्गीकृत करता है ! और इस धरती के पटल पर हमारा निर्णायक स्थान प्रदान करता है ! जिसके जीवन मई यह तीनो गुण नहीं है उसका जीवन और भविष्य सदा अंधकारमय रूप में गुजरता है ! इसलिए हमे अपना इंसानी गुण बरक़रार रखना चाहिये ! और सभी को सही आदर्शों के प्रति कार्य करना चाहिये ! संस्था इस कार्य में अपना विशेष योगदान देती है और समाज के विकास में अपना सहयोग देती है !
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