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श्मशान भूमि विकास हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम

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  हमारी धरती के सभी जीव जंतु व् सभी संसाधनों की रक्षा व् उनकी वर्द्धि में सहयोग करना हर मानव का कर्तव्य है ! यह हमे मानवता का पाठ सिखाती है और समाज व् देश को पिछड़ेपन की अवस्था से उबारने का कार्य करती है ! जिसका लाभ समाज के सभी वर्गो को प्राप्त हो ! हमारी प्रकर्ति भगवान का दिया हमको एक अमूल्य उपहार है ! जिन्हें हम अपने जीवन के कार्यों में काम लेते है कही न कही इस धरती पर एक दूसरे की मदद करना हमें इंसानियत व् मानवता सिखाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा पर्यावरण विषय पर बहुत सारे कार्यक्रम किये जाते है ! जिसे खाद बीज वितरण , फलदार पौधों का वितरण व् वर्मी कम्पोस्ट का वितरण , पेड़ो का वितरण , किसान सहयोग कार्यक्रम , फूलों के पौधों का वितरण व् बच्चों के साथ पर्यावरण के सभी संजीदा विषयों पर संस्था सफलतापूर्वक कार्य करती है ! ग्रामीण जीवन क्षेत्रों में कई संस्थानों में पेड़ लगाने का पावन कार्य किया है ! जो सबको जीवन देते है ! संस्था द्वारा स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, पंचायत, ग्राम पंचायत, श्मशान भूमि, गोचर भूमि व् सड़क के किनारे वाली जगहों पर वृक्ष लगवायें जाते है ! जो हमें श

"गरीबी और असमानता: एक सामाजिक चुनौती"

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ग रीबी, भूख,लाचारी वो अहसास है जो व्यक्ति को मृत्यु का ग्रास बनने पर मजबूर कर देती है इंसान को विवशता इतना लाचार व् असहाय बना देती है की वो समाज में वो मदद मांगने का पात्र बन जाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसे ही समाज के अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि को संस्था द्वारा राशन सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! जो उनको खाद्य प्रदार्थ व् रसोईघर के खाने योग्य सभी सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! यह समस्त सामग्री उन्हें प्रोटीन व् विटामिन प्रदान करती है ! जो उनके स्वास्थ्य वर्द्धि में उन्हें सहायता प्रदानं करती है ! और अपने भरण पोषण हेतु सक्षम बनाती है ! व् जीवन को संचालित करने की प्रेरणा और साहस देती है !  संस्था जब गांव गांव जाती है तो घूम घूमकर ऐसे व्यक्तियों का चयन किया जाता है जो वास्तविक रूप से मदद के हकदार और समाज से वंचित व् निराश्रित होते है ! इनमे अधिकतर अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि होते है इन व्यक्तियों में कभी कभी हीन भावना का विकास हो जाता है जिसके फलस्वरूप यह अपना विकास नहीं कर पाते है ! और समाज में पि

"महिलाओं में उद्यमिता: आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम व कुटीर उद्योगों का भविष्य "

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जीवन में धन अर्जित करना व् जीवन का सुव्यवस्थित संचालन करना अतिआवश्यक है इसके लिए किसी कार्य का होना व् उसमे निपुणता हासिल करना जरुरी होता है यह जरुरी नहीं पूर्ण शिक्षा के बाद ही कोई काम कर सकता है जो काम पड़े लिखे है वो भी अपने छोटे मोटे कार्य को कर के अच्छा धन अर्जन कर सकते है यह छोटे उद्योग हमे अच्छा धन मुनाफा प्रदान करते है ये कई तरह के होते है कुछ हाथ करघा उद्योग होते है तो कुछ पशुपालन सम्बन्धी तो कई कृषि सम्बन्धी होते है इन्हे सफलतापूर्वक जीवन में संचालित करना ही उद्यमिता कहलाया जाता है ! एक कुशल व्यक्ति अपने कुशल नेतृत्व के जरिये अपने छोटे से व्यवसाय को और भी बड़ा कर सकता है ! यही सफलता का सोपान होता है !  सरल शब्दो में अगर इसे व्यक्त करे तो जीवन कौशल विकास एक आजीवन प्रकिया है जो व्यक्तियों को बढ़ने और परिपक़्व होने में मदद करती है उन वास्तविकताओ को पहचानना जिन्हे बदला नहीं जा सकता और उन्हें स्वीकार करना , व् अपने महत्त्व को पहचानना , सभी लोग एक सामान नहीं होते तथा इस प्रकार की विविधता का इस क्षेत्र में होना अच्छा है ! जीवन कौशल में व्यक्ति के समग्र व् सम्पूर्ण व्यक्तित्व को ध्यान मे

"स्वच्छता और शिक्षा: समाज के सर्वांगीण विकास की कुंजी"

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हम चाँद पर कदम रख चुके है और मंगल पर जाने  का अभियान बना रहे है एक और देश दुनिया में आगे की और तरक्की कर रहा है तो दूसरी और कुछ पिछड़ी सोच ,विचार धाराएँ , पिछड़े समाज की मानसिकता , कुरीतियाँ ,गरीबी, अशिक्षा देखने को मिलती है जो समाज में असमानता उत्पन करती है जो देश और प्रकर्ति में बाधक होती है और इस वजह से समाज में उसका सर्वांगीण विकास संभव नहीं है ! हमे शिक्षा का पूर्ण प्रसार करना होगा तभी इस सोच के नकारात्मक पहलुओं को हम बदल सकते है और समाज में समानता के भाव को पुनः स्थापित कर सकते है ! आज भी कहीं न कहीं स्त्री और पुरुषों के कार्यों में असमानता , शिक्षा, माहौल आदि में भिन्नता मिलती है जब उस मालिक ने हमको एक सामान बनाया है तो फिर समाज में भिन्नता क्यों व्याप्त है ! संस्था द्वारा अजमेर के ग्रामीण गरीब बस्ती ,स्लम एरिया , झुग्गी झोपड़ी के बच्चों के साथ यह कार्यक्रम किया जाता है ! संस्था अमीर गरीब , छोटा बड़ा , स्त्री पुरुष आदि में भिन्नता नहीं रखती है ! सभी सामान रूप से समाज के कार्यो को सम्पादित करे ! कभी कभी असमानता के इस स्तर में कई वो प्रतिभाएं होती है जो समाज में उजागर नहीं होती है ! ह

"ग्रामिण महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिक्षा: हाइजीन का महत्व एक आवश्यक कदम"

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  रा जस्थान समग्र कल्याण  संस्थान द्वारा महिलाओं के साथ बहुत से मुद्दों पर कार्य किये जाते है जिसमें हर माह महिलाओं में होने वाला ऋतु स्त्राव चक्र है मुख्यत यह चक्र यदि अंडाणु को प्राप्त करने की तैयारी करता है गर्भपात की दिवार मोटी तथा संपजी हो जाती है लेकिन निषेचन न होने पर ये धीरे धीरे टूटती है और रुधिर व् भूकपं के रूप में योनि मार्ग से बाहर निकलती है इस प्रकिर्या को रजोधर्म या ऋतुस्राव चक्र कहते है !  भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को इस कार्य के प्रति जागरूक किया जाता है ! जिसमे व् हाइजीन पेड का प्रयोग करें क्योकि पुराने व् परम्परागत तरीकों से कई प्रकार की बीमारिया इनको हो जाती है व् बहुत घातक और इनको नुक्सान पंहुचा सकती है ! सेनेटरी नेपकीन एक अजीब है लेकिन इसका अर्थ है सोखने वाला पेड है जिसे आप पीरिड्स के दौरान अपनी पैंटी पर पहनती है ताकि मेंस्टुअल ब्लड को सोखा जा सके ! संस्था के द्वारा इसके प्रति सजग बनाया जाता है व् उन्हें निशुल्क सैनेटरी पेड वितरण किया जाता है जिससे वह जीवन में हायजीनिकता को अपनाये व् स्वस्थ और स्वच्छ रहे ! प्रारम्भिक दौर में हर 2 -4 घंटे में ब

"आर्थिक स्वतंत्रता: वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं नई आर्थिक संभावनाएँ "

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  ह मारा भारत बदल रहा है देश व समाज सभी प्रकृति की राह में अग्रसर है जो नए आयामों से अवगत करवाता है और सभी को जागरूक व् सजग बनाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम किया है जिसमें उनको आधुनिकतम तरीकों के उपयोग के बारे में बताया जाता है जिसमें उनको डिजिटल लेन देन के लिए प्रोत्साहित करना है ! व् इनके जरिये नगदी रहित आर्थिक प्रणाली को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है इसके कई लाभ हमे देखने को मिलते है लोगों को समय पर जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है ! इसमें अप्रत्याशित स्थितियों का सामना करने में मदद मिलती है वित्तीय साक्षरता के लिए बजट बनाना ,कमाई करना , निवेश करना , ऋण प्रबंधन और निरंतर शिक्षा जैसे कौशल सिखने होते है यह हमे कुशल प्रबंधन करना सिखाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इन्हें बैंकिंग व्यवस्थाओं के बारे में बताया व् समझाया जाता है ! जिसमें बैंक की समस्त जानकारियां समाहित होती है ! जो उन्हें आर्थिक सुविधा व् जानकारियां प्राप्त करवाती है ! इन सभी बातों का अर्जन करना हमारे जीवन के