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अक्तूबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

"अंतर को भरना: कमजोरों के प्रति समुदाय की प्रतिबद्धता"

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बुढ़ापा , गरीबी, विवशता, लाचारी, शारारिक विकलांगता , मानसिक अवस्थिति आदि ये वो अवस्थायें है जहाँ इंसान चाह कर भी कुछ नहीं कर पाता है ! समाज के ऐसे ही वर्ग जिसमे असहाय , गरीब, विधवा , अपाहिज , कुष्ठ रोगी, टी. बी मरीज, एकल महिला , मानसिक विकलांगता से पीड़ित लोगों की सेवार्थ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा वर्ष भर समय समय पर इन लोगों को राशन सामग्री का वितरण किया जाता है ! जो उनकी दैनिक खाद्य परेशानियों में उनकी मदद करता है ! इस सामग्री में भरपूर पोषण सामग्री होती है जो उनके शारारिक विकास की पूर्ति करने में सहायक सिद्ध होती है ! अपनी इन जरूरतों को पूरा नहीं कर पाना कही न कही इसकी लाचारी को दिखाता है ! संस्थान का भरसक प्रयास होता है जो अति आवश्यक मदद के लिए जरूरतमंद है उसको वो सुविधा आवश्यक रूप से उपलब्ध हो सके !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा पहले तो उस गांव में सर्वे किया जाता है फिर इस तरह से जीवन यापन कर रहे लोगों को चिन्हित किया  जाता है ! फिर उसके पश्च्यात उन्हें यह राशन सामग्री दी जाती है ! शरीर को सही तरह से बहुत सारे पोषण तत्वों की आवश्यकता होती है ! जो इनको उप...

"समाजिक बदलाव की नींव: महिलाओं के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण"

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मेरा नाम केसर सिंह है मैं जालिया गांव का सरपंच हूँ वर्तमान में हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के द्वारा गांव में महिलाओं के साथ जीवन कौशल व् उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ! जिसमे गांव की लगभग 350 महिलाओं ने भाग लिया ! इस कार्यक्रम में महिलाओं से संबंधित कार्यो के बारे में पूछा गया और लघु व् कुटीर उद्योगो के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया ! जीवन का अपने कार्य से कैसे हम कुशल संचालन करे और उसके लिए किन बातों की आवश्यकता होती है इन बातों पर चर्चाये की गई ! साथ ही ग्रामीण परिवेश में किस किस प्रकार के लघु व् कुटीर उद्योगो के जरिये महिलाये अपनी आर्थिक गतिविधियाँ संचालित करती है उस विषय पर विभिन्न माध्यमो से इन्हे अवगत करवाया गया !  जीवन का चहुँमुखी विकास तभी संभव होगा जब परिवार का हर सदस्य आर्थिक गतिविधि कार्य में निहित हो और उसका समय समय पर ध्यान रखता हो ,घर में मात्र एक जाने के कमाने से सभी घरेलु खर्च पूर्ण नहीं हो पाते है ! अंत जीवन रूपी इस गाड़ी का अपने सभी पहियों पर बराबर चलना बहुत जरुरी है ! आज भी हमारे ग्रामीण इलाको में स्त्री का घर से निकलना अच्छा नही...

"दीपावली की रोशनी: वंचित बच्चों के लिए खुशियों का त्योहार"

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हिन्दू मान्यता के अनुसार दीपावली हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है इस दिन भगवान् श्री राम लंका विजय कर 14 वर्ष बाद अपनी नगरी अयोध्या आये थे ! जिसकी खुशी और हर्षोउल्लास में सब ने मिलकर दीपक जलाये थे ! इसी उपलक्ष्य में भारत वर्ष में यह त्यौहार बड़ी खुसी व् धूमधाम से मनाया जाता है ! आपस में सभी भाईचारे के साथ मिलकर एक दूसरे को अपनी शुभ कामनायें देते है और पठाखे जलाकर अपनी ख़ुशी का इजहार करते है ! यह प्रकाश और खुशियों का त्यौहार है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर वर्ष वंचित परिवारों के बच्चों के साथ मिलकर मनाते है ! जिसमे स्लम एरिया, झुग्गी झोपड़ी , निचली बस्तियाँ व् स्ट्रीट क्र बच्चे शामिल होते है गरीबी के कारण यह बच्चें हमारे बच्चों की तरह इस त्यौहार को मनाने में असमर्थ नहीं होते है ! अंतः संस्था इनको वो खुशियों प्रदान करती है जो एक बचपन अपनी इस अवस्था में उसकी लालसा रखता है और वह भी हसी खुशी इस त्यौहार को मनाना चाहता है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस वर्ष 550 बच्चों के साथ दीपावली उत्सव कार्यक्रम मनाया गया ! इसमें इन सभी बच्चों को ड्रेस, पटाखे , मिठाई, व् मोमबत्ती ...

"विपत्ति में सहायता: गरीब परिवारों के लिए सुरक्षा की छत एक मानवीय सेवा''

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शहर में ऎसे स्थान है जहाँ पर समाज के गरीब व् वंचित परिवार निवास करते है इनमें स्ट्रीट , झुग्गी झोंपड़ी , स्लम एरिया व् निचले इलाकों की गरीब बस्तियाँ सम्मिलित है ! इनके जीवन में कही न कही हर वस्तु का अभाव बना रहता है यह इतने सक्षम नहीं होते की स्वयं की भी जरूरते पूरी कर सके और बहुत कठिनाई पूर्ण अवस्था में अपना जीवन यापन करते है ! यह सभी लोगों के स्थाई निवास  नहीं होते है सभी अधिकतर अस्थाई डेरों , झोपड़ियों में निवास करते है ! जो प्राय आंधी ,तूफ़ान, बरसात व् प्राकर्तिक व् मानवीय कारणों से ध्वस्त हो जाते है ! इस वर्ष अत्याधिक बरसात के कारण इन लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी होने लगी अंत इनके जीवन की सुरक्षा को देखते हुए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ऐसे 50 गरीब व् निर्धन परिवारों को त्रिपाल वितरण किया गया ताकि जहाँ ये रह रहे है उसे सुरक्षित किया जा सके ! यह एक मानवीय सेवा है जिसका उद्देश्य हर जीव की रक्षा व् सुरक्षा कर उसके प्राण बचाना है ! बरसात के कारण अधिकतर निचले भागों में पानी भर जाता है जिसके कारण इन गरीब परिवारों के ऊपर एक विपदा आ पड़ती है ! और इनको अपने डेरों को अन्यंत्...

"सकारात्मक दृष्टिकोण: महिलाओं के व्यवसाय में आत्मविश्वास की वृद्धि"

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जीवन में एक सरलता प्राप्त करने के लिए हमारा किसी भी कार्य में कुशल होना अति आवश्यक है ! कोई भी कार्य उसकी निपुणता के बगैर करना संभव नहीं है इसके अभाव में मानव एक निष्क्रिय जीव है जो केवल अपना भरण पोषण कर जीवन व्यतीत करता है वही बात किसी भी समाज को उन्नति का मार्ग दिखाती है ! और विकास को तेजी से आगे लाती है ! जिसके उदाहरण हमारे विश्व की महाशक्तियां है जो सभी अपने कार्य में पूर्ण दक्ष है और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत्र है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा अनेकों गांव में महिला सम्बन्धी जीवन कौशल व् उद्यमिता विकास कार्यक्रम में सभी को इस विषय में गहनतम जानकारियाँ दी जा रही है ! जिसमे महिला सशक्तिकरण के मध्य नजर उनको कार्यों का वर्गीकरण व् उसकी कार्य विधि के बारे में समझाया जाता है !  यह जरुरी नहीं के हम कोई बड़ा कार्य करने के पश्च्यात ये विकास की दर को आगे बड़ा सकते है ! हमारे पास मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके भी हम उसे उन्नत बना सकते है और अपने कार्य को धीरे धीरे आगे बड़ा सकते है ! आपकी मेहनत हमेशा रंग लाएगी हमे हमारा दृष्टिकोण विशाल बनाना होगा तभी हम अपने आस पास की व...

"बाधाओं को तोड़ना: हर बच्चे में आत्मविश्वास और समानता का विकास"

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  लैंगिक समानता वो भावना है जहां पर सभी को बराबर समझा जाये और जहा पर किसी प्रकार का भेद उसमे समाहित न हो ! हमारे समाज में आज भी यह चलन बहुत विधमान है जहां पर बालिका शिक्षा व् समानता बहुत काम आंकी जाती है ! यही दृश्टिकोण हमे पीछे की और ले जाता है और समाज में एक विकृत कुरीति के रूप में जन्म लेता है जो हम सभी को हीं भावना से दूषित कर हमारे मन मस्तिष्क में नकारात्मकता भर देता है ! जिससे विकास की दर कम होती है और समाज व् देश पिछड़ जाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण एवं शहरी भागों के निचले इलाको में ,झुग्गी झोपड़ी , स्लम एरिया में गरीब बच्चों के साथ जीवन कौशल व् लैंगिक समानता कार्यक्रम करवाए जाते है ! जिसमें बच्चों को अनेक प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से उनकी सोच को सकारात्मक बनाया जाता है ! और कुशल व् सफल जीवन के आयामों से अवगत करवाया जाता है ! जीवन को सही प्रकार से जीने हेतु शारारिक स्वच्छता के साथ मानसिक रूप से सशक्त  होने की आवश्यकता है जो हमे सकारात्मकता प्रदान करे और सही निर्णय लेने में हमारा साथ दे यह लैंगिक समानता द्वारा जो विभक्तिकरण समाज ने किया ...

"सपनों की उड़ान: जीवन कौशल शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण ''

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा बच्चों के साथ कई तरह के कार्यक्रम किये जाते है जिसमे से यह कार्यक्रम उनके बचपन को एक नेक शिक्षा देकर उन्हें व्यवहारशील और शालीन बनाता है ! इन गरीब बच्चों को ना तो शिक्षा प्राप्त हो पाती है और ना ही जीवन जीवन को किस प्रकार से जिया जाये वो ढंग प्राप्त हो पाता है ! इसलिए ये जरुरी बन जाता है की समाज के सभी बच्चो के सामान इनको समझे और उनके जैसे इन्हे भी खुलकर अपना जीवन जीने दे ! इस कार्यक्रम में शिक्षा के साथ उनके साथ मिलकर बहुत सारी गतिविधिया करवाई जाती है ! जिसके शाब्दिक पाठ्यक्रम में शाब्दिक ज्ञान, अक्षर ज्ञान, पहाड़े, कविताएं, कहानियाँ, सामान्य ज्ञान, रंगो की पहचान आदि करवाए जाते है ! इसके साथ साथ विभिन्न माध्यम के खेलों के साथ उनका मानसिक सर्वागीण विकास भी किया जाता है ! जो उनमें जिज्ञासा उत्पन्न करते है और विषय वस्तु के ज्ञान को समझने के लिए आतुर रहते है !  संस्थान के मास्टर ट्रेनर उन्हें हर बात बहुत करीने से समझाते व् सिखाते है और साथ ही हर बात में उनका उत्साह वर्धन करते है ! जो आवश्यक रूप से उनको वो समस्त सामग्री का ज्ञान व् विषय वस्तु का बोध...

"सुरक्षित बचपन: शारीरिक स्पर्श और बच्चों के अधिकार"

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शारारिक स्पर्श वो अहसास है जो सामने वाले के मन का भाव प्रदर्शित करता है ! परिवार वालो का बच्चो के प्रति स्पर्श उनको प्यार और एक सीख देता है जबकि किसी अन्य बाहरी व्यक्ति का यकायक आपको छूना उसकी निर्लज्ज मानसिकता को दर्शाता है ! बच्चों के साथ हो रही ज्यायती इनको हीं भावना की और ले जाती है यह मानसिकता कभी कभी उनकी दुर्दशा का शिकार हो जाती है ! इसी क्रम में संस्था ग्रामीण स्कूली छात्राओं, झुग्गी झोपड़ी के बच्चों , स्लम एरिया के बच्चों व् निर्धन बच्चों के साथ यह कार्यक्रम क्रियान्वित करती है ! जिसमे किसी व्यक्ति के हाथों से शारारिक स्पर्श करने की अवस्था को समझाया जाता है ! जो सही है या नहीं ये बालिग और नाबालिग दोनों के लिए बहुत जरुरी है ! यदि कोई आपको स्पर्श करे और वह स्पर्श आपको अच्छा लगे तो यह गुड टच कहलाया जाता है ! जैसे सर पर हाथ रखना , आदर सहित हाथ मिलाना आदि है जबकि अगर कोई आपको ऐसे टच करे की आपको वह स्पर्श बुरा लगे तो वह बेड टच कहलाया जाता है ! बच्चों को यह बात बताई जाती है की शरीर के किस किस अंगो पर गुड टच होता है व् किस अंग पर छुये तो वह बेड टच होता है बच्चो को इस बात के लिए विरोध ...

अनुशासन , शिक्षा व् संस्कार मानव लक्ष्य प्राप्ति के साधन

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  अनुशासन , शिक्षा व् संस्कार ये वो इंसानी विशेषता है जो व्यक्ति विशेष को भीड़ से अलग स्थान प्रदान करती है !जो सकारात्मकता की ऊर्जा भर के जीवन को अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने में अति सहायक सिद्ध होती है ! यह कुशल दृश्टिकोण देकर हमे सफल संचालक बनती है ! साथ ही समाज में हमारा स्थान भी स्थापित करती है ! शिक्षा से अनुशासन प्राप्त होता है जो जीवन को सुव्यवस्ठित व् सयमित बनता है ! जबकि हमारे संस्कार हमारे  व्यक्तित्व को प्रदर्शित करते है ! इसमें बहुत सी बाते समाहित होती है जो आपका आचरण , आपकी भाषा  आपकी संजीदगी, व् सादगी, बड़ो का आदर, छोटो से प्यार, जीवों पर दया, साफ व् स्वच्छ रहना, मिलनसार होना,व् शिक्षाप्रद अध्ययन सामग्री का पठन करना, स्मरण करना जैसी बहुत सी बाते विद्यमान है !  शिक्षा सबको प्राप्त करनी चाहिए यह विषय को समझने, जानने, व् पहचानने में मदद करती है ! सफलताओं के सोपान को मार्गदर्शित करती है व् एक विशेष पहचान   देती है जिसमे हमारी पहचान इस समाज स्थापित होती है ! शिक्षा हमे अनुशासित करती है और यही हमे अनुशासन का बोध करवाती है ! अनुशासन का तात्पर्य किसी...

दशहरा महोत्सव कार्यक्रम

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सत्य हमेशा सत्य ही रहता है और सत्य ही सदा विजयी होता है ! हमारे हिन्दू समाज में दशहरा महोत्सव एक अहम् स्थान रखता है इस दिन असत्य पर सत्य की जीत हुई और उस असत्य रूपी रावण का पुतला जलाकर हम सभी भगवान् राम जी के सत्य का परचम हर जगह फैलाते है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर वर्ष गरीब, झुग्गी झोपडी, स्लम एरिया, निचली बस्ती व् पाठशाला के बच्चों के साथ बड़े धूमधाम से यह विजयी पर्व मनाया जाता है ! जिसमे बड़े हर्षोउल्लास के साथ बच्चो का नाट्य अभिनय भी करवाया जाता है और रामायण के प्रमुख किरदारों को सबके सामने पेश किया जाता है और हमारे समाज में एक आदर्श स्थापित किया जाता है ! यह हमे सदा सत्य की शिक्षा देता है क्योकि जीवन में सत्य कभी हारता नहीं और इसका प्रकाश हमारे जीवन में सदा प्रकाश ही प्रकाश भर देता है !  गरीब बच्चो के साथ इस पर्व को मानने का आंनद कुछ अलग सा होता है ये वंचित बच्चे हमेशा ऐसे कार्यक्रम के लिए अति उत्सुक होते है और अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन प्रस्तुत करते है ! जो उनके भाव भगिमाओ से प्रतीत होता है व् सभी को लुभाता है ! बच्चों के इस उत्साह से सभी आकर्षित होते है ! और इस क...

महिलाओं का उद्यम: सफलता की नई परिभाषा

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मेरा नाम मंजू नायक है मैं एक ग्रामीण महिला हूँ और कक्षा 5वी तक पढ़ी हूँ ! मेरे परिवार में मेरे 2 बच्चे व् पति हम सब साथ रहते है शादी के बाद से मेरे घर की आर्थिक स्थितियां ठीक नहीं रहती थी ! पति फुटकर मजदूरी करते है ऐसे में बच्चों को पढ़ना, घर खर्च चलाना बहुत मुश्किल हो जाता है ! घर की जरूरतों का जैसे एक पहाड़ सा खड़ा हो गया जिसे पार करना बेह्द कठिन सा लगता है ! फिर मैंने समूह मे अपना नाम लिखवाकर मासिक बचत करने लगी ! धीरे धीरे ये बचतें बढ़ने लगी और समूह आपस में पारस्परिक ऋण प्रदान करने लगे ! जिनको मैं समय समय पर अपनी  आवस्यकतानुसार प्राप्त कर अपनी जरूरतों को पूरा कर सकने में सक्षम हो गई ! परन्तु अभी मुझे अपने पैरो पर खड़ा होना था ! उसके बाद हमारे समूह को बैंक से ऋण प्राप्त हुआ ! जिसको मैंने भी लिया और गांव में ही सब्जी की दुकान का कार्य प्रारम्भ किया ! शुरू शुरू मैं कुछ परेशानियों के बाद यह व्यवसाय रफ़्तार पकड़ने लगा ! पहले तो गांव में पास के लोग ही सब्जियाँ लिया करते थे पर अब पूरा गांव व् आस पास के गांव भी आकर मुझसे ही सब्जी प्राप्त करने लगे ! इस काम में मेरे पति भी मेरा सहयोग करते थ...

आर्थिक स्वतंत्रता की ओर : ग्रामीण महिलाओं का विकास और सशक्तिकरण

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राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा चलाये जा रहे 90 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का गंगवाना में भव्य समापन किया गया ! जिसमे संस्थान के प्रतिनिधि व् सभी प्रशिणार्थीयो , सरपंच व् गांव के गणमान्य नागरिको ने इस कार्यक्रम में शिरकत की गई ! ग्रामीण महिलाओ को सशक्त बनाना व् आर्थिक गतिविधि से मजबूती प्रदान करने में यह प्रशिक्षण एक मील का पत्थर साबित होता है ! इस 90 दिवसीय कार्यक्रम में संस्था के मास्टर ट्रेनर द्वारा उनको सिलाई सम्बन्धी सभी कार्य बेहद सरलता पूर्वक तरीके से समझाए व् बताये जाते है ! जिससे उनको कार्य करने में कोई परेशानी या असुविधा न हो सके! इस पुरे कार्यक्रम में महिला प्रशिणार्थी द्वारा रूचिप्रद तरीके से कार्य किया   व्साथ ही इस ग्राम में अपनी निपुणता भी दिखाई ! घर रहकर भी सुविधाजनक तरीके से यह कार्य महिलाये कर सकती है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का उदेश्य महिला सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करने है ! व् साथ ही ग्रामीण महिलाओ के उस परम्परागत जीवन में बदलाव लेकर उसको किसी भी आर्थिक गतिविधि से जोड़ना है ! जो उसे सफल और सक्षम बना सके और यह भी अपने परिवार संचालन में स्...

"स्वच्छ रहो, स्वस्थ रहो: हर लड़की का अधिकार"

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स्वच्छता जीवन के लिए बेहद आवश्यक है यह हमको साफ़ सुधरा रखती है व् इस कारण ही एक स्वस्थ मस्तिष्क हमारे शरीर में निवास करता है ! जो हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है ! इसमें हमे जीवन में अच्छे कार्य करने में मदद मिलती है ! हमारे समाज में आज भी कुछ परिवार सभी आवश्यकताओ की पूर्ति नहीं कर पाते है ! इसमें मुख्यत महिला वर्ग को शामिल किया गया है ! जो अपनी शारारिक अक्षमताओं के कारण हमेशा अस्वछता के कारण घातक बीमारियों का शिकार हो जाती है ! महिलाओ में होने वाला मासिक धर्म एक सामान्यता प्रकिया है ! जो उसके शरीर के लिए बहुत आवश्यक है परन्तु ग्रामीण लोग अपने वही परम्परागत साधनो के उपयोग से स्वय को नुक्सान पंहुचा देते है ! कपडे के प्रयोग से महिलाओ को कई तरह के चर्म रोग व् गुप्त रोगो की समस्या बढ़ जाती है ! जिसमे उनकी जान को भी खतरा बना रहता है !  राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इसी विषय पर हर वर्ष बड़े पैमाने पर स्कूली छात्राओं के साथ हाइजीन पेड वितरण कार्यक्रम किये जाते है ! जिसमे उनको साफ़ व् स्वच्छ रहना , हाइजीन पेड के प्रयोग , शारारिक स्वच्छता व् इससे सम्बंधित रोग व् निदान के बारे में सं...

"शिक्षा से सशक्तिकरण : सकारात्मकता और प्रतिभा का विकास"

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गुरु से हमे जीवन का सशक्त मार्ग मिलता है गुरु हमे शिक्षा के साथ बहुत सी बातों पर हमारा ध्यान केन्द्रित करते है ! जिसके माध्यम से हमें लक्ष्य प्राप्ति करने में सहायता मिलती है ! इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान , अजमेर की और से चलाया जा रही है ! इसी पाठशाला के सभी अद्यापिकाओ के साथ टी एल एम कार्यक्रम किया जाता है ! जिसका उद्देश्य पाठशाला में आये हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है ! जो उनको वहां रहकर विभिन्न माध्यमो के जरिये बताया जाता है ! और  सकारात्मक विचारों से अवगत कराया जाता है ! पाठशाला चलाने का उद्देश्य मात्रा शिक्षा नहीं अपितु समस्त विषयों के ज्ञान को समाहित वरना भी है ! यह सफल जीवन यापन के लिए आवश्यक है ! जो सही दृश्टिकोण प्रदान करता है ! और विषय वस्तु को समझने की शक्ति भी हमें मिलती है ! इस कार्यक्रम में अद्यापिकाओ को पोस्टर, चार्ट, सेल्फी, रैली, अभिभाषण, अभिव्यक्ति, गायन, मंथन, खेलकूद, प्रतियोगिताएँ, बौद्धिक क्षमता प्रशिक्षण, प्रशनोत्तरी, गुणनफल, सामान्य ज्ञान, सवाल-जवाब आदि के द्वारा बच्चों को एक उत्साह ज्ञान उत्पन्न किया जाता है ! जो उसे जागरूक व् स्फूर्...

"जीव रक्षा का धर्म: बयां पक्षियों के लिए योगदान पर्यावरणीय जागरूकता

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भगवान् के द्वारा संसार में बनाई हर रचना अद्भुत और अद्वितीय है  कही तो  ये जीव रूप में  बड़े तो कही छोटे रूप में विधमान है ! मेरा नाम अतुल गोस्वामी है ! मै शुरू से एक पर्यावरणीय प्रेमी हूँ ! और मैंने अपने घर के आस पास पेड़ पौधे लगा रखे है ! जिन्ह पर कई जाति के पंछी आते है ! और अपना बसेरा बसाते है ! साथ ही मैंने अपने स्थान पर उनको खाने योग्य दाने की व्यवस्था भी कर रखी है ! जिससे वो अपना पेट भर सकती है ! एक दिन मैंने अपने कंप्यूटर में इस विषय पर मैंने राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के बारे में सुना जो पर्यावरण बचाव हेतु बयां पक्षी के बचाव के लिए एक अभियान चला रखा है ! जिसमे बयां को सुरक्षित जीवन चक्र संचालित करने हेतु वह एक चिड़ियाघर और फीडर की व्यवस्था मुहैया करवाते है !  इसे पढ़ने के बाद मैंने राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान से संपर्क किया और इस विषय की उनसे पूर्ण जानकारी प्राप्त की फिर उसके पश्चायत उनसे मैंने 5 चिड़ियाघर व् 5  फीडर हेतु फॉर्म भरकर उनसे आवेदन किया ! उन्हें प्राप्त करके मैंने अपने आँगन व् पेड़ो पर इन चिड़ियाघरों को स्थापित किया और उनके खाने की व्यवस्था फीड...

"वृक्षारोपण: कल के लिए आज की जिम्मेदारी एक अमूल्य योगदान"

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  हमारी धरती के सभी जीव जंतु व् सभी संसाधनों की रक्षा व् उनकी वर्द्धि में सहयोग करना हर मानव का कर्तव्य है ! यह हमे मानवता का पाठ सिखाती है और समाज व् देश को पिछड़ेपन की अवस्था से उबारने का कार्य करती है ! जिसका लाभ समाज के सभी वर्गो को प्राप्त हो ! हमारी प्रकर्ति भगवान का दिया हमको एक अमूल्य उपहार है ! जिन्हें हम अपने जीवन के कार्यों में काम लेते है कही न कही इस धरती पर एक दूसरे की मदद करना हमें इंसानियत व् मानवता सिखाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा पर्यावरण विषय पर बहुत सारे कार्यक्रम किये जाते है ! जिसे खाद बीज वितरण , फलदार पौधों का वितरण व् वर्मी कम्पोस्ट का वितरण , पेड़ो का वितरण , किसान सहयोग कार्यक्रम , फूलों के पौधों का वितरण व् बच्चों के साथ पर्यावरण के सभी संजीदा विषयों पर संस्था सफलतापूर्वक कार्य करती है ! ग्रामीण जीवन क्षेत्रों में कई संस्थानों में पेड़ लगाने का पावन कार्य किया है ! जो सबको जीवन देते है ! संस्था द्वारा स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, पंचायत, ग्राम पंचायत, श्मशान भूमि, गोचर भूमि व् सड़क के किनारे वाली जगहों पर वृक्ष लगवायें जाते है ! जो ह...

"गरीबी और असमानता: एक सामाजिक चुनौती"

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गरीबी , भूख,लाचारी वो अहसास है जो व्यक्ति को मृत्यु का ग्रास बनने पर मजबूर कर देती है इंसान को विवशता इतना लाचार व् असहाय बना देती है की वो समाज में वो मदद मांगने का पात्र बन जाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा ऐसे ही समाज के अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि को संस्था द्वारा राशन सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! जो उनको खाद्य प्रदार्थ व् रसोईघर के खाने योग्य सभी सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है ! यह समस्त सामग्री उन्हें प्रोटीन व् विटामिन प्रदान करती है ! जो उनके स्वास्थ्य वर्द्धि में उन्हें सहायता प्रदानं करती है ! और अपने भरण पोषण हेतु सक्षम बनाती है ! व् जीवन को संचालित करने की प्रेरणा और साहस देती है !  संस्था जब गांव गांव जाती है तो घूम घूमकर ऐसे व्यक्तियों का चयन किया जाता है जो वास्तविक रूप से मदद के हकदार और समाज से वंचित व् निराश्रित होते है ! इनमे अधिकतर अशक्त गरीब निर्धन विधवा एकल जरूरतमंद विकलांग व् मानसिक रोगी आदि होते है इन व्यक्तियों में कभी कभी हीन भावना का विकास हो जाता है जिसके फलस्वरूप यह अपना विकास नहीं कर पाते है ! और समाज मे...

"महिलाओं में उद्यमिता: आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम व कुटीर उद्योगों का भविष्य "

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जीवन में धन अर्जित करना व् जीवन का सुव्यवस्थित संचालन करना अतिआवश्यक है इसके लिए किसी कार्य का होना व् उसमे निपुणता हासिल करना जरुरी होता है यह जरुरी नहीं पूर्ण शिक्षा के बाद ही कोई काम कर सकता है जो काम पड़े लिखे है वो भी अपने छोटे मोटे कार्य को कर के अच्छा धन अर्जन कर सकते है यह छोटे उद्योग हमे अच्छा धन मुनाफा प्रदान करते है ये कई तरह के होते है कुछ हाथ करघा उद्योग होते है तो कुछ पशुपालन सम्बन्धी तो कई कृषि सम्बन्धी होते है इन्हे सफलतापूर्वक जीवन में संचालित करना ही उद्यमिता कहलाया जाता है ! एक कुशल व्यक्ति अपने कुशल नेतृत्व के जरिये अपने छोटे से व्यवसाय को और भी बड़ा कर सकता है ! यही सफलता का सोपान होता है !  सरल शब्दो में अगर इसे व्यक्त करे तो जीवन कौशल विकास एक आजीवन प्रकिया है जो व्यक्तियों को बढ़ने और परिपक़्व होने में मदद करती है उन वास्तविकताओ को पहचानना जिन्हे बदला नहीं जा सकता और उन्हें स्वीकार करना , व् अपने महत्त्व को पहचानना , सभी लोग एक सामान नहीं होते तथा इस प्रकार की विविधता का इस क्षेत्र में होना अच्छा है ! जीवन कौशल में व्यक्ति के समग्र व् सम्पूर्ण व्यक्तित्व को ध्य...

"स्वच्छता और शिक्षा: समाज के सर्वांगीण विकास की कुंजी"

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हम चाँद पर कदम रख चुके है और मंगल पर जाने  का अभियान बना रहे है एक और देश दुनिया में आगे की और तरक्की कर रहा है तो दूसरी और कुछ पिछड़ी सोच ,विचार धाराएँ , पिछड़े समाज की मानसिकता , कुरीतियाँ ,गरीबी, अशिक्षा देखने को मिलती है जो समाज में असमानता उत्पन करती है जो देश और प्रकर्ति में बाधक होती है और इस वजह से समाज में उसका सर्वांगीण विकास संभव नहीं है ! हमे शिक्षा का पूर्ण प्रसार करना होगा तभी इस सोच के नकारात्मक पहलुओं को हम बदल सकते है और समाज में समानता के भाव को पुनः स्थापित कर सकते है ! आज भी कहीं न कहीं स्त्री और पुरुषों के कार्यों में असमानता , शिक्षा, माहौल आदि में भिन्नता मिलती है जब उस मालिक ने हमको एक सामान बनाया है तो फिर समाज में भिन्नता क्यों व्याप्त है ! संस्था द्वारा अजमेर के ग्रामीण गरीब बस्ती ,स्लम एरिया , झुग्गी झोपड़ी के बच्चों के साथ यह कार्यक्रम किया जाता है ! संस्था अमीर गरीब , छोटा बड़ा , स्त्री पुरुष आदि में भिन्नता नहीं रखती है ! सभी सामान रूप से समाज के कार्यो को सम्पादित करे ! कभी कभी असमानता के इस स्तर में कई वो प्रतिभाएं होती है जो समाज में उजागर नहीं होती है...

"ग्रामिण महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिक्षा: हाइजीन का महत्व एक आवश्यक कदम"

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  रा जस्थान समग्र कल्याण  संस्थान द्वारा महिलाओं के साथ बहुत से मुद्दों पर कार्य किये जाते है जिसमें हर माह महिलाओं में होने वाला ऋतु स्त्राव चक्र है मुख्यत यह चक्र यदि अंडाणु को प्राप्त करने की तैयारी करता है गर्भपात की दिवार मोटी तथा संपजी हो जाती है लेकिन निषेचन न होने पर ये धीरे धीरे टूटती है और रुधिर व् भूकपं के रूप में योनि मार्ग से बाहर निकलती है इस प्रकिर्या को रजोधर्म या ऋतुस्राव चक्र कहते है !  भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को इस कार्य के प्रति जागरूक किया जाता है ! जिसमे व् हाइजीन पेड का प्रयोग करें क्योकि पुराने व् परम्परागत तरीकों से कई प्रकार की बीमारिया इनको हो जाती है व् बहुत घातक और इनको नुक्सान पंहुचा सकती है ! सेनेटरी नेपकीन एक अजीब है लेकिन इसका अर्थ है सोखने वाला पेड है जिसे आप पीरिड्स के दौरान अपनी पैंटी पर पहनती है ताकि मेंस्टुअल ब्लड को सोखा जा सके ! संस्था के द्वारा इसके प्रति सजग बनाया जाता है व् उन्हें निशुल्क सैनेटरी पेड वितरण किया जाता है जिससे वह जीवन में हायजीनिकता को अपनाये व् स्वस्थ और स्वच्छ रहे ! प्रारम्भिक दौर में हर ...

"आर्थिक स्वतंत्रता: वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं नई आर्थिक संभावनाएँ "

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  हमारा भारत बदल रहा है देश व समाज सभी प्रकृति की राह में अग्रसर है जो नए आयामों से अवगत करवाता है और सभी को जागरूक व् सजग बनाता है ! इसी क्रम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम किया है जिसमें उनको आधुनिकतम तरीकों के उपयोग के बारे में बताया जाता है जिसमें उनको डिजिटल लेन देन के लिए प्रोत्साहित करना है ! व् इनके जरिये नगदी रहित आर्थिक प्रणाली को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है इसके कई लाभ हमे देखने को मिलते है लोगों को समय पर जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है ! इसमें अप्रत्याशित स्थितियों का सामना करने में मदद मिलती है वित्तीय साक्षरता के लिए बजट बनाना ,कमाई करना , निवेश करना , ऋण प्रबंधन और निरंतर शिक्षा जैसे कौशल सिखने होते है यह हमे कुशल प्रबंधन करना सिखाता है ! राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इन्हें बैंकिंग व्यवस्थाओं के बारे में बताया व् समझाया जाता है ! जिसमें बैंक की समस्त जानकारियां समाहित होती है ! जो उन्हें आर्थिक सुविधा व् जानकारियां प्राप्त करवाती है ! इन सभी बातों का अर्जन करना हमारे जीव...