महिला हिंसा उन्मूलन और शिक्षा का संदेश: पुष्कर मेला में एक सामाजिक प्रयास


राजस्थान की पावन धरा पर पुष्कर मेला अन्त राष्ट्रीय  ख्याति प्राप्त मेला है ! जहा दुनिया भर से लोग इसका आनद लेने के लिए आते है यहाँ सभी लोगो का जैसे संगम सा लग जाता है ! यह एक पशु मेला है जिसमे बहुत से पशु यहाँ खरीद फरौत के लिए आते है ! यह ब्रम्हा जी का एक मात्र मंदिर है जहा एकादशी को पूजा होती है इस मेले में अत्यधिक भीड़ आने से यहाँ सड़क व्यवस्था थप पड़ जाती है उसे सुचारु रूप से चलाने हेतु व्यवस्थित सड़क व्यवस्था का होना जरुरी है जो उनको व्यवस्थित रखे ! इसके लिए संस्था द्वारा राजस्थान परिवहन सड़क सुरक्षा सप्ताह में अपने प्रतिनिधियों द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है। 


संस्था द्वारा इस मेले में कार्य करने का एक और उद्देश्य था जो महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है इस वर्ष का मुख्य विषय महिला उत्पीड़न रोकथाम कार्यक्रम था ! जिसमे महिलाओं के ऊपर बढ़ते अत्याचार को काम किया जा सकें और उस पर क़ानूनी दबाव बनाया जा सकें ! इस कार्यक्रम में स्त्री शिक्षा को बढ़ावा देना , बाल विवाह को समाप्त करना , महिला उत्पीड़न को काम करना आदि बातें व् विषय शामिल थे ! इस कार्यक्रम में आये सभी मेलार्थी के साथ मिलकर हस्ताक्षर कार्यक्रम भी करवाया गया ! सभी देशी विदेशी नागरिको के साथ मिलकर हस्ताक्षर भी करवाए गए ! महिला हिंसा उन्मूलन कार्यक्रम एक प्रेरणा दायक कार्य है जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे को सशक्त बनाता है ! और इस विचार पर कार्य करता है ! जब तक हमारे समाज की बेटी पड़ी लिखी नहीं होगी तब तक हम एक सशक्त राष्ट्र की बात नहीं  सोच सकते है ! 


समाज में लिंग आधारित हिंसा वृद्धि आजकल आम बात होती जा रही है इसमें महिलाओं को उन अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है जिसको पाने के वो पूर्णत हकदार है ! और इन्हे शिक्षा , हक़, समाज के रीति रिवाज, आने जाने व्बोलने की आजादी से भी पृथक रखा जाता है ! एक सभ्य समाज वही है जहा स्त्री का आदर और सम्मान किया जाता है और उसके अधिकार भी पुरुषों के तुल्य समझे जाते हो, जिस समाज की महिलाये सशक्त है वही समाज समर्थ है ! यह कार्यक्रम समाज की परम्परागत विचारधाराओं को तोड़ने का काम करती है जो हमे आधुनिकता के ज्ञान के सन्मुख लाती है और जीवन परिवर्तित करती है ! एक सच्चा पुरुष जीवन में स्त्री का सदा सम्मान करता है 


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा किया गया यह कार्य हजारों लोगो को इस विषय पर व्यहवारिक ज्ञान देगा जो उनकी मानसिक संकीर्णताओ को दूर कर सकारात्मक सोच को विकसित करेगा ! हमारा समाज तभी विकसित होगा जब नारी पुरुष के साथ सम्मान रूप से समाज हित के लिए बराबर कार्य साथ में करती है ! जीवन में यही सोच हमारे देश को आगे ले जायेगी  और विश्व पटल पर हमारी एक साफ़ झलक सम्पूर्ण दुनिया को नजर आएगी !

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