मानवता की मिसाल: सर्दी से बचाव हेतु बेघर और वंचितों के लिए कम्बल वितरण
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा निर्धारित रुपरेखा के तहत गरीब लोगों की मदद की जाती है धर्म और जाति बंधन से परे हटकर ठण्ड के मौसम में गर्म कपडे और कम्बल का वितरण किया जाता है। जो इस कड़ाके की ठण्ड में अपना जीवन यापन किसी तरह से कर रहे है। सच कहा है किसी ने जीवन की लाचारी मौत का द्वार है। एक बेबस, निःशक्त व्यक्ति कैसे भी अपनी आवश्यकता पूर्ति करने में असक्षम ही होता है वो गरीबी हो, उसकी आर्थिक दशा या सामाजिक बहिष्कृतता। इस कार्यक्रम से प्राप्त कम्बल इनको जीवन सुरक्षित करने में सहयोग देता है साथ ही कुछ विश्वास भी इनमे जगाता है। मानसिक विदमंदता एक विकलांग, बुजुर्ग व् महिला वर्ग विशेषता इसके हकदार है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के प्रतिनिधि कपकपाती ठण्ड में भी अपने इस कार्य को पूर्ण करते है।
हमे समाज के ऐसे वंचित लोगो की सहायता अवश्य करनी चाहिये जो वास्तव में इसके प्रथम हकदार है। हमारे द्वारा किया गया एक छोटा सा सहयोग भी किसी के प्राण बचाने में कारगर सिद्ध हो सकता है। अधिकतर इस तरह के लोग सड़क किनारे ही अपना सम्पूर्ण जीवन व्यतीत कर देते है। इसके पास ना तो कोई आसरा होता है और ना ही सहारा। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान सामाजिक सेवा हेतु हमेशा तत्पर रहता है। और समाज के ऐसे वंचित परिवारों व् व्यक्तियो को इसका लाभ देता रहता है हमे मानवता को जीवित रखकर एक मानव धर्म का पालन करना है।
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