खुशियों का उजाला : वंचित बच्चों के लिए दीपावली की रोशनी
दीपावली खुशियों और प्रकाश का उत्सव है जो हमें सभी को प्रफुल्लित करता हैं ! सभी मन से कामना करते है की इस दिन लक्ष्मी उनके घर आये और धन्य , धान , सुख , सृमर्धि ,सम्पदा से सभी को परिपूर्ण करें ! इस उत्सव पर बच्चों में उत्साह और खुशी हर जगह देखने को मिलती है जिसमें नए परिधान, पटाखे, मोमबत्तियां, रौशनी और सारा बाजार सजा धजा मिलता है ! इस पर्व पर और अधिक खुशियाँ बिखरने के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा संचालित ड्राप आउट बच्चों की 6 पाठशाला के लगभग 160 बच्चों के साथ दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम मनाया गया ! ग्रामीण बच्चों को अपने मन के अनुरूप न तो ख़ुशी मिल पाती है ना वो अहसास प्राप्त हो पाता है ! संस्था द्वारा हर्षोउल्लास के साथ बच्चो ने यह त्यौहार मना कर अपनी आंतरिक मन की खुशियाँ जाहिर करी !
संस्था द्वारा प्रत्येक पाठशाला के समस्त बच्चों को नई ड्रेस, मिठाई, पठाखे, रौशनी व् मोमबत्तियां दी गई ! जिनको पाकर उनके चेहरे ख़ुशी से चहकने लगे ! फिर सभी को नए वस्त्र पहनाये गये , मिष्ठान से मुँह मीठा किया व् बच्चों ने अपने पटाखे भी जलाये तथा अपने घर को मोमबत्तियों के माध्यम से प्रकाश से प्रज्वलित किया ! फिर संस्था द्वारा सभी बच्चों ने नृत्य करके सबको मनमोहित किया ! बाद में इस कार्यक्रम को लेकर संस्था प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रस्तुत किये और साथ ही इस त्यौहार की महत्ता और विशेषता पर कुछ प्रकाश डाला गया ! इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास काट कर पुनः अपने घर पधारे थे ! हम सभी को भी राम जी के जैसा चरित्र रखना चाहिये और जीवन के आदेशों का पालन करना चाहिये व् सदा मर्यादित रहना चाहिये ! इस दिन भगवान् राम, गणेश व् लक्ष्मी , सरस्वती का पूजन किया जाता है जो हम सबको बुद्धि , धन, विद्या, आरोग्यता प्रदान करते है !
यदि हम किसी वंचित , निराश्रित के साथ जीवन की खुशियों को बांटे तो निश्चित ही वो खुशियाँ दुगुनी हो जाती है ! जीवन में हमे यह अवसर अपने परिवार, मित्र, रिश्तेदार आदि के साथ स्नेह पूर्वक शांतिपूर्ण तरीके से मनाना चाहिये ! हमारी सोच और मानसिकता का प्रकाश जब तक सकारात्मक तरीके से फैलेगा नहीं तब तक नकारात्मक विचार हमारे मन मस्तिष्क में घर करने लगेंगा ! यह भाईचारे , स्नेह का पावन पर्व है ! संस्था का यही उद्देश्य रहता है जो परिवार बच्चे व्यक्ति इन खुशियों को प्राप्त नहीं कर पाते हम उन तक कुछ खुशियाँ और हसी पहुंचाने में अपना योगदान दे सकें और वर्षभर का यह त्यौहार सभी के साथ मनाये !
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