स्पर्श : मानवता का एक अहसास


मेरा नाम भागचंद है और में नागौर जिले के बाड़ी घाटी गांव में रहता हूँ ! मेरे परिवार में मेरी पत्नि व् 2 बेटियाँ साथ रहती है ! जिनकी सुरक्षा को लेकर दिल में एक डर सा बना रहता है ! किसी भी बेटी का बाप होने पर उसको अपनी बेटियों की परवाह बनी रहती है ! वैसे तो मेरे द्वारा हर बात का ध्यान रखा जाता है ! परन्तु हर वक़्त मैं उनके साथ नहीं रह सकता हूँ आर्थिक गतिविधी के संचालन के लिये मुझे घर से बाहर जाना ही पड़ता है ! फिर एक दिन मेरी बच्चियों के साथ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के प्रतिनिधियों द्वारा स्कूल में गुड टच बैड टच को लेकर हमारी बस्ती  इन बच्चों साथ यह कार्यक्रम किया गया ! जिसमें उनको सही व् गलत तरीके से शरीर के अंगों को स्पर्श करने व् सामने वाले की प्रतिक्रिया के सम्ब्नध में सभी को सूक्ष्म व् विस्तृत जानकारी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से दी गई ! स्कूल से आकर यह बात सुनकर मैं मन ही मन खुश था क्योकि बहुत सी बात हम बढ़ती उम्र के बच्चों के साथ नहीं कर पाते है ! उन बातों को संस्था के माध्यम से अच्छे से रूप में स्कूलो में बताया जा रहा है ! जिससे मानवीय संकीर्णताऐ समाप्त हो रही है !


वास्तव में देखा जाये तो हमें अपने बच्चों को वो हर शिक्षा देनी चाहिये जो उनको और भविष्य को सुरक्षित रख सकें ! परन्तु यह व्यावहारिक ज्ञान हम अपने बच्चों को नहीं दे पाते है ! जिसकी उनको बहुत आवश्यकता होती है ! बहुत ही आसानी व् सरलता के साथ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान इस कार्य को अंजाम दे रही है और सैकड़ो हजारों बालिकाओं का जीवन सुरक्षित कर रही है ! संस्थान प्रतिनिधियों व् स्कूल प्रशासन का यह कार्यक्रम समाज के लिए एक प्रेरणा स्वरुप कार्य है ! अब मैं निश्चियत  होकर अपने काम पर जा सकता हूं ! संस्था जो स्वयं सक्षम होने की प्रेरणा का जो भाव इन बालिकाओं में जगाया है ! वो उनको स्वयं की सहायता करने में बल प्रदान करता है ! हमारा समाज शिक्षा में बहुत आगे तो बढ़ गया है परन्तु इस तरह के व्यवाहरिक ज्ञान में पिछड़ा हुआ है ! इस बात से मैंने यह जाना है की अपने बच्चों से किसी भी प्रकार की बात करने में शर्म या झिझक नहीं होनी चाहिये ! जो उनके भविष्य को असुरक्षित रखें ! हमेशा एक दोस्त की भांति अपने बच्चों से वो सभी बातें आप साँझा करें जिसकी उनको आवश्यकता है ! हमारे बच्चों के साथ किया यह व्यवहार ही वो व्यवाहरिक ज्ञान कहलाता है !

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