बच्चों की सुरक्षा: समाज में जागरूकता की ओर एक कदम
मेरा नाम शारदा है, मेरी उम्र 14 वर्ष है। मैं अजमेर के ब्यावर रोड पर स्ट्रीट में रहती हूं। बच्चों की सुरक्षा होना कौन नहीं चाहता परंतु हर वक्त माता-पिता बच्चों के साथ नहीं रह सकते हैं । सभी परिवार अपने बच्चों की सुरक्षा चाहते हैं। बच्चों को इसकी शिक्षा का ज्ञान होना बेहद जरुरी है | इसी संदर्भ में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा झुग्गी झोपड़ी व स्लम एरिया के बच्चों के साथ गुड टच बेड टच कार्यक्रम रखा गया, जिसमें हमारे इलाके के सभी बच्चों ने भाग लिया।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था प्रतिनिधियों ने बताया अच्छा स्पर्श व बुरा स्पर्श क्या होता है ? अगर कोई आपके सिर पर हाथ फेर रहा है बालों को खिला रहा है या गाल खींच रहा है तो उसे गुड टच कहते हैं। परंतु जब कोई वही सर के नीचे हिस्सों को छुए या ऐसे हिस्सों को छूयें जहां आपको अच्छा ना लगे तो वह बेड टच होता है। बच्चों के इस बदलते व्यवहार के बारे में आपको जानकारी रखनी चाहिए। ऐसे में छोटे बच्चों के साथ विश्वास का रिश्ता कायम करना बेहद जरूरी हो जाता है। बच्चों के साथ परिवार वाले ऐसा व्यवहार रखें जिससे वह अपनी सभी बातें आपसे शेयर करें। अगर किसी व्यक्ति द्वारा ऐसा किया जाता है या करा जाता है तो इसकी पूरी जानकारी वह आपको दें।
संस्थान प्रतिनिधियों ने पोस्टर,बैनर ,चित्र,वह अन्य माध्यम से इसके बारे में विस्तार पूर्वक हमें बताया गया। आजकल बच्चों के साथ बहुत तरह की ज्यादती के मामले समाज में सामने आ रहे हैं। इसलिए इसके बचाव हेतु हमको इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम बच्चों के साथ करना अति आवश्यक है जिससे इन मामलों में हर जगह कमी आएगी। वह स्कूलों द्वारा इसकी शिक्षा अनिवार्य रूप से हर जगह दी जानी चाहिए ताकि इन बढ़ते बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
संस्था इस कार्यक्रम को अधिक प्रचारित- प्रसारित कर रही है जिससे समाज में इन बच्चों का जीवन नकारात्मक लोगों से बचाया जाये | समाज में रह रहे ये बच्चे भी हंसी खुशी से अपना जीवन व्यतीत कर सके। इसके लिए हम सब संस्था का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं और इस कार्य के लिए उनका धन्यवाद करते। समाज के लिये ये बहुत शिक्षाप्रद कार्यक्रम है |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें