पर्यावरण संरक्षण - पेड़ लगाओ धरती बचाओ


वृक्ष जीवन है पर्यावरण की आत्मा है वृक्ष , इसलिए हमें धरती पर सभी वनस्पतियों का रखरखाव करना चाहिए। बिना वृक्ष के इस धरती पर जीवन संभव ही नहीं। हम तभी पूर्ण है जब यह संख्या में ज्यादा हो , पूरी धरती के जीवों की प्राणवायु हमें इनसे ही प्राप्त होती है। संपूर्ण मानव जाति का जीवन बस इसी पर ही टिका है। मानवीय जरूरत के लिए इसके लगातार विदोहन ने हमें विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। समय रहते इसका संरक्षण जरूरी हो गया है। प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में 10 वृक्ष लगाकर उसका पालन- पोषण कर उन्हें पालना चाहिए। इससे धरती पर वृक्षों की संख्या बढ़ेगी और मानव जीवन भी सुरक्षित रहेगा।


मेरा नाम देवराज गुर्जर है और मैं परीक्षा  ब्रिक्चियावास सरपंच हूं। हमारा ग्राम निर्मल ग्राम है। हमने सरकार और राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के साथ मिलकर सड़कों के किनारे छायादार पेड़ व कृषक भूमि में लगाने हेतु फलदार वृक्षों का वितरण कराया जिससे हमारे गांव को स्वच्छ व निर्मल प्राणवायु प्राप्त होती रहे , मृदा का अपरदन ना हो सके, धरती में नमी की मात्रा बड़े , कटाव की समस्या का निवारण हो , उपजाऊता बड़े, वह धरती में पानी संधारण की क्षमता का विकास हो सके, इस हेतु नीम ,पीपल, बड़, अशोक , गूलर, जामुन, आम , आंवला, शहतूत आदि के वृक्ष बांटे गए व लगाए गए। जब तक हम स्वयं इस कार्य को नहीं करेंगे तब तक हम समाज को इसकी सीख नहीं दे पाएंगे।


एक और जहां कम बुद्धि के लालची लोग इनको काट कर कुछ पैसे का लालच करते हैं, वही एक और कुछ वर्ग इन्हें पूजनीय मारकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं। वास्तव में देखा जाए धरती पर बिना वृक्ष के जीवन और पर्यावरण ना के बराबर है। इनमें से बहुत से वृक्ष औषधिय गुणों के भंडार होते हैं जिससे मानवीय स्वास्थ्य हेतु कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई जाती है। वह कई वृक्षों से हमें खाद्य पदार्थ के रूप में फल,फूल,फली ,पत्तियाँ भी प्राप्त होती है जिनके सेवन से जीवन निवाऺह भी किया जाता है।


सरकार द्वारा इस परिपेक्ष में कई सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। वह वनों की सुरक्षा हेतु कई व्यवस्थाएं भी की जा रही है। राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हर गांव, ढाणी ,स्कूल ,कॉलेज ,थाने ,हॉस्पिटल,बाग बगीचे,सरकारी संस्थान व अन्य गैर सरकारी संस्थानों पर भी संस्था की मदद से वृक्ष रोपे जा रहे हैं। इसे एक आंदोलन का रूप देकर यह कार्य किया जा रहा है। इसमें समाज के सभी वर्गों को शामिल कर पर्यावरण हेतु संदेश श्रृंखला का निर्माण किया जा रहा है और सभी से इसके बचाव हेतु शपथ दिला के प्रण करवाया जा रहा है कि वह भी सदा इसकी रक्षा करेंगे।क्योंकि हम अगर इसकी रक्षा में सुरक्षा न कर सके तो आने वाले हमारी पीढ़ी का जीवन बहुत ही कष्टदायक बीतेगा।


मैं अपनी ग्राम पंचायत व समस्त ग्राम वासियों की तरफ से राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का हृदय से आभार प्रकट करता हूं, जिनके अथक प्रयासों से इस कार्यक्रम के द्वारा नई सोच का विकास हो रहा है और लोगों में इसके लिए प्रति निंरतर जागरूकता का संचार हो रहा है।

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