यौन स्वास्थ्य शिक्षा: राजस्थान में महावारी स्वच्छता का समर्थन


मेरा नाम आशा है। मैं पींसागन के गाड़ी गुजरान ढाणी में रहती हूं और कक्षा दसवीं में पढ़ती हूं। मासिक धर्म आमतौर पर अगर लड़कियों में मासिक धर्म कभी शुरू नहीं होता है तो लड़कियों के यौवन की प्रक्रिया पूरी नहीं होती है और इस प्रकार स्तन और क्यूबिक हेयर जैसी सेकेंडरी यौन विशेषताएं सामान्य रूप से विकसित नहीं होती। मासिक धर्म चक्र स्वास्थ्य के संबंध में पूर्ण शारीरिक ,मानसिक,सामाजिक कल्याण की स्थिति है ना कि केवल मासिक धर्म चक्र के संबंध में बीमारी या दुर्बलता की अनुपस्थिति | सामान्य 2 से 7 दिन में इसका चक्र पूरा होता है। इससे होने वाले रोग से बचाव के लिए हम सबको हाइजीन सेनेटरी पैड का उपयोग करना चाहिए। ना की परंपरागत तरीके से कपड़े का उपयोग हमें नहीं करना चाहिए।


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा हमारे विद्यालय में इस हेतु सभी बालिकाओं के साथ एक दिवसीय कार्यक्रम रखा गया | जिसमें मासिक धर्म स्वास्थ्य से बचाव कैसे किया जाए इस संदर्भ में हमें सविस्तार पूर्वक बताया गया, जिसमें पोस्टर,बैनर,रैली,वाद -विवाद ,चित्रकला के माध्यम से हमारे विचार जाने यह प्रक्रिया महिला के शरीर में होना अति आवश्यक है। इससे जननांग विकसित होते हैं और महिलाओं में प्रजनन की क्षमता का विकास होता है जिसके फल स्वरुप हमारे वंश वृद्धि होती है। इस समय महिला को तली हुई चीजें,खट्टे फल ,पोस्टेड फूड,डेयरी प्रोडक्ट्स ,अल्कोहल,कैफीन वाली चीजों से परहेज करना चाहिए। महिलाओं को इस समय पर पालक , केले,पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए। व आयरन,कैल्शियम,और विटामिन बी का भरपूर प्रयोग करना चाहिए।


महावारी स्वच्छता प्रबंधन में प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण चीज है हाइजीन | स्वच्छता अपनाने के लिए महिलाओं को नियमित रूप से स्नान करना चाहिए। उन्हें माहवारी के दौरान नियमित अंतराल पर पेड़ को बदलना चाहिए ताकि संक्रमण की संभावना कम हो सके। उन्हें साफ पानी का उपयोग करना चाहिए। वह सही तरीके से अपने हाथ धोने चाहिए और नये पेडो का इस्तेमाल करना चाहिए।


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा सभी बालिकाओं को हाइजीन सेनेटरी पैड वितरण किए गए। व स्वच्छता और स्वास्थ्य पर अधिक बल दिया गया। माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यक्रम बहुत अधिक लाभदायक है। ज्यादातर संदर्भों में भी कलंक और शमऺ का यह विषय बना हुआ है जो की लैंगिक समानता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ी बाधा है। संस्थान का यह कार्यक्रम प्रेरणादायक है इसका हम सभी बालिकाओं को बहुत अधिक लाभ मिला है। 

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