जागरूकता से कार्रवाई तक: प्रजनन शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना
मेरा नाम सुजाता है। मैं कक्षा नवीं की छात्रा हूं जो एक पास के ग्रामीण विद्यालय में अध्यनरत हूं। महिला का जीवन बड़ा ही विचित्र वह कठिन होता है। उसे जन्म से ही शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यौन प्रजनन व स्वास्थ्य देखभाल सामाजिक सक्रियता का एक क्षेत्र है जो किसी व्यक्ति की प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ्य और उनके जीवन के सभी चरणों के दौरान यौन कल्याण का पता लगता है। प्रजनन और यौन स्वास्थ्य की परिभाषा बीमारी की अनुपस्थिति और यौन व्यवहार संबंधी तथा प्रजनन प्रणाली से संबंधित किसी हानि या चोट के रूप में नहीं बल्कि एक पूर्ण शारीरिक मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के रूप में की गई है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा हमारे स्कूल में एक दिवसीय यौन रिप्रोडक्टिव हेल्थ कार्यक्रम रखा गया, जिसमें बताया गया कि अच्छा यौन जीवन और प्रजनन प्रणाली से संबंधित पूर्ण शारीरिक मानसिक सामाजिक कल्याण की स्थिति है। इसका तात्पर्य है कि लोग एक संतोषजनक और सुरक्षित यौन जीवन प्रजनन की क्षमता और यह तय करने की स्वतंत्रता में सक्षम है कि क्या कब और कैसे करें जब माँ बच्चा पैदा करें तो उसका निर्णय स्वयं का हो।क्योंकि महिलाओं को कुशल स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं की सेवाएं होना बहुत जरूरी है। इसके अलावा बढ़ते शरीर में यौन विकास के बारे में हमें पूर्णता बताया गया जिसमें मासिक धर्म, स्वास्थ्य एवं यौन संबंधी जानकारी व अन्य बातें समाहित थी।
संस्था द्वारा सभी स्कूली छात्राओं को हाइजीन किट नहाने व धोने का साबुन,रुमाल ,ब्रश,टूथपेस्ट ,नेल कटर ,व सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। यह कार्यक्रम के माध्यम से संस्था द्वारा हमें विकास की शारीरिक चरणों के बारे में अच्छे से समझाया गया। कभी-कभी हम शर्म , झिझक के कारण इन बातों को सब से सांझा नहीं कर पाते हैं जिससे कभी-कभी विकट समस्या जीवन में उभर आती है और उसे परेशानी का फिर हमें सामना करना पड़ता है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था का यह कार्य बहुत ही लाभप्रद व सामाजिक दृष्टि से सराहनीय है। संस्था प्रभारी व सभी स्कूली छात्राओं द्वारा संस्था का धन्यवाद दिया गया। इस तरह के अन्य विषयों पर भी हमने आग्रह किया कि हमारे स्कूल में इस तरह के और कार्यक्रम करवाए जिससे हम सबको इसका लाभ प्राप्त हो सके।
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