राजस्थान की महिलाओं को स्वतंत्र उद्यमिता की दिशा में मार्गदर्शन: राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का अभियान
भारत भूमि एक कृषि प्रधान देश है। यहां ज्यादातर जीवन ग्रामीण परिवेश में गुजरता है। इस विकासशील देश में यहां रह रही ग्रामीण महिलाओं के जीवन को उन्नत,बेहतर और विकसित करने के लिए राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस महिला शक्ति को उद्यमिता व लीडरशिप कार्यक्रम यहां संपन्न किए गए। इस योजना का उद्देश्य स्थानीय उद्यमिता का विकास करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में नए सूक्ष्म व लघु उद्योगों का विकास,उद्यमिता का आधार पर विकास विस्तार, व स्वरोजगार को प्रोत्साहित करना है।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम का अर्थ ऐसे कार्य से है जिसका उद्देश्य जन समूह से संभावित उद्यमियों की खोज करना, व उनमें उद्यमिता की भावना का विकास करना, मौजूदा उद्यमियों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाना और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
यहाँ लीडरशिप का अर्थ है नेतृत्व एक प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति सामाजिक प्रभाव के द्वारा अन्य लोगों की सहायता लेते हुए एक सर्वश्रेष्ठ कार्य को सिद्ध करता है। लीडर वही है जिनके ज्ञान से सब की राह प्रशस्त हो वे सभी को अपनी मंजिलें प्राप्त हो सके।
नेतृत्व अनुकूल कार्य करने में एक वातावरण का निर्माण होता है और इस प्रकार काम की संतुष्टि सुनिश्चित करता है। व्यक्ति में कोई न कोई अच्छा कार्य करने की प्रकृति होती है। किसी काम को और निखारना ही का नेतृत्व क्षमता कहलाता है।
संस्था द्वारा इस कार्यक्रम में फ्लिपचार्ट के माध्यम से,सांप सीढ़ी खेल के माध्यम से,पास हूप,रिंग के माध्यम से टीम बिल्डिंग,माइन फील्ड,गिलास,आंख पर पट्टी के माध्यम से लीडरशिप एवं टीम बिल्डिंग,शेप एंड टाई,फरियो के माध्यम से,बिल्डिंग द बिल्डिंग,भाटे, पत्थर, लकड़ी आदि से मैजिक कारपेट,तिरपाल के माध्यम से,माय सेल्फी,व सेल्फी के माध्यम से लोगों का इस कार्यक्रम के प्रभाव को फीडबैक के माध्यम से,टेस्टिमोनियल के माध्यम से यह उद्यमिता लीडरशिप कार्यक्रम करवाया गया |
इस के तहत् अजमेर के ग्रामीण इलाकों के गांव में महिलाओं के लिए इस उद्यमिता वह लीडरशिप कार्यक्रम में लगभग 350 गांव की 17500 महिलाओं के साथ यह कार्यक्रम किया गया। जिसमें हमारे गांव की ग्रामीण महिलाओं को उद्यमिता विकास में लीडरशिप कार्यक्रम के बारे में बताया गया |
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