आत्मविश्वास को अपनी पहचान बनाना ( बैग मेकिंग कार्यक्रम )
फिर संस्था द्वारा 3 माह का बैग मेकिंग कार्यक्रम हमारे यहाँ आयोजित किया गया | जिसमें विभिन्न प्रकार के बैग जिसमें कपड़े, रेगजीन, चमड़े, सन, जूट व स्कूल बैग, घरेलू सामान बैग आदि सिखाने का कार्यक्रम रखा |पहले तो कुछ परेशानी हुई परन्तु अच्छे मास्टर टैनर द्धारा बैग मैकिंग के कुछ बारिक बातें बताई गई जिसमें हमारी समस्या का निदान कर हम जल्दी इस कार्य को सिखने लगे और अपने हाथों में निपुणता लाने लगे जिससे ये काम सीखकर मैं जल्द अपना काम चालू कर संकू अब यह कार्य इस प्रशिक्षण के माध्यम से मुझे पूरा आ गया | व और अधिक इस प्रशिक्षण में काम की रूचि बढ़ने लगी |
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद मैंने भी एक जिकजैक सिलाई मशीन खरीद ली व अपने घर पर ही बैग निर्माण कार्य करने लगी | मैंने धीरे धीरे इन बैगों का निर्माण कर इन्हें बेचने का काम करने लगी जिससे मुझे अच्छी आय प्राप्त होने लगी | अब मैं कई महिलाओं व बालिकाओं को सिखाती हूँ यह सब कुछ संस्था के अथक प्रयासों की वजह से संभव हो पाया है इस तरह के कार्यक्रम समाज को एक सन्देश देते हैं कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता है इसको सफलतापूर्वक करने के लिये निष्ठा, लगन, समर्पण, मेहनत बेहद जरुरी है तभी हम अपने सपनों की उड़ान को हासिल कर सकते हैं
संस्था के इस कार्य के लिए मैं उन्हें बहुत -बहुत धन्यवाद देती हूँ जिसके कारण मेरे जीवन को नया आयाम मिला | और हम जैसी घरेलू महिलाओं को जिंदगी में कुछ सिखने का अवसर प्राप्त हुआ |
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