राशन वितरण जीने का एक और अवसर
मेरा नाम डाली बाई है और मैं जनाजा के टाटगढ़ में रहती हूँ | मैं एक एकल विधवा महिला हूँ | जिसकों सरकार से 500 रू मात्र पेंशन प्राप्त होती है वृद्ध होने के कारण मैं कोई भी कार्य करने में असक्षम हूँ कोरोना काल के बाद मेरी माली हालत और भी खराब व बदतर हो गई घर में खाने को कुछ न रहा अब मैं कहाँ जाऊँ कैसे अपना जीवन यापन करूँ| फिर हमारे गांव के संरपच ने बताया अजमेर की एक संस्था द्वारा असहाय, गरीब, निशक्त, बेसहारा, विधवा, एकल महिला, व विकलांग लौगो का सवऺ कर उन्हें राशन वितरित किया जायेगा |
फिर राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था के द्वारा सवऺ कर हमें राशन राहत सामग्री प्रदान की गई जिसमें हमें आटा, दाल, चना, मूंग, दलिया, तेल, नमक, शक्कर, चाय पती, मिचीऺ , धनिया, हल्दी, चावल, व रसोई की सभी खाघ सामग्री दी गई | इस सामग्री से मेरी कई माह की भोजन आवश्यकता पूरी हो जायेगी | व इससे अपनी जरूरत की सभी पूर्ति कर संकूगी |
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था के द्वारा असहाय, गरीब, निशक्त, बेसहारा, विधवा, एकल महिला, व विकलांग लौगो के लिये यह कार्यक्रम बहुत लाभप्रद है संस्था का इस निरपेक्ष असहाय वगऺ की जरूरत को पूरा करना एक प्रशसनीय व नेक काम है समाज में ऐसे कई लोग है जिनकोे इसकी बहुत अधिक आवश्यकता है संस्था द्वारा उन तक इस जरूरत को पूरा करने का कार्य लोगों को राहत पहुँचा रहा है |
मैं ह्रदय से संस्था व उनके प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करती हूँ जिससे मेरी इस दयनीय दशा में सुधार हो सका |
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