शिक्षा की राह पर दिव्यांगता के पार : राजस्थान के विकलांग स्कूटी योजना का उपयोग
मेरा नाम अर्चना है। मैं अजमेर के पास कायड़ ग्राम में रहती हूं। मेरे दोनों पैर जन्म से पोलियों से ग्रसित है और मैं 12वीं कक्षा पास हूं। मेरे पास कॉलेज जाने के लिए आगे कोई साधन नहीं है। इसके कारण अपने आगे की शिक्षा जारी नहीं कर पाऊंगी। मैं इस बात से बहुत हताश थी परंतु एक दिन मुझे राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के प्रतिनिधियों ने बताया राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान विकलांग स्कूटी योजना के तहत 50% से अधिक दिव्यांगों को स्कूटी दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य विकलांग छात्रों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए प्रदान की जा रही है जिससे शिक्षा प्राप्ति में उनके आवागमन में कोई परेशानी ना हो सके। सरकार द्वारा गांव में जो विकलांग छात्र सरकारी स्कूल में उच्च शिक्षा में अध्ययन कर रहे हैं जो आसानी से ना जा पा रहे हो, जिन्हें चलने फिरने में तकलीफ हो, यह सुविधा उन्हें दी जाएगी।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के द्वारा जानकारी पाकर मैं अपना नाम इस योजना के अंतर्गत लिखवा लिया। इसमें कोई भी दिव्यांग ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म भर सकता है। यह तकनीकी रूप से एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें सभी दस्तावेज की पूर्ति के बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है जो आपको संभाल कर रखना पड़ता है। इसमें निम्न दस्तावेज लगाए जाते हैं। जैसे आधार कार्ड, विकलांगता प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ लगाने के बाद यह पूर्ण होता है।
समय बीतने के बाद मुझे संदेश प्राप्त हुआ कि मेरा नाम स्कूटी वितरण कार्यक्रम लिस्ट में आया है। इसे देखकर मैं बहुत खुश हुई। फिर मुझे जिला कलेक्टर कार्यालय में बुलाकर इस कार्यक्रम में स्कूटी का वितरण किया गया। अब मैं अपनी पढ़ाई को लेकर आश्वस्त थी। इस वाहन के द्वारा मेरी कई समस्याओं को निजात मिलेगी । मेरा कॉलेज गांव से 30 किलोमीटर दूर है। अब मैं आसानी से बिना डर की आवागमन कर सकती हूं। राजस्थान सरकार का यह कार्य बहुत ही सराहनीय है जिन्होंने हम दिव्यांगों के दर्द को समझा और इतने बड़े पैमाने पर उन्हें सक्षम बनाने के लिए प्रयास किया है। विशेष योग जनों के लिए स्कूटीयां वरदान साबित होगी। इन स्कूटीयों के माध्यम से हम लोग अपने कार्यों को आसानी से कर पाएंगे। सरकार द्वारा इस पर किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है यह पूरी तरह से निशुल्क है |
इंटरनेट पोर्टल पर इस कार्यक्रम की पूरी वेबसाइट उपलब्ध है। इस काम में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान निशक्त दिव्यांग जनों की पूर्णतया मदद करता है। समाज को ऐसे निस्वार्थ संस्थाओं की बहुत आवश्यकता है जिसके द्वारा समाज के वंचित लोगों को उनके लाभ की स्थिति तक पहुंचाया जा सके। राजस्थान सरकार में भारत सरकार द्वारा भी देश के सभी भागों में दिव्यांगों हेतु कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वह उनके सहयोग के लिए कई गैर सरकारी संस्थाएं अपना सहयोग प्रदान कर रही हैं। इस स्कूटी वितरण कार्यक्रम में सभी दिव्यांगों में एक उत्साह देखने को मिल रहा है और इसमें उनके आत्मविश्वास में भी इजाफा हो रहा है। स्कूली बालिकाओं में यह कार्यक्रम इन्हें सशक्तिकरण देगा।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान के इस कार्य के लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं और धन्यवाद देता हूं जिनके प्रयासों के कारण मुझे स्कूटी मिलने में सहायता प्रदान हुई और मेरी आगे की शिक्षा भी संभव हो सकी |
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