दहेज प्रथा से महिला स्वतंत्रता: समाज का संकल्प
भारत में वैसे तो परंपरागत रूप से आज भी कई कुरितीयां विद्यमान है। बाल विवाह,निरक्षरता,दहेज प्रथा,सती प्रथा,पर्दा प्रथा,बहु विवाह, विधवा विवाह विरोध,जातिवाद, और सांप्रदायिकता प्रमुख है। दहेज प्रथा के नाम पर यह एक प्रचलित सामाजिक बुराई है जो संपत्ति, विवाह के समय वधू के परिवार की तरफ से दी जाती है। इस बुराई में महिलाओं के प्रति कठोर यातनाएं और अपराध उत्पन्न हुयें हैं। एक गरीब पिता की अपनी पुत्री का विवाह करना बहुत ही कठिन में कष्टदायक हो जाता है। इस अभिशाप से लड़की का जीवन नर्क के समान बन जाता है जिसके लिए उसके परिवार द्वारा उसे प्रताड़ित भी किया जाता है।
दहेज का प्रयोग अक्सर न केवल विवाह के लिए स्त्री की वांछनीयता बढ़ाने के लिए हुआ है बल्कि बड़े परिवारों में यह सत्ता और संपत्ति बढ़ाने के लिए कई बार किया गया है। इसके कारण वर वधू के परिवारों के बीच दहेज को लेकर सहमति न होने पर रिश्ते टूट जाते हैं। दहेज प्रथा के ये विभत्स परिणाम हमें देखने को मिलते हैं। पिछड़े भारतीय समाज में दहेज प्रथा अभी भी विकराल रूप में है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा इस कार्य में कई भरसक प्रयास किया जा रहे हैं। हालांकि इस समस्या की सामाजिक प्रवृत्ति के कारण यह हमारे कानून समाज में वांछित परिणाम देने में विफल रहा है। इस समस्या से छुटकारा पाने में जरुरी है लोगों की सामाजिक और नैतिक चेतना को प्रभावी बनाना, महिलाओं को शिक्षा तथा आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करना,एवं दहेज प्रथा के खिलाफ कानून को प्रभावी ढंग से लागू करना मददगार हो सकता है। इससे बचने के लिए हम सबको अपनी बेटियों को पूर्ण शिक्षा प्रदान कराये , उन्हें भविष्य बनाने के लिए प्रोत्साहित करें, उन्हें स्वतंत्र एवं जिम्मेदार बनाएं, अपनी बेटी के साथ बिना किसी भेदभाव के समानता का व्यवहार करें, दहेज लेने वह देने की इस प्रथा को प्रोत्साहित न करें। इसके लिए सरकार द्वारा दहेज प्रथा के विरुद्ध कानून भी है जिसमें दहेज लेने व देने और सहयोग करने वाले पर 5 वर्ष की कैद और 15000 की जुमाऺने का प्रावधान भी है।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान द्वारा इस हेतु ग्रामीण व शहरी भागों के कई इलाकों में जन जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है। इस बुराई से भविष्य का बनना संभव नहीं है। बालिका शिक्षा हेतु भी संस्था द्वारा कई काम किया जा रहे हैं जिससे हमारे भारत के सभी बेटियां को सुरक्षित व खुशहाल जीवन मिल सके। सभी का सहयोग और हमारा प्रयास हम सब को नई दिशा की ओर ले जाता है।
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