समृद्ध भारत की दिशा में युवाओं का योगदान: शिक्षा, संगठन और प्रेरणा
स्वच्छ भारत मिशन देशभर में व्यापक और राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था। इस अभियान के अंतर्गत हाथ से सफाई करने की प्रथा को समाप्त करना, नगरिय ठोस अपशिष्ट का आधुनिक और वैज्ञानिक प्रबंध करना, स्वस्थ स्वच्छता संबंधी आदतों के संभव में लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना और जन स्वास्थ्य से इसके संबद्ध होने के बारे में जागरूकता लाना है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अघोसंरचना को साफ सुधार करना और कूड़ा साफ रखना है। इनमें स्वच्छता वे स्वास्थ्यता को लेकर सभी कार्य किए जाते हैं और खुले में सच में भारत के सपने को ये साकार कर रहे हैं।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा लगभग 9 ग्रामीण इलाके के गांव में 9 सरकारी स्कूलों के अंतर्गत यह कार्यक्रम करवाया गया जिसमें स्कूल के टीचर्स बच्चे व राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान की टीम ने मिलकर स्कूलों की सफाई की, वहां फैली गंदगी को इकट्ठा कर उसका निस्तारण किया,सभी टॉयलेट साफ किये,वृक्षों के किनारे गड्ढे किये व उसमें पानी दिया, वह खुले में सोच ना करें इसके लिए सभी को प्रेरित किया। शारीरिक साफ सफाई की ओर भी संस्था द्वारा यह बताया गया।इस कार्यक्रम में सभी के द्वारा उत्साहपूर्ण तरीके से भाग लिया और अपना योगदान दिया। संस्था ने इस कार्यक्रम में रैली,भाषण,अभिव्यक्ति, चित्रकला प्रतियोगिता, पोस्ट, सेल्फी,हस्ताक्षर जैसे विभिन्न माध्यमों से इस कार्य की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम में स्वच्छ भारत के सभी कार्यों को सम्मिलित किया गया। इसमें खुले में शौच न करना, अस्वस्थ शौचालयों को फ्लश शौचालयों के रूप में परिवर्तित करना, मेला धोने की प्रथा का उन्मूलन करना, नगर पालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन करना,स्वच्छता से जुड़ी प्रथाओं के संबंध में लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना आदि शामिल था।
जब तक हम अपने घर,गांव,समाज,देश को साफ पर स्वच्छ व साफ नहीं रखेंगे तब तक हम हमारे देश की प्रगति ऐसे ही बाधित होती रहेंगी। इससे हम सब नागरिकों के सहयोग से अधिक से अधिक वृक्ष लगाए, कचरा मुक्त वातावरण बनाएं, वह शौचालय की सुविधा उपलब्ध करवाये तभी हम एक स्वच्छ भारत के निर्माण की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे।
राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का यहीं उद्देश्य व कार्य है। देश की क्या हो शान स्वच्छ भारत हम सभी की पहचान इस कार्य को करने के लिए हम सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर स्वच्छ भारत के सपने को साकार करना होगा क्योंकि यदि हम पुरानी मानसिकताओं में रहे तो एक नए भारत की कल्पना को साकार नहीं कर पाएंगे। इसलिए हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए स्वच्छ व स्वस्थ भारत का मिलकर निर्माण करना होगा।
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