शिक्षा जिंदगी का पहला सोपान सफलता का द्वार



मेरा नाम रेखा है मेरे घर पर माता- पिता व हम 4 बहनें है 1 बहन की शादी हो गई है हम तीन बहनें घर ही रहती है पिता मजदूर है उनकी इतनी आय नहीं है कि हम तीनों बहनों को स्कूल पढ़ा सकें व सबका खचऺ उठा सकें हमने भी इस मजबूरी के चलते परिवार से कोई आग्रह नहीं किया | फिर हमारे गांव में राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था द्वारा पाठशाला कार्यक्रम हेतु सवऺ किया गया | जिसमें उन्होंने घर घर जाकर सवऺ किया और बताया कि इस कार्यक्रम में कोई खचऺ नहीं आयेगा बस अध्ययन के लिए रोज पाठशाला में आना होगा | इस बात के लिए हमारा परिवार राजी हो गया अब हम बहनें भी पढ़ लिख लें और अपनी पढा़ई पूरी कर सकें |


फिर पाठशाला कार्यक्रम में हम बहनें जाने लगी वहाँ का वातावरण स्कूल से बिलकुल अलग था वहाँ पर गांव के हर पिछड़े व गरीब बच्चे को पढ़ने व अपने विचार रखने की स्वतंत्रता थी |समय समय पर हमारे साथ ज्ञानवर्धक क्रियाओं के माध्यम से समझाया जाता है व समय समय पर बौद्धिक विकास के लिए खेलों का आयोजन किया जाता है जिससे उनका शारीरिक विकास भी हो और व अपनी क्षमताओं को निखार सकें पाठशाला में अध्यापक द्धारा  शिक्षा के नये आयामों से पढ़ाई कराई जाती है जिससे बच्चे को शीध्र समझ में आ सकें  और कोई परेशानी नहीं आती | देश, गाँव, समाज की जानकारी हेतु सभी बच्चों का भम्रण कार्यक्रम भी करवाया जाता है जिससे वे प्रकृति, वयवहार, रिती - रिवाज, पहनावा, बोल-चाल व देश के विकास को समझ अपनी क्षमता निमाऺण कर सकें | पाठशाला मे सभी भारतीय त्यौहार व पवऺ मनाये जाते हैं जिससे हमें हमारी संस्कृति का पता चलें, स्कूल की अपेक्षाकृत इस पाठशाला में पढ़ाई के साथ बहुत तरह की विविधता है |


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान संस्था के सहयोग से हमने इसमें प्रवेश लिया व अपना अध्ययन कार्यक्रम यथा संभव प्रारंभ किया हम सभी बहनें व परिवार इस बात से बेहद खुश थे अपने सपनों को पूरा होते हुये देखना किसे अच्छा नहीं लगता | हम पाठशाला कार्यक्रम के सभी प्रतिनिधीयों का धन्यवाद करते हैं जिनके प्रयासों के कारण हम अपनी उड़ान भरने में सफल हो सकें |इस तरह के पाठशाला कार्यक्रम अन्य गांव में भी और अधिक सम्पन्न हो जिससे गांव की हर गरीब, असहाय, निबंल परिवार को अपने बच्चों को पढ़ाने का सुअवसर प्रदान हो सकें व सबके हिस्से में शिक्षा रूपी उजाला फैलै | समाज को और देश को इस तरह के और भी कार्यक्रमों की गांवों में बहुत आवश्यकता है |

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Believe in Humanity....

BE FREE; Happy Period with Sanitary Napkins!!

Save the innocent Sparrow Birds