ब्यूटी पार्लर महिला शक्ति का रूचि और गरिमापूर्ण कार्यक्रम



 मेरा नाम कविता रेगर है मै एक कॉलेज पास आउट छात्रा हूँ और खुद के पैसे पर खड़े होना चाहती हूँ मेरे घर पर माँ और दो भाई है पिता का देहांत पूर्व में हो गया है इसलिए घर को ठीक से चने के लिए हमे कार्य करना ही होगा।  बचपन से मैंने देखा है की महिलाओ को सजना सवरना बहुत अच्छा लगता है मुझे भी इसमें रूचि होने लगी फिर कुछ समय बाद हमारे यहाँ राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान अजमेर द्वारा हमारे यहाँ ब्यूटी पार्लर कार्यक्रम प्रशिक्षण हेतु सर्वे कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे लगभग 55 महिला व् युवतीओ का साक्षात्कार किया गया। व् उनके अभिभावक से भी इस विषय पर चर्चा की गई व् उनकी सहमति प्रदान की गई। यह कार्यक्रम पुरे 90 दिन का होगा। सभी प्रतिभागी को इस में प्रतिदिन आना होगा। सभी नियम शर्ते पता करने के बाद मेरा नाम लिस्ट में अंकित करवा दिया। 


संस्था द्वारा इस प्रशिक्षण में हम सभी महिलाये को ब्यूटी पार्लर सम्बंधित कार्य सिखाये जायेगे ,जिसमे बाल काटना,हेयर डोर्पेर , मसाज ,नेल कटिंग , पेडिक्योर ,मेंहदी ,बाल कलर करना ,फैशियल ,सैटेट बाल ,वैक्सिंग ,बिलीचिंग ,आदि कार्य हमको सिखाये जाते गए। समय बीतने के साथ इस कार्य में कुशलता निखरती गई। संस्था के मास्टर ट्रेनर द्वारा हम सबको अच्छे ढंग से बताया गया व् सिखाया गया। पहले तो कुछ झिझक के कारण कार्य सम्पादित नहीं हो पता था परन्तु अब तो वो बात नहीं रही अब हम अपना कार्य अच्छे से करने लगे। 


कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हमने अपना काम घर पर हो शुरू कर दिया। एक एक करके धीरे धीरे मेरे ग्राहक बढ़ने लगे। फिर परिवार के सहयोग से मैंने स्वयं की ब्यूटी पार्लर शॉप खोल ली। समय बीतते हुए मेरी आय मे इजाफा होने लगा और मेरी आजीविका इस कार्य से अच्छे ढंग से चलने लगी। और परिवार का संचालन अच्छे तरीके से होने लगा। अब इस काम से मेरी पहचान बनने लगी और मेरा भी नाम सब जानने लगे। 


राजस्थान समग्र कल्याण संस्थान का यह प्रयास महिलाओ को उनके पथ दिखाने और आगे की राह आसान व् सुमग बनाने का बहुत अच्छा प्रयास है जिससे नारी शक्ति में एक संचार ऊर्जा प्रसारित होती है जिससे अपनानाने से विकास की राहें अग्रसर होती है और नारी शक्ति को बहुत सबल मिलता है


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Stand Together Against COVID-19

Rajasthan Samgrah Kalyan Sansthan (RSKS

क़ानूनी जागरूकता: महिलाओं और बालिकाओं के लिए सशक्तिकरण का माध्यम